शाहिद अंसारी
मुंबई: मुबंई के भाईखला जेल में महिला कैदी को पीटने और उसके गुप्तांग में लाठी दाखिल करने की वजह से हुई मौत के बाद महिला आयोग महाराष्ट्र ने जेल प्रशासन और कातिलों के खिलाफ़ सुमोटो केस दर्ज करते हुए राज्य के डीजी सतीश माथुर को 48 घंटों के भीतर आयोग के सामने हाज़िर होने का आदेश जारी किया है।आयोग की सदस्य सचिव डां. मंजुषा सुभाष मोलवणे ने Bombay Leaks बात करते हुए कहा कि यह बहुत ही अफसोस की बात है कि महिला होकर महिलाओं के साथ इस तरह से पेश आए की उसकी मौत होगई है इसलिए हमने राज्य के डीजी को 29 जून को 11 बजे आयोग में तलब किया है।
वहीं इस मामलें मे कातिल जेलर और जेलकर्मियों के खिलाफ़ नागपाड़ा पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज होने के बाद से हत्या में शामिल 6 आरोपी फ़रार हो चुके है और गिरफ्तारी पूर्व ज़मानत लेने की फिराक़ में हैं।वहीं नागपाड़ा पुलिस थाने हत्या के इस मामले में अभी तक जांच का ल़ालीपॉप देते हुए उन 6 कातिलों को यह मोहलत दे रही है कि वह किसी तरह से गिरफ्तारी पूर्व ज़मानत ले लें।गिरफ्तारी को लेकर जब ज़ोनल डीसीपी अखिलेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने हर मामलों की तरह इस मामले में टालम टाल करते हुए कहा कि अबतक जांच पूरी नहीं हुई और वह फ़रार हो चुकी हैं इस बारे में उन्हें नहीं पता फ़रार होने की बात जैसे ही पता चलेगी तो वह बताऐंगे।
ध्यान रेह इस मामले को जेल प्रशासन और नागपाड़ा पुलिस थाने ने दबाने की कोशिश की थी लेकिन मौक-ए-वारदात पर सब से पहले Bombay Leaks ने पहुंच कर हालात का जायज़ा लेते हुए रिपोर्टिंग की जिसके बाद जेल प्रशासन और नागपाड़ा पुलिस असल मामले को छुपाने में नाकाम रहे हालांकि जेल प्रशासन ने इस हत्या को हार्टअटैक का नाम दे रही थी और मारपीट की वारदात को सिरे से इंकार कर रही थी लेकिन शिकायतकर्ता और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट ने उनकी पोल खोल दी।
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