बॉम्बे लीक्स ,मुँबई
मुंबई में इन दिनों गुजराती बनाम मराठी का मामला बड़ा मुद्दा बन चुका है।ऐसे में इस क्षेत्रीय बनाम प्रवासी मामले में अब एक बड़ा राजनीतिक विवाद शुरू हो गया, आरोप है कि जब एक मराठी महिला को हाल ही में उपनगरीय मुलुंड में गुजराती बहुल बिल्डिंग सोसायटी में कार्यालय खरीदने से रोक दिया गया।इस मामले में महिला और सोसायटी के सदस्यों के बीच हुई मारपीट का वीडियो सामने आने पर मुलुंड पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।वही अब इस मामले में शिवसेना उद्धव गुट खुलकर सामने आ गया है।शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस इस मामले में कार्यवाही करेंगे।
गौरतलब है कि मुंबई में एक गुजराती पिता और पुत्र के खिलाफ बुधवार को एक मामला दर्ज किया गया, जब एक महिला ने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसे अपने में फ्लैट देने से इनकार कर दिया क्योंकि वह मराठी थी।मामला सियासी शिकार बनने के बाद मुलुंड पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही की है। रिपोर्ट के मुताबिक मुलुंड की शिव सदन सोसायटी के सचिव प्रवीण तन्ना और उनके बेटे नीलेश पर दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गलत तरीके से रोकने, जानबूझकर चोट पहुंचाने और उकसाने के इरादे से अपमान करने का आरोप है।महिला तृप्ति देओरुखकर ने बुधवार रात एक वीडियो में आरोप लगाए, जिस पर लोगों और महाराष्ट्र के राजनेताओं ने तीखी टिप्पणियां कीं।फ़ेसबुक पर पोस्ट की गई क्लिप में, रोते हुए देओरुखकर ने कहा कि “मुंबई में एक मराठी के साथ जो हो रहा है, उससे हैरान और दुखी हूं।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोसायटी के सचिव प्रवीण तन्ना ने मुझे बताया कि उनकी सोसायटी में महाराष्ट्रीयन लोगों को रहने की अनुमति नहीं है। मुझे बहुत गुस्सा आया और मैंने उनसे पूछा कि क्या यह समाज का नियम है, जिसकी वजह से बाद में झगड़ा हुआ।कहा कि वे प्रवीण की बहस रिकॉर्ड कर रही थी, तभी उनके बेटे नीलेश ने फोन छीन लिया और उनका दूसरा हाथ मजबूती से पकड़ लिया।देओरुखकर ने कहा, “मैं डरी हुई थी क्योंकि मेरे काम और मेरे क्लाइंट की जानकारी फोन पर थी धक्का-मुक्की हुई और उन्होंने मुझे धक्का दिया… मेरे पति का चश्मा भी टूट गया।इसलिए हमने बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।वही इस मामले को लेकर जहां शिवसेना उद्धव गुट ने सरकार पर सवाल खड़े किए तो वही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सवाल किया कि क्या महाराष्ट्र में अब मराठी लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।मराठी अस्मिता पर बात आई तो मनसे भी कहा पीछे रहने वाली थी।महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं का एक समूह गुरुवार को देवरुखकर को मुलुंड सोसायटी ले गए और तन्नाओं से उनसे माफी मंगवा दी।शिकायत में, देओरुखकर ने कहा, “मैंने पूछा कि क्या परेशानी और मुझे बताया गया कि मराठियों को (बिल्डिंग में) रहने की अनुमति नहीं थी।मैंने रूल बुक दिखाने को कहा तो वह नाराज हो गए।उन्होंने यहां तक कहा कि मैं किसी को भी कॉल कर सकता हूं। बता सकता हूं या शिकायत कर सकता हूं और कोई भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उनकी उम्र देखकर मैं और मेरे पति वहां से चले गए।जैसे ही वे बाहर निकले, उनके बेटे नीलेश ने दंपति से पूछा कि उन्होंने उनके पिता के साथ बहस क्यों की।देवरुखकर ने शिकायत की कि उनका बेटा उनसे बहस कर रहा था, जहां बाद में उनके पिता आ गए और फिर दोनों ने उनके साथ मिलकर दुर्व्यवहार किया।
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