मुंबई:पत्रकार समाज का आईना होते है और जनता को सच्चाई से रूबरू कराने के लिए ही वह समाज के हर खतरे से टकराते है ऐसे में पत्रकारों पर ही अगर हमले हों और उन पर झूटे मामले दर्ज हों और उनकी सुरक्षा करने वाला कोई न हो तो वह किस के पास जाएेंगे।पत्रकारों पर बढ़ रहे हमले रोकने के लिए आज पुरे महाराष्ट्र में अलग अलग जगहों पर पत्रकार संरक्षण कायदा लागु करने की मांग की जा रही है।इसी मांग को लेकर मुंबई पत्रकार संघ की ओर से भी आज गांधी जयंती के दिन मंत्रालय पर मोर्चा निकाला गया जिसमें सभी पत्रकार शामिल थे।इस मांग के साथ साथ पत्रकारों पर दर्ज हो रहे झूटे मामलों पर भी सवाल उठाए गए।
पत्रकार हमला विरोधी कृति समिति के अध्यक्ष एस.एम.देशमुख ने बताया कि पिछले 8 महिनो में कुल 33 फर्जी मुकदमे पत्रकारों के खिलाफ दर्ज हुए है जिसमें जान बूझ कर उन्हें फंसाया जा रहा हैं।इतना ही नही बल्कि पिछले 10 सालो में करीब 850 से 900 हमले पत्रकारों पर हुए जिनमें से मात्र एक मामले में आरोप सिद्ध हुए। पत्रकार संरक्षण कायदे पर बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जब डॉक्टरों को संरक्षण कायदा दिया गया हैं तो पत्रकारों पर ऐसा कोई कायदा क्यों नही बनाया जा सकता जिस से उनकी सुरक्षा हो।मुंबई समेत पूरे राज्य भर में बड़ी तादाद में पत्रकारों ने आज आंदोलन किया अब अगर राज्य सरकार ने पत्रकारों पर दर्ज हो रहे झूटे मामले और हमलों को लेकर गंभर नहीं हुई तो अब जल्द ही राज्य भर के पत्रकार एक ही समय में एक ही जगह पर सड़कों पर उतरेंगे।
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