मुंबई :मुंबई के डॉकयार्ड इलाके में छोटा शकील का पंटर चीटर और चिंदीचीर बिल्डर राजू नट बोल्ट के एक दफ्तर में उसपर हमला को लेकर लेकर मुंबई पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच के कान खड़े हो गए हालांकि इस हमले में कई ऐसे लोगों को भी टारगेट और शिकार बनाने की तैयारी चल रही है जो राजू नट बोल्ट के चीटिंग का शिकार हुए क्योंकि राजू नट बोल्ट ने न जाने कितने लोगों को चूना लगाया है चूंकि नट बोल्ट पुलिस थाने को मैनेज करने में महारत रखता है इसी वजह से मुंबई के कई थानों में उसके विरुद्ध कई मामले दर्ज हैं बावजूद इसके नट बोल्ट का पुलिस और सिस्टम बाल भी बांका नहीं कर पा रहा क्योंकि वह सिस्टम और पुलिस को अपनी जेब में रख कर चलता है।
जानकारी में यह बात पता चला कि मुंबई पुलिस में कार्यरत स्वर्गी आज़म पटेल के भतीजे वाहिद पटेल को बैंक से लोन लेना था लेकिन पगड़ी सिस्टम की बिल्डिंग होने के कारण लोन नहीं मिल सका जिसके बाद राजू के दोस्त अल्ताफ लकड़ावाला ने वाहिद को राजू नट बोल्ट से मिलाया ताकि वह इसे लोन दिला सके राजू ने अपनी चीरा बाजार की एक प्रॉपर्टी वाहिद के नाम पर रजिस्टर की और उसके बाद उस प्रॉपर्टी पर बैंक से लोन लिया लेकिन हैरानी को बात यह है की वाहिद के 15 लाख लोन के नाम राजू नट बोल्ट ने बैंक से डेढ़ करोड़ का लोन हासिल किया और जैसे ही वाहिद के खाते में बैंक से यह पैसे आए उसी दौरान वाहिद के खाते एक एक बड़ी रकम यानी 1 करोड़ 33 लाख राजू के साले इम्तियाज के खाते में चली गई 17 लाख जो बचे उसमें से 2 लाख के बैंक के शेयर खरीदे गए ओर बचे 15 लाख वाहिद ने बतौर लोन हासिल कर लिए ।
इस मामले में बैंक ने जब लोन को वसूली की तो जिस घर के पते पर लोन हासिल किया गया था वह घर मात्र पेपर पर वाहिद एक नाम पर था जब को वह राजू नट बोल्ट के कब्जे में था और इसी घर पर बैंक ने कई नोटिस भेजी जो की वाहिद को मिली नही।
बैंक ने इस मामले में वाहिद और उसकी पत्नी के नाम पर भायखला थाने में मामला दर्ज कराया जिसके बाद वाहिद और उसकी पत्नी तेने महीने तक जेल में थे चूंकि राजू को पत्नी इस लोन में गारेंटर थी तो बैंक ने उससे कई चेक दस्तखत करा कर अपने पास रखे थे और बैंक ने लोन की भरपाई न करने पर उस चेक को बाउंस करा दिया।
वाहिद और उसकी पत्नी जब जेल से बाहर आए तो उन्होंने राजू ओर इम्तियाज के खिलाफ भायखला थाने में मामला दर्ज कराया लेकिन हैरानी को बात यह है की मुंबई के कई पुलिस थानों में राजू नट बोल्ट के खिलाफ जिस प्रकार दर्ज मामले की फाइल धूल चाट रही है वैसे ही भायखला थाने में भी राजू के खिलाफ दर्ज मामलों के बाद उस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि सिस्टम ऐसे लोगों के साथ है जिसकी वजह से इस प्रकार के लोग किसी को भी बड़े आसानी से टोपी पहना देते हैं।
राजू नट बोल्ट का शिकार मात्र वाहिद ही नही मुंबई में एक पूरी लिस्ट है जो राजू नट बोल्ट के शिकार हुए हैं लेकिन हैरानी को बाद यह को सिस्टम के अंधे और लंगड़े होने के कारण ऐसे लोगों की दोकनदारी बड़े आसानी से चलती है कहां है।
इस हमले में जो जानकारी सामने आई है उसमें आरोपी ने राजू पर हमला किया लेकिन वह बाल बाल बच गया इसलिए कयास यह लगाया जा रहा है के नट बोल्ट ने यह हमले खुद से ही कराए हों ताकि एक तीर से कई शिकार कर सके क्योंकि भायखला थाने में कुछ पुलिस वाले राजू नट बोल्ट के टुकड़े पर पलने के बाद उसके इशारे पर काम कर रहे हैं बिलकुल वैसे ही जैसे सचिन वाज़े हाल ही में एक व्यापारी के घर पर मात्र एक लिखित शिकायत पर उसके घर और कार्यालय पर पुलिस की फौज भेज कर उठवा लेने की धमकी दे रहे थे इस मामले में जब भायखला थाने के सीनियर पीआई खोत से जब बात की गई तो खोत ने बड़े ही निडर तरीके से बोले ऐसे मात्र एक लिखित शिकायत पर किसी के घर पुलिस को भेजा जासकता है।जबकि जब मामला किसी और का होता है तो यही पुलिस वालों का जवाब होता है बिना FIR के किसी को पुलिस थाने बुलाने का या किसी के घर पुलिस भेजने का प्रावधान नहीं है लेकिन जब राजू नट बोल्ट जैसे अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों के साठ गांठ हो तो यही पुलिस के लिए हर असंभव संभव में बदलने में समय नहीं लगता फिर वह सचिन वाज़े बनने में एक बार भी नहीं सोचते।
चूंकि राजू नट बोल्ट हर तरफ से घिर चुका है इसलिए संभव है की यह हमले का का नाटक उसने खुद किया हो ताकि इस के कारण कई लोगो को वह पोलिसिया सेटिंग कर के उन्हें जेल पहुंचा दे और खुद बच जाए यही वजह है की जांच अफ़सर इस पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच कर रहे हैं।