Bombay Leaks Desk
मुंबई: डीआईजी गडचिरोली आर.डी.शिंदे उर्फ़ डायरी गुरु के ज़रिए पत्रकार शाहिद अंसारी की हिरासत में हत्या की सुपारी लिए जाने के बाद उसमें असफल साबित रहे नागपाड़ा थाने के दबंग सीनियर पीआई संजय बसवत को शिंदे ने जाते जाते सज़ा सुना दी।
डीआईजी गडचिरोली आर.डी.शिंदे उर्फ़ डायरी गुरु दबंग सीनियर पीआई संजय बसवत को नापते हुए उनकी एक साल की वेतन वृद्धि पर रोक लगाने की सज़ा सुनाई जिसको लेकर संजय बसवत काफी सदमे में हैं और वह शिंदे को कोस रहे हैं।बसवत का कुसूर यही था की वह आर.डी.शिंदे के ज़रिए पत्रकार शाहिद अंसारी की हिरासत में हत्या करने में नाकाम साबित हुए और उन्होंने आर.डी.शिंदे का भांडा फोड़ कर स्टेशन डायरी में मामले की सच्चाई लिख दी।चूंकि बसवत को नागपाड़ा थाने आए हुए महेज़ चंद दिन ही हुए थे और ऐसे में शिंदे ने इतनी बड़ी सुपारी ले ली जिसको वह अंजाम तक नहीं पहुंचा सके।
उन्होंने स्टेशन डायरी में आर.डी.शिंदे के द्वार दिए गए आदेश को लिख दिया और उसकी कॉपी शाहिद अंसारी के हाथ पहुंचा दी।इस सज़ा सुनाए जाने के बाद सीनियर पीआई नागपाड़ा पर कहावत फिट बैठती है कि ” मज़ा मारें गाज़ी मियां धक्का खाऐं मुजावर। ”
दर असल पत्रकार शाहिद अंसारी की हिरासत में हत्या करवाने की जो सुपारी आर.डी.शिंदे ने ली थी उसमें उनका नाम पुलिस थाने की स्टेशन डायरी में लिखने की वजह से शिंदे की चोरी पकड़ी गई और उन्होंने आज़ाद मैदान दंगों के आरोपी तथाकथित स्वंय घोषित धर्मधुरंधर भूमाफिया श्री मुईन अशरफ़ उर्फ बाबा बंगाली और कई पुलिस कर्मियों के साथ अपने चैंबर में मीटिंग लेने के बाद जब झूटा मामला दर्ज करने का आदेश दिया तो उस दौरान ज़ोन 3 में मौजूद उनके दामाद डीसीपी प्रवीण पटवाल को भी इस बात की जानकारी थी लेकिन शिंदे उनके ससुर हैं इसलिए वह ससुर की शान में किसी तरह की गुस्ताखी न करते हुए अंसारी पर मामला दर्ज करने का विरोध नहीं किया बल्कि शांत रहे क्योंकि वह सुसर को नाराज़ नहीं करना चाहते थे।

दबंग सीनियर पीआई संजय बसवत
इधर नागपाड़ा पुलिस थाने के सीनियर पीआई ने शिंदे की शानपटी भांप ली और उन्होंने अपने दामन छुड़ाने के लिए शिंदे द्वारा दिए गए आदेश को स्टेशन डायरी में सुबूत के तौर पर लिख दिया जिसकी कोर्ट में कॉपी जमां की गई है।
शिंदे को स्टेशन डायरी के बारे में जैसे ही पता चला शिंदे ने मीठी मीठी बातें कर के अपने आप को साफ सुथरा बताते हुए अपने हाथ खड़े लिए और कहा कि उन्होंने मामला दर्ज करने का आदेश ही नहीं दिया बल्कि नागपाड़ा सीनियर पीआई मेरा दुशमन है उसी ने जानबूझ कर यह गलती की है इस बात को देख शिंदे ने नागपाड़ा के दबंग सीनियर पीआई संजय बसवत को नापते हुए एक साल की वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी शिंदे ने इसके पीछे का कारण यह बताया कि सीनियर पीआई के होते हुए स्टेशन डायरी की कापी बाहर गई कैसे।उन्होंने जो गैर कानूनी तरीके से दबाव बना कर मामला दर्ज करने का आदेश दिया उसके बारे में दूर दूर तक कोई चर्चा नहीं।
लेकिन शिंदे की इस शानपटी को लेकर शाहिद अंसारी ने मुंबई हाईकोर्ट में दस्तक दी है सिर्फ़ शाहिद अंसारी ही नहीं बल्कि वह सारे लोग जिनको शिंदे ने सेंट्रल रीज़न में रहते हुए सताया है और आरोपियों के साथ मिलकर जमकर मलाई खाई है वह सारे लोग शिंदे के खिलाफ़ कार्रवाई की मांग करने के लिए अब मुंबई हाईकोर्ट का रुख कर रहे हैं।शिंदे के खिलाफ़ अबतक मुंबई हाईकोर्ट में 3 याचिकाऐं दाखिल हो चुकी हैं और कोर्ट ने स्वीकार भी कर लिया है जिनकी सुनवाई जून के दूसरे हफ्ते से होगी।हालांकि अभी भी कई और लोग उनके खिलाफ़ मुबंई हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने के लिए कतार में खड़े हैं।
नागपाड़ा पुलिस थाने के दबंग सीनियर पीआई संजय बसवत को दी गई विभागी सज़ा की तफ्सील
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