शाहिद अंसारी
मुंबई:एमआईसीडी पुलिस ने एक ऐसे चीटर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है जो अपने एक ऑफिस को एक महिला सहित चार लोगों को बेचकर टोकन मनी के रुप में लाखों रुपया कमा चुका है। सोसायटी का भी उस पर लाखों रुपया बकाया है। इस चीटर का भंडाफोड़ करने वाले एक पत्रकार को चीटर ने जान से मारने की धमकी दी है।
यह चीटर रामकिशोर रॉवत है और इसके विरुद्ध आईपीसी की धारा 420 के तहत आईएफआर की गई है। पत्रकार ने भी उसके विरुद्ध एनसी कराई है। इस मामले से जुड़े पत्रकार के बॉम्बे हाई कोर्ट के वकील अटल बिहारी दुबे ने सोसायटी को पत्र लिखकर पूरी घटना की जानकारी देते हुए लिखा है कि जब तक इन सभी पीड़ितों को उनके द्वारा रॉवत को दी गई रकम वापस नहीं मिल जाती तब तक इस ऑफिस को बिक्री, ट्रांसफर, भाढ़े पर और गिफ्ट में न दिया जाए।
वकील दुबे के अनुसार, अंधेरी ईस्ट की सुश्री कांता सिंघानिया ने मरोल के टि्वन काम्प्लेक्स के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित रॉवत के ऑफिस के लिए 42 लाख रुपये में सौदा किया और टोकन के रूप में 16 मार्च को 1 लाख रुपये चेक से दिया। उसके बाद सुश्री कांता ने रॉवत से ऑफिस के डॉक्युमेंट, सोसायटी की एनओसी मांगी तो 10 लाख रुपये मांगे। उन्होंने सोसायटी की एनओसी लाने को कहा तो फोन नहीं उठाए और गलत एसएमएस करने लगा। सुश्री कांता और उनके घरवालों ने जब ऑफिस वाली सोसायटी का दुबारा मुआयना किया तो मालूम हुआ कि यह ऑफिस वह अन्य को भी बेच चुका है और उनसे टोकन मनी ले चुका है।
ऐडवोकेट दुबे बताते हैं कि छानबीन के बाद मालूम हुआ कि वह चार लोगों को ऐसे ही चीट कर चुका है। 1-कृष्णा पुजारी से 2.51 लाख रुपया ले चुका है और नवंबर 2016 से उसे धमकी देता रहा है। रॉवत ने पुजारी से 3 करोड़ रुपये मानहानि के रूप में मांगे है। कांताजी को भी 1 करोड़ रुपये का नोटिस दिया है।
2-एक अन्य पार्टी से 1 लाख रुपया डिपॉजिट और 22 हजार रुपया महिना किराया लेने के बाद उन्हें रॉवत ने प्रॉपर्टी देने से मना कर दिया।
3-शनिवार को जब उसे अरेस्ट किया गया उससे दो घंटे पहले एक अन्य पार्टी से 2 लाख रुपया ले चुका था।
4-सोसायटी का भी करीब 4.18 लाख रूपया बकाया है। जब वह सोसायटी का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया तब उसने सोसायटी के साथ 1.923 लाख रुपये का गैरकानूनी ट्रांजेक्शन भी किया है। पूरी सोसायटी उससे परेशान है क्योंकि वह सोसायटी के पदाधिकारियों को धमकाता रहता है।
ऐडवोकेट दुबे का कहना है कि यह रॉवत का चीट करने का तरीका है कि वह लोगों को अपना ऑफिस दिखाता है और टोकन के रुप में लाखों रुपया ले लेता है और जब एनओसी मांगी जाती है तो वह भाग जाता है या झूठी डिमांड खड़ी करता है। अधिकांश लोग पुलिस-कोर्ट के चक्कर से बचने के लिए पुलिस में शिकायत नहीं करते और रॉवत जैसे चीटर का धंधा चलता रहता है। उनका यह भी कहना है कि रॉवत ने कितनों के साथ चीटिंग की होगी यह जांच का विषय है।
शनिवार को ये सभी पत्रकार जो की सुश्री कांताजी का रिश्तेदार है ने सभी पीड़ितों को एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में एकत्र किया और सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर शैलेष पासलवर एवं पुलिस इंस्पेक्टर (अपराध) पद्माकर देवले से सभी को मिलाया और इस चीटिंग की जानकारी दी। इन सभी ने फील्डिंग लगाई और जैसे ही उन्हें मालूम पड़ा की रॉवत एक अन्य संभावित पीड़ित को ऑफिस दिखाने आ रहा है उन्होंने सीनियर पीआई पासलवर को फोन कर दिया और उन्होंने पुजारी के साथ अपना एक पुलिसकर्मी भेज दिया।
पुलिसकर्मी को देखते ही रॉवत भागने लगा तो पत्रकार सहित अन्य ने उसे वहां पकड़ लिया और पुलिसकर्मी को सुपुर्द कर दिया। वहां से उसे थाने लाया गया। बाद में उसने बीमार होने का बहाना बनाया और पुलिस उसे 7 हिल्स अस्पताल ले गई। रविवार रात तक वह अस्पताल में ही था।
अस्पताल से ही उसने पत्रकार को शनिवार को फोन पर धमकी दी कि वह उसे देख लेगा और मुंबई में उसका जीना दूभर कर देगा। पत्रकार ने सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर पासलवर को कहा कि ‘ यहां से वह आईसीयू में भर्ती होने के लिए गया है और वहां से मुझे धमकी दे रहा है। वह बीमार है या बीमारी का बहाना बना रहा है ’।
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