Bombay leaks Desk
मुंबई:कुरियर सेवा बड़े काम आती है लेकिन किसीने सोचा भी नहीं होगा कि अब शातिर इस माध्यम से भी उनकी जिन्दगी भर की गाढ़ी कमाई लूट सकते है। एक नामचीन कंपनी में बतौर कुरियर बॉय काम करनेवाला चंद्रकांत नांगरे भी इसी तरह की गैंग का हिस्सा था जो अब अपनी पूरी गैंग के साथ हवालात की हवा खा रहा है। जब भी कोई शख्स कुरियर बॉय नांगरे को मोबाइल बिल भरने या कारोबार के सिलसिले में चेक ले जाने को देता था तो ये प्लान के तहत चेक की तस्वीर अपने गिरोह को भेज देता था। चेक पर पानी की सहायता से कारीगरी करने की हुनर रखने वाले इस गिरोह को अब यकीन भी नहीं हो रहा होगा कि पुलिस ने इनके अपराधिक इरादों पर पानी फेर दिया है।
वरली पुलिस के सीनियर विनय कुलकर्णी के मुताबिक मामले में गिरफ्तार आकाश मूलचंद उर्फ़ सुनील सिंह, फैजान,आकाश रातचंदानी, काफी शेख, आसिफ खान, किशोर कनौजिया और चंद्रकांत नांगरे की आपस में तीन साल पहले मुलाकात हुई थी जिसके बाद से उन्होंने ठाना कि वे एक ना एक दिन कुछ बड़ा करेंगे। दसवी बारहवी पास इन सभी आरोपियों ने एक प्लान बनाया जिसमे नांगरे एक कुरियर कंपनी में काम पर लगा दिया गया। नांगरे कुरियर में मिलनेवाले चेक की तस्वीर आसिफ के व्हाट्सअप पर भेजता था। आकाश रातचंदानी अपने साथ आकाश मूलचंद को सुनील सिंह नामक फर्जी नाम देकर उस नाम से नकली पैन कार्ड, राशन कार्ड और आधार कार्ड बनाता था और अलग अलग बैंको में खाते खुलवा देता था। आसिफ कुरियर बॉय नांगरे से चेक की तस्वीर मिलने के बाद बड़े ही बारीकी से दुसरे किसी चेक पर उसे हुबहू प्रिंट करता था। किसी को शक ना हो इसलिए वह फर्जी चेक बनाने के लिए दुसरे चेक पर पहले से ही चेक अंकित किये गए नम्बरों को पानी से साफ़ कर देता था। बाद में मन मुताबिक रकम डालने के बाद काफी शेख को यह फर्जी चेक पकड़ा दिया जाता था ताकि वो बैंक से पैसे निकाल सके। पैसे सुनील सिंह नामक फर्जी कागजातों से खोले गए खातो में जमा हो जाते जिसे एटीएम की सहायता से निकाल लिया जाता था।
डीसीपी प्रवीण पड़वल के मुताबिक हर बार पैसे निकलाने के लिए ये शातिर उन बैंको में नए खाते खुलवाते थे जिस बैंक के चेक की तस्वीर नांगरे ने आसिफ को भेजी होती थी। ठगी के एक मामले को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी फैजान को एक बड़ा हिस्सा मिलता था जबकि आसिफ को अपना हिस्सा लेने के बाद बचे पैसो को बाकी साथियों में बाटने की जिम्मेदारी दी जाती थी। बताया जा रहा है कि कुरियर बॉय नांगरे का रोल छोटा होने के कारण इस फर्जीवाड़े में आसिफ ने उसे बीस हजार रूपये प्रति महीने के तन्ख्वाह पर मुह बंद रखने के शर्त रखा था।
इंस्पेक्टर दीपक चव्हाण ने बताया कि हाल ही में एक शख्स के बैंक खाते में से 8 लाख 23 रूपये इस ठगों ने निकाले थे जिसका अलर्ट मोबाइल पर मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की गई।जिस एटीएम से पैसे निकाले गए थे वहा लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई जिसमे काफी शेख की पहचान हो गई। बाद में बाकी छह को दबोचने में पुलिस की टीम को देर न लगी। हालाँकि पुलिस को इस गिरोह के कई और लोगो की तलाश है लेकिन छानबीन में आरोपियों के पास से 62 बैंको के 550 चेक, 19 चेकबुक और दस एटीएम कार्ड बरामद किये गए है। यह गिरोह पिछले तीन वर्षो से ठगी के अपराध को अंजाम दे रहा था।खास बात तो यह है कि मुख्य आरोपी खुद को ह्युमन राइट्स कमीशन का प्रमुख बताता था पुलिस का अनुमान है कि इस तरह के फर्जीवाड़े से लगभग डेढ़ करोड रूपयो का चुना गिरोह ने लगाया है।
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