शाहिद अंसारी
मुंबई : जेजे मार्ग सीनियर पीआई शिरीष गायकवाड़ ने जिस दुकान को खाली कराने की सुपारी ले रखी थी उस मामले में पुलिस को तो चवन्नी नहीं मिली लेकिन दुकान पर अवैध कबज़ा करने वाले हाशिम पुलाव वाले ने एसबीयूटी से 25 लाख रुपए वसूल लिए पैसे लेकर हाशिम अय्याशी करने के लिए चाइना पहुंचा था। 25 लाख की वसूली को लेकर जेजे मार्ग पुलिस हाशिम से काफी नाराज़ है क्योंकि मेहनत और सुपारी उन्होंने ली थी और मलाई हाशिम खा गया। हालांकि इस सुपारी को लेकर जेजे मार्ग पुलिस थाने को बड़ी जिल्लत उठानी पड़ी अब मज़ा मारें गज़ी मियां और धक्का खाऐं मुजावर वाली कहावत पुलिस पर बिल्कुल फिट बैठती है। कबज़ा की हुई दुकान के बाद अब उसकी नज़र फुटपाथ पर बने छोटे बांकड़े को लेकर एसबूयीटी पर जमी हुई हैं अब दुकान के बाद फुटपाथ पर बने बांकड़े को लेकर उसे खाली करने के लिए वह एसबीयूटी से मुंह मांगी रकम वसूल करेगा।
Bombay Leaks से बात करते हुए हाशिम ने बताया कि मैंने चूंकि दुकान अवैध रूप से कबज़ा कर रखी थी और यह दुकान किसी और की थी। जिसकी दुकान थी उनका नियम कायदे के हिसाब से एसबीयूटी ने हिसाब किताब कर दिया था जैसे ही एसबीयूटी ने उसका हिसाब किताब किया उसके बाद ही उसने उस दुकान पर कबज़ा कर लिया क्योंकि उसे इस बात का यकीन था कि एसबीयूटी उसे खाली कराने के लिए पैसे देगी। उसे कई बार एसबीयूटी ने खाली करने के लिए कहा लेकिन हाशिम ने अवैध रूप से जिस दुकान को कबज़ा किया था उसमें पुलाव की दुकान खोल कर इस बात सपना देख रहा था था कि एसबीयूटी उसे करोड़ों रुपए देगी लेकिन इसी दौरान दुकान के मालिक ने जे जे मार्ग पुलिस थाने को सेट किया और हाशिम की दुकान खाली करवा ली। इस दौरान हाशिम ने डीसीपी ज़ोन 1 डॉक्टर मनोज शर्मा से शिकायत की लेकिन जब उन्होंने उसे अपने किराए के कागज़ात और दुकान के असल मालिक को साथ में लाकर मिलने के लिए कहा तो वह वह गायब हो गया क्योंकि दुकान के असल मालिक ने एसबीयूटी को अपनी दुकान सरेंडर कर दुकान की कीमत एसबीयूटी से वसूल कर ली थी।
चूंकि जेजे मार्ग पुलिस थाने के सीनियर पीआई ने खाली करने की जो सुपारी ली थी वह नियम के अनुसार सही नहीं थी। हाशिम ने इस बात को देख बहुत हाथ पैर मारा लेकिन उसके पास कबज़ा करने के बाद दुकान से जुड़े किसी तरह के दस्तावेज़ नहीं थे और न वह फर्ज़ी दस्तावेज़ बनाने में कामयाब हुआ जिसकी वडह से एसबीयूटी उसे घास भी नहीं डाल रही थी क्योंकि हाशिम खुद अवैध रूप से दुकान कबज़ा किए बैठा था।
जेजे मार्ग सीनियर पीआई की इस करतूत के बाद मुंबई पुलिस से इलाके के लोगों का भरोसा उठ गया है। इसी लिए इसी गैंग के एक व्यक्ति ने मुंबई पुलिस के एक अधिकारी की ऐसी आडियो रिकॉर्डिंग वायरल की जिसमें अधिकारी ने उन लोगों की मदद करने की बात कही उसे यह समझ कर वायरल किया कि वह अधिकारी एसबीयूटी से मिले हुए हैं। लेकिन हमने जब पड़ताल की तो पता चला कि उस अधिकारी ने एसबीयूटी और इलाके के दुकानदारों के बीच जो विवाद चल रहा है कि उसे दूर करने की बात कही और यह कहा कि वह इस मसले का हल निकालेंगे ताकि लोग यहां से जाने के बाद कहीं और अपनी रोज़ी रोटी कमा सकें।
दर असल जो असल दुकानदार हैं वह यह चाहते हैं कि उन्हें मुंह मांगी कीमत दी जाए जबकि सरकारी नियम कायदे के अनुसार उन्हें बाजार के भाव से पैसे दिए जाने का प्रावधान है जिसको लेकर उनके और एसबीयूटी के बीच विवाद चल रहा है मुंबई पुलिस इस मामले में चाहती है कि यह मामला पुलिस की मौजूदगी में हल होजाए ताकि इलाके में किसी तरह का लॉ ऐंड ऑर्डर का मसला न हो।
जानकारी में इस बात का पता चला है कि इस इलाके में ऐसी गैंग है जो ऐसे लोग जिनकी सौदे एसबीयूटी से हो जाने के बाद उस जगह पर कबज़ा करते हैं और खाली करने के लिए एसबीयूटी से मोटी रकम वसूल करते हैं। हाशिम भी उसी गैंग का सदस्य है। हालांकि हाशिम ने बताया था कि उसे करोड़ों रूपए वहां से मिलने की उम्मीद थी लेकिन जेजे मार्ग सीनियर पीआई ने उस उम्मीद पर पानी फेर दिया अब 25 लाख रूपए मिले हैं तो भागे भूत की लंगोटी समझ कर उसने रख लिया है अब वह इसी इलाके में ऐसी दूसरी जगह कबज़ा करने की कोशिश कर रहा है जहां फिर इसी तर्ज़ पर कबज़ा करके एसबीयूटी से माल खीच सके।
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