•मुंबई पुलिस कर्मियों ने ठुकराई खाकी की नौकरी-एंटीलिया की ऊँचान के आगे फीकी पड़ गई शहर की सुरक्षा।
•दुनिया मुठ्ठी में करने के बाद पुलिस को भी मुठ्ठी में करने की कोशिश
मुंबई ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स
मुंबई : पुलिस में भर्ती होने के लिए कड़ी मेहनत के बावजूद साम दाम दंड भेद जैसे कई तरीके भी अपनाए जाते देखे और सुने गए होंगे।मतलब साफ है कि खाकी का शरीर पर चढ़ जाना और रॉब और रुतबे में बाहुबली बन जाना।लेकिन शायद आपने बहुत ही कम ऐसे मामले देखे गए होंगे जब किसी पुलिस कर्मचारी ने मेहनत से हासिल की गई खाकी वर्दी को कार्यकाल के दौरान खुद से दूर किया हो लेकिन ऐसा हो ही नही रह बल्कि हो चुका है।जबकि कतार में कुछ खाकी के इस्तीफे अभी विचाराधीन है। यह मामला किसी गाँव कस्बे के पुलिस कर्मियों का नही बल्कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की मुंबई पुलिस से जुड़ा हुआ है।
जी हाँ एशिया में जिस खाकी का खौफ हो क्या उस पुलिस की वर्दी कोई पुलिस कर्मी इतनी आसानी से उतारना चाहेगा।लेकिन मुंबई पुलिस में ऐसा वास्तव में हो रहा है। जहां एक दो नही, तीन चार नही बल्कि कोरोना कॉल में पूरे के पूरे आठ पुलिस कर्मियों की पूरी की पूरी जमात ने उच्च अधिकारियों को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सभी पुलिस कर्मियों ने अपने इस्तीफे की कहानी के पीछे जो व्याकरण गढ़ा है , वह है सभी के माँ की बीमारी। बात अचंभित करने वाली है कि जब कोरोना कॉल में लोगो के पास नोकरी नही है।करोड़ो लोग बेरोजगार है, बाज़ार सूने पड़े है।तो ऐसे दौर में एक डिपार्टमेंट की पूरी की पूरी जमात माँ की बीमारी का हवाला देकर इस्तीफा दे रही है।जबकि बीमारी की हालात में पैसों की कितनी और कब जरूरत पड़ती है।इसकी हम आप बखूबी जानकारी रखते है।खाकी बीमारी और पैसे से जुड़ा हर सच हम आपको बताएंगे कि क्यों मुंबई पुलिस की प्रोटेक्शन एंड सिक्योरिटी सेल के एक दो नही बल्कि पूरे के पूरे आठ पुलिस कर्मियों को इस्तीफा देना पड़ा।
दरअसल मुंबई पुलिस के आठ पुलिस कर्मियो के इस्तीफे की कहानी का खाका हम आपको यहां बता रहे है। मुंबई पुलिस का प्रोटेक्शन एंड सिक्योरिटी सेल अन्य राज्यो को देखते हुए काफी मायने रखता है। क्योंकि राजधानी मुंबई में बसे रईसघरानो और बॉलीबुड में सुरक्षा प्रदान करना मुंबई पुलिस के सिर एक बड़ी जिम्मेदारी मानी जाती है।वह भी तब मुंबई अंडरवर्ल्ड का रोल बॉलीवुड बिल्डरों एवं बड़े रईसघरानों से बतौर वसूली आंका जाने लगा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुंबई पुलिस के प्रोटेक्शन एंड सिक्योरिटी सेल के आठ पुलिस कर्मियों ने विभाग से इस्तीफा दे दिया है।जिनमे 5 पुलिस कर्मियों के इस्तीफे स्वीकार किये जा चुके है।जबकि 3 पुलिस कर्मियों के इस्तीफे अभी उच्च अधिकारियों के टेबल पर विचाराधीन है। एक साथ 8 पुलिस कर्मियों के एक साथ इस्तीफा देना और सभी इस्तीफों के पीछे का किस्सा माँ की बीमारी से जोड़ना कोई आश्चर्य जनक नही है।
दरअसल इन ईस्तीफों के पीछे का सच कुछ और नही बल्कि अंबानी परिवार का पैसा है।जिसकी चमक धमक और रईसी के आगे मुंबई पुलिस के 8 जवान नतमस्तक हो गए।
पहले कुछ ऐसी ही है सूत्रों के मुताबिक इस्तीफा देने वाले सभी जवान पिछले कुछ सालों से अंबानी की सुरक्षा में तैनात थे। रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी के बारे में कहावत है कि वह अपनी मेहनत और लगन से अपने बिजनेस को लगातार बढ़ाते रहते हैं। वो अपनी टीम के साथ मिलकर लगातार वो प्रयास करते हैं, जिनसे उनके बिजनेस में दिन-रात बढ़ोतरी देखी जाती है।वही मुकेश अंबानी और उनके परिवार की सुरक्षा के ज़िम्मा मुंबई पुलिस के कांधो पर है।
मुकेश अंबानी को Z प्लस सिक्युरिटी के घेरे में मुस्तैद है। इस सुरक्षा पर महीने में 20 लाख का खर्च आता है।अंबानी इस सुरक्षा का खर्चा ये स्वयं उठाते है।Z प्लस सुरक्षा होने के कारण मुकेश अंबानी की सुरक्षा में एक समय पर 55 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। इनमें 10 एनएसजी और एसपीजी कमांडो होते है तो बाकी अन्य मुंबई पुलिसकर्मी।बस यही से शुरू होता है 35 हजार से लाखों की सफर का आगाज़।
अंबानी की सुरक्षा में लगे 55 सरकारी सुरक्षा के अलावा अंबानी के पर्सनल गार्डस भी होते है।जिनकी आमदनी सरकारी सुरक्षा कर्मियों की तरह हजारों में न होकर लाखो की होती है।
मुंबई पुलिस के इस्तीफा देने वाले जवानों को कई सालों से अंबानी और उनके परिवार की सुरक्षा में मुस्तैद किया गया था।ज़ाहिर सी बात है कि इस दौरान लंबे समय से सुरक्षा में लगे रहने के कारण पारिवारिक नजदीकियां काफी घनिष्ठ होती गई। अंबानी परिवार के करीब आने के बाद मुंबई पुलिस के जवानों के सामने लाखो के महीने कमाने का जो सुरूर सर चढ़ा उंसके बाद एक के बाद एक टेबल पर गिर रहे इस्तीफों ने इस तस्वीर का आईना दिखाना शुरू कर दिया।
अंबानी परिवार में बिछे पड़े पैसों के आगे मुंबई पुलिस के प्रोटेक्शन एंड सिक्योरिटी विभाग में तैनात 8 पुलिस कर्मियों ने विभाग से इस्तीफा महज़ इसलिए दे दिया ताकि अंबानी परिवार की प्राईवेट सुरक्षा से जुड़कर महीने का लाखो कमाया जा सके।यही नही पुलिस विभाग से इस्तीफा देने वाले 8 पुलिस कर्मियों में से 5 पुलिस कर्मी के अंबानी परिवार की सुरक्षा में मुस्तैदी से नोकरी भी कर रहे है।जहां उन्हें लाखो की तनख्वाह मिलने लगी है।जबकि 3 पुलिस कर्मियों का इस्तीफा अभी उच्च अधिकारियों के टेबल पर विचाराधीन बताया जा रहा है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक बाकी बचे 3 पुलिस कर्मियों के इस्तीफे भी जल्द स्वीकार कर लिए जाएंगे।जिसके बाद यह तीनो पुलिस कर्मी भी अंबानी परिवार के सुरक्षा कवच का बतौर गार्डस ज़िम्मा उठाते हुए लाखो की तनख्वाह के हकदार हो जाएंगे।
दरअसल मुंबई पुलिस में बतौर सिपाही सरकारी तनख्वाह 35 से 40 हजार के अलावा 12 घण्टे से ऊपर की सख्त नोकरी होती है।जबकि दूसरी प्राइवेट बड़ी कंपनियों के गार्डस सरकारी तनख्वाह से कही ज्यादा लिमिट समय मे कमा लेते है।ऐसे में मामला जब देश के सबसे बड़े धन्ना सेठ अंबानी परिवार की कंपनी से जुड़ा है।तो जाहिर सी बात है कि सुरक्षा को लेकर लाखो की कमाई होना कोई बड़ी बात नही कही जा सकती।वो भी तब जब धन्ना सेठ अंबानी स्वयं सुरक्षा का खर्च उठा रहे है।
ज़ाहिर सी बात है कि लगातार कोई किसी कंपनी या शख्स के लिए कई सालों तक काम करता रहे तो उनके संबंध उस शख्स के साथ काफी घनिष्ठ हो जाते है।कुछ ऐसा ही हुआ मुंबई पुलिस के इन कांस्टेबल्स के साथ जिनकी ड्यूटी तो अंबानी परिवार की सुरक्षा में लगाई गई थी लेकिन सभी पुलिस कर्मियों ने इस दौरान अपना कल बनाते हुए ऐसे अंबानी परिवार से ऐसे मधुर संबंध स्थापित कर लिए कि उन्हें मुंबई पुलिस की सरकारी नोकरी नागवार गुजरने लगी।
यहां हम आपको बताना चाहते है कि अंबानी परिवार के हर एक सदस्य के लिए सरकारी और गैर सरकारी सुरक्षा प्रदान की गई है।मुकेश अंबानी को Z प्लस तो पत्नी नीता अंबानी को Y कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है।जोकि देश भर में नीता अंबानी के इर्द गिर्द साये की तरह उनके साथ रहते है।
देश में चल रहे किसान आंदोलन के मद्देनजर रिलायंस ग्रुप द्वारा एंटीलिया की सुरक्षा बढ़ाये जाने की मांग भी रखी गई थी।
अंबानी परिवार को दी जा रही सरकारी सुरक्षा को वापस लेने की मांग भी उठी थी।मामला कोर्ट की शरण तक पहुचाँ भी था।लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट में अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिसंबर 2019 के आदेश के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था कि किसी व्यक्ति पर खतरे की आशंका का आकलन व समीक्षा करना राज्य सरकार का काम है।
फिलहाल अभी मुंबई पुलिस ने 5 जवान महामारी के दौर में शहर की सुरक्षा को नज़र अंदाज़ कर अंबानी परिवार की सुरक्षा में मौज काटते हुए लाखों की तनख्वाह उठाने लगे है जबकि 3 जवानों को अभी अपने इस्तीफे की स्वीकारता का इंतज़ार है।माना जा रहा है कि जल्द ही उनके इस्तीफे भी स्वीकार कर लिए जाएंगे जिसके बाद अंबानी परिवार से जुड़कर बतौर सुरक्षा गार्डस यह तीनो पोलिस कर्मी भी लाखों की तनख्वाह के साथ मौज के दिन काटने लगेंगे।
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