बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी सियासी संकट पैदा होने जा रही है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम और एनसीपी नेता अजित पवार एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हो सकते हैं।अजीत पवार आज राजभवन जाकर शिंदे सरकार में शामिल होकर शपथ ले सकते है।खबर है कि अजीत पवार को एनसीपी के 25 से ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है।दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे भी राजभवन पहुंचे चुके है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफे की पेशकश करने वालेअजित पवार ने आज (रविवार) अपने आवासपर समर्थक विधायकों के साथ बैठक की और इसके बाद 18 विधायकों के साथ राजभवन के लिए रवाना हो गए हैं। अजीत की नाराजगी इस बात को लेकर है कि उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई में बतौर मुखिया के तौर पर काम करने का अवसर नही दिया गया।वहीं पवार के घर हुईबैठक में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले भी मौजूद रही।बताया जा रहा है कि बैठक में अजीत की मांग को देखते हुए सुपिर्या सुले बैठक छोड़कर चली गईं।जिसके बाद एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने शरद पवार से फोन पर बातचीत की।हालांकि शरद पवार का इस घटनाक्रम पर क्या जवाब रहा इसपे सस्पेंस बरकरार है।अजित पवार ने ये बयान दिया था कि, उन्हें नेता विपक्ष के पद पर बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर पार्टी में उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दी जाती है तो वह उसे बखूबी निभाएंगे, जिसके बाद महाराष्ट्र के भीतर पार्टी नेतृत्व में बदलाव की चर्चा होने लगी है। फिलहाल जयंत पाटिल एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी बीते 5 सालों से संभाल रहे हैं।शरद पवार ने पिछले महीने जून में बड़ा बदलाव करते हुए पार्टी की कमान अपनी बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल के हाथों में सौंप दी थीमदोनों को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।इस फैसले को अजित पवार के लिए झटके की तरह देखा गया था। एक समय तक उन्हें पार्टी अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा था, जबकि उन्हें राष्ट्रीय टीम में भी जगह नहीं मिली थी।वही शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने पिछले दिनों दावा किया था कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसी के बाद से उनके बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई थीं। दरअसल, अजित की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की खबरें सामने आई थीं, जिसके बाद राउत ये यह दावा किया था।इससे पहले अप्रैल 2023 में अजित पवार ने साफ शब्दों में मुख्यमंत्री बनने की चाहत दिखाई थीम उन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और 2024 में क्यों, अभी भी सीएम पद के दावेदार हैं।उसके साथ-साथ उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाए थे कि 2004 में जब एनसीपी की कांग्रेस से ज्यादा सीटें आई थीं। तब पार्टी ने उन्हें सीएम पद देने का मौका गंवा दिया था।हालांकि, सीएम पद को लेकर उनका अभी भी दावा कायम है।
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