शाहिद अंसारी
मुंबई: मुंबई के मरिन ड्राइव पुलिस थाने में अहमद नगर के मनचले आरोपी इरफ़ान नासिर खान (29 साल)के खिलाफ़ एक 26 वर्षी युवती ने छेड़खानी का मामला दर्ज कराया है पीड़िता की शिकायत के मुताबिक युवक अहमद नगर का रहने वाला है कई साल पहले पीड़िता अपने गांव अहमद नगर गई हुई थी जहां उसकी मुलाकात आरोपी इरफ़ान नासिर खान से हुई जिसके बाद उसने पीड़िता से शादी की इच्छा जताई लेकिन पीड़िता और उसके परिवार वालों ने इंकार कर दिया।आरोपी मुंबई आकर पीड़िता से मिलकर उससे शादी की इच्छा जताई लेकिन पीड़िता ने कहा कि मेरे अभिवावक ने पहले ही मना किया है इसलिए मैं नहीं कर सकती।आरोपी इस दौरान पीड़िता को फोन कर परेशान करता रहा और धमकाता रहा कि वह उससे शादी करे।छुटकार पाने के लिए पीड़िता ने अपना नंबर बदल दिया कई सालों बाद आरोपी का एक दोस्त जो कि मुंबई में नौकरी करता है उसने पीड़िता को मरिन ड्राइव पुलिस थाने की हद में उसकी ऑफिस के पास देख लिया और इसकी जानकारी आरोपी को दे दी।जिसके बाद आरोपी पीड़िता की ऑफिस में कॉल कर धमकाने लगा और ऑफिस के नीचे आकर परेशान करने लगा।इस बात की शिकायत पीड़िता ने 26 मई को मरिन ड्राइव पुलिस थाने में की जहां ड्युटी पर तैनात एपीआई चामकर ने FIR नहीं दर्ज की बल्कि एनसी दर्ज कर उसमें प्रेम प्रसंग का मामला लिख कर पीड़िता को जाने के लिए कहा।उसी खास वजह यह थी कि आरोपी के पहचान के कई पुलिस वाले खुद मरिन ड्राइव पुलिस थाने में कार्यरत थे। इसलिए उन्होंने आरोपी के खिलाफ़ FIR नहीं दर्ज की बल्कि उसे फोन कर पीड़िता के बारे में बता दिया।आरोपी को फोन करने वालों में एपीआई संध्या निकम भी थीं।
इसी लिए एनसी दर्ज होने के बाद आरोपी लगातार पीड़िता को फोन कर धमकाता रहा।मरिन ड्राइव में मदद न मिलने के बाद और आरोपी की ओर से लगातार धमकाने के बाद पीड़िता ने 15 अक्तूबर को अपने स्थानी पुलिस थाने मलबार हिल में मामला दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन वहां भी ड्युटी पर तैनात एपीआई माधुरी माने और पीआई जयेश चव्हान ने एनसी दर्ज किया और मामला दर्ज करने के लिए कोर्ट में जाने के लिए कहा।आरोपी इस दौरान फिर पीड़िता के कार्यालय फोन करता रहा जिसके बाद पीड़िता ने 18 अक्तूबर को मलबार हिल पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने पहुंची लेकिन ड्युटी पर तैनात पीआई जयेश चव्हान ने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया और कहा कि बहुत शौक है तुम्हें पुलिस थाने आने का इस से पहले भी तुम इस थाने में आई हो क्या है तुम्हारा यह इस दौरान सीनियर पीआई से संपर्क किया गया जिसके बाद इस मामले में 00 एफआईआर दाखिल कर घटना स्थल से सम्बंधित पुलिस थाने उसी मरिन ड्राइव में भेजा गया जहां पहले मामला दर्ज करने से इंकार किया गया था।ओरोपी ने फिर से पीड़िता के कार्यालय में फोन कर धमकाना शुरू किया जिसके बाद पीड़िता ने कल मरिन ड्राइव पुलिस थाने पहुंची और अपने द्वारा मलबार हिल में दर्ज 00 एफआईआर के बारे मे सवाल किया तब कल जाकर इस मामले में 17 दिन बाद मजबूरन मरिन ड्राइव पुलिस थाने ने मलबार हिल थाने में दर्ज FIR के आधार पर आईपीसी की धारा 354D,504,506,507 के तहेत (FIR नंबर 283) दर्ज किया।मरिन ड्राइव पुलिस थाने के सीनियर पीआई पोपट यादव ने कहा कि हमने मामले दर्ज किया और इस मामले में छानबीन कर आरोपी के खिलाफ़ सख्स से सख्त कार्रवाई करेंगे।
Bombay Leaks से बात करते हुए पीड़िता ने कहा कि मैं बुरका पहेन कर पुलिस थाने गई थी मेरे साथ पुलिस का जो रवय्या था वह बहुत ही दुखद है मैं पीड़ित हूँ मैने मेरे पिता के साथ पुलिस थाने मदद की उम्मीद से गई थी लेकिन पुलिस तो मदद करने के लिए तय्यार नहीं ऐसा लग रहा था कि मैं आरोपी हूं।मेरे पिता और मैं दोनों इस रवय्ये के बाद से घबराए हुए हैं।मेरे मां बाप और मैं उससे शादी करने के खिलाफ़ हैं हमने कई साल पहले जब हमारे घर रिश्ता आया था तब ही मना कर दिया था ऐसे में उसके ज़रिए परेशान करना दबाव बनाना कितना उचित है।किसी भी व्यक्ति से बात चीत होने का यह मतलब तो नहीं है कि उससे शादी करना ज़रूरी है।मैं खुद जॉब करती हूं और जल्द ही मेरी शादी होने वाली है आरोपी के ज़रिए की गई हरकत के बाद से हम सब बहुत परेशान हैं।
इस पूरे मामले में एक बात साफ होगई है कि भले ही अमिताभ बच्चन मुंबई की महिलाओं के सामने यह कह कर पुलिस के कसीदे पढ़ें कि महिला किसी भी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा सकती है।कानून भले ही यह कहता हो कि पुलिस थाने में रात के समय महिला को चाहे पीड़ित हा या आरोपी उसे नहीं बिठाया जा सकता है खास कर रात के सामय पीड़िता अपनी आसानी के लिए पुलिस को अपने घर बुला कर बयान दर्ज करवा सकती है लेकिन वास्तव में असलियत इसके उलट है जिसके बाद यह सवाल उठना लाज़मी है कि क्या कानून का पालन मात्र जनता ही करे पुलिस नहीं ??
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