
नागपाड़ा पुलिस थाने के जुल्म का शिकार विधवा महिला नूरीन्निसा अंसारी
मुंबई : गरीबों को दबाने और असर व रसूख रखने वालों की जी हुजूरी करने वाले मुंबई के नागपाड़ा पुलिस को महिला आयोग ने नोटिस जारी करते हुए 7 दिनों के भीतर जवाब तलब किया है यह शिकायत एक बुजुर्ग विधवा महिला की है जो बाबा बंगाली गैंग के जुल्म की शिकार हुई है और महिला ने जब नागपाडा पुलिस थाने शिकायत करने पहुंची तो पुलिस ने उन्हें ही एक नोटिस थमाते हुए इलाके में लॉ ऐंड ऑर्डर बेहतर बनाने की बात कही। महिला और उसके परिवार वाले घंटों पुलिस थाने में बैठे थे लेकिन उनकी शिकायत नहीं ली गई।यह शिकायत आजाद मैदान दंगे और हत्या के मुख्य आरोपी तथा कथित धर्म धुरंधर श्री श्री मोईन अशरफ उर्फ बाबा बंगाली और उसके एक गुर्गे असलम लाखा के खिलाफ की गई है।

नागपाड़ा पुलिस स्टेशन के सीनियर पीआई अजय कांबले
शिकायत में विधवा महिला नूरीन्निसा अंसारी ने बताया कि उनकी पुश्तैनी जगह जो कि आज उनकी तीसरी पीढ़ी यहां रह रही हैं वहां पास में ही मदरसा जहां बाबा बंगाली और उनके भक्त भी रहते हैं उन्हीं भक्तों में असलम लाखा है जो इन्हें परेशान कर रह है और उनके घर पर कब्जा करने की कोशिश कर रह है उन्होंने इस संदर्भ में नागपाडा पुलिस थाने का रुख किया लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रहा है जिसके बाद उन्हें महिला आयोग का रुख करना पड़ा ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
आपको बता दें कि हाल ही में मुंबई के कई पुलिस थाने में बेटी बचाव और बेटी पढ़ाओ को लेकर रैली निकाली गई लेकिन नागपाडा पुलिस थाने के टॉर्चर से एक विधवा बेटी इतनी तंग आ चुकी है कि उसे महिला आयोग जाना पड़ा इस तरह से मुंबई के कुछ पुलिस स्टेशन की वजह से स्कॉटलैंड की तुलना की जाने वाली मुंबई पुलिस की छवि खराब होते दिखाई दे रही है इनमें नागपाडा पुलिस पहले नंबर पर है जो इन दिनों मलाई बटोरने के चक्कर में किसी की भी दुकान मकान खाली कराने का ठेका ले रही है हैरानी इस बात की है कि पुलिस जांच के नाम पर पुलिसिया लेटर भेज कर जांच के नाम पर टॉर्चर कर रही है हालांकि यह पुलिसिया नोटिस बिना BNS की धाराओं के तहत ही भेजी जाती हैं।
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