बॉम्बे लीक्स ,कर्नाटक
र्नाटक में बजरंग दल पर बैन लगाने के कांग्रेस पार्टी के प्रस्ताव के बाद बीजेपी ने करने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है।कांग्रेस की घोषणा के बाद कर्नाटक के विजयनगर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने “भगवान हनुमान को ही ताले में बंद करने का फैसला लिया है।पीएम मोदी ने कहा, “पहले उन्होंने श्री राम को ताले में बंद किया और अब वो “जय बजरंग बली” कहने वालों को बंद करना चाहते हैं।वहीं अब चुनाव से दो दिन पहले कर्नाटक में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद अब कांग्रेस ने पलटी मार ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोईली ने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव ही नहीं है। चुनाव से महज चार-पांच दिन पहले इस तरह का असमंजस सेल्फ गोल से कम नहीं है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने राज्य में पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया है।कांग्रेस का घोषणापत्र जारी होते ही विवाद शुरू हो गया। बजरंग दल संगठन को बैन करने के वादे को लेकर कर्नाटक में घमासान शुरू हो गया। तमाम विवादों के बीच कांग्रेस ने गुरुवार को यू टर्न ले लिया। कांग्रेस ने कहा कि वह बजरंग दल पर किसी भी प्रतिबंध पर विचार नहीं कर रही है। उन्होंने बीजेपी पर भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस बजरंग दल पर बैन नहीं लगा रही बल्कि कर्नाटक में अंजनेया (हनुमान) मंदिरों को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कर्नाटक की सत्ता में आती है तो प्रदेश के हनुमान मंदिरों का जीर्णोद्धार करेंगे।वही देखा जाए तो अब कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी लड़ाई मानी जा रही है और ऐसे में कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से करते हुए बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।ऐसे में जब भाजपा बजरंग दल के मुद्दे को भुनाना चाह रही है तो अब कांग्रेस नेता शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस कोप्पल में अंजनाद्री पहाड़ियों के ऊपर स्थित भगवान हनुमान के जन्मस्थान को विकसित करने के लिए एक अंजनाद्री विकास बोर्ड बनाएगी। इससे पहले, पूर्व सीएम वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस ने यह नहीं कहा था कि वह बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएगी, लेकिन केवल पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और बजरंग दल जैसे संगठन समाज में शांति को बाधित करते हैं।मोइली ने कहा, ‘मैं कर्नाटक में कानून मंत्री था। राज्य सरकार ऐसा नहीं कर सकती (एक संगठन पर प्रतिबंध लगा सकती है)। यहां तक कि बजरंग दल को भी राज्य सरकार प्रतिबंधित नहीं कर सकती। हमारे सामने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं था।’यह खासकर मैसूर क्षेत्र की स्थिति को ध्यान में रखकर किया गया था। ओल्ड मैसूर क्षेत्र की 61 सीटों में मुख्यरूप से लड़ाई कांग्रेस और जनता दल एस के बीच है। भाजपा 12 सीटों पर सिमटी थी। कांग्रेस का ध्यान मुस्लिम वोट को एकजुट करने पर था ताकि यहां जनता दल को सीमित कर बड़ी संख्या में सीटें जीती जा सकें।इधर बीजेपी ने कांग्रेस पर लगातार निशाना साध रखा है। चुनाव प्रबंधन समिति की अध्यक्ष शोभा करंदलाजे ने बेंगलुरु में ‘हनुमान चालीसा’ पाठ के साथ हमले का नेतृत्व किया। शिवकुमार के अनुसार, कांग्रेस हमेशा से भगवान हनुमान की भक्त रही है। लेकिन हम संगठन बनाकर किसी को भी भगवान के नाम पर कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं देंगे और हम ऐसी ताकतों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करेंगे। हमने केवल अपने घोषणापत्र में यह कहा था, लेकिन बीजेपी इसे भावनात्मक मुद्दे के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है।
Post View : 68548