शाहिद अंसारी
मुंबई : मुंबई के कमला मिल में लगी आग की वारदात में 29 लोगों की मौत हो गई है जबति इससे पहले साकीनाका में एक फरसान की दुकान पर आग लग जाने की वजह से 12 लोग मौत के शिकार हो गए हैं। कई मामलों में फाएरकर्मियों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा जबकि आग की वारदातों में भारी संख्या में लोग जख्मी भी हो जाते हैं।
महाराष्ट्र अग्निप्रतिबंधक व जीवरक्षक उपाययोजना अधिनियम 2006 के तहेत इस नियमका पालन करने स पर अमल करने की जिम्मेदारी मुंबई फाएर ब्रिगेड की है। लेकिन पिछले 6 सालों में मुंबई शहर में आग की वारादतों की जो संख्या है वह बहुत ही चौंका देने वाली है उस से यह साबित होता है कि इस नियम को ताक पर रका जाता है।
आरटीआई से मिली जानकारी में पता चला है कि मंबई में पिछले 6 सालों में 29140 वारदातें रिकॉर्ड की गई हैं जबकि इन वारदातों में मौत के मुंह में जाने वालों की संख्या 300 है। यह जानकारी आरटीआयई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख को मुंबई फाएर ब्रिगेड ने दी है।
शेख ने मुंबई मुंबई फाएर ब्रिगेड ऑफिस से 2012 से मुंबई शहर में कितनी आग लगने की घटनाऐं हुई है उनकी जानकारी मांगी उसके साथ सात आग की वारदातों में कितने लोगों की मौत हुई है और कितने लोग जख्मी हुए है इसकी जानकारी मांगी थी। इस सन्दर्भ में अप्रैल सुचना अधिकारी ए. वी. परब ने शेख को जानकारी सुचना अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत उपलब्ध कराई है। जानकारी के अनुसार सन 2012 से2018 तक कुल 29140 आग की वारदातें हुई हैं जिसमें 300 लोगों की आग दुर्घटना में मौत हुई है जबकि 925 लोग जख्मी हुए हैं और इन वारदातों में अपनी जान जोखम मे डाल कर काम करने वाले 120 फाएरकर्मी भी जख्मी हुए हैं।
वहीँ सन 2012-2013 में कुल 4765 आग लगने की दुर्घटनाएं हुयी है जिनमें 62 लोगों की मृत्यु हुयी है और44 पुरुष 18 स्त्रियों का हैं इस वारदात में कुल 177 लोग जख्मी हुए हैं जिसमें 139 पुरुष तथा 38 स्त्रियों का समावेश है और कुल 13 फाएरकर्मी जख्मी हुए हैं। वहीँ सन 2014-2015 में कुल 4842 आग लगने की दुर्घटनाएं हुई हैं एवं कुल 32 लोगों की मृत्यु हुयी है जिसमें 20 पुरुष तथा 12 स्त्रियों का समावेश है और कुल125 लोग जख्मी हुए हैं जिसमें 92 पुरुष तथा 33 स्त्रियों का समावेश है एवं जबकि फाएरकर्मी की मृत्यु हुई हैऔर 31 फाएरकर्मी जख्मी हुए हैं। वहीँ सन 2015-2016 में कुल 5212 आग लगने की दुर्घटनाएं हुयी हैंजिनमें कुल 47 लोगों की मृत्यु हुई है 34 पुरुष तथा 13 स्त्रियों का समावेश है कुल 128 लोग जख्मी हुए है। जिसमें 91 पुरुष तथा 37 स्त्रियों का समावेश है, एवं 5 फाएरकर्मीयो की मृत्यु हुई है एवं कुल 23 फाएरकर्मी जख्मी हुए हैं। वहीँ सन 2016-2017 में कुल 5021 आग लगने की दुर्घटनाएं हुई हैं एवं कुल 34 लोगों की मृत्यु हुयी हैं जिसमें 18 पुरुष तथा 16 स्त्रियों का समावेश है, और कुल 115 लोग जख्मी हुए हैं जिसमें 83पुरुष तथा 32 स्त्रियों का समावेश है, एवं एक फाएरकर्मीयों की मृत्यु हुई है, एवं कुल 13 फाएरकर्मी जख्मी हुए हैं। वहीँ सन 2017-2018 में कुल 4927 आग लगने की दुर्घटनाएं हुई हैं, एवं कुल 55 लोगों की मृत्यु हुई है जिसमें 37 पुरुष तथा 18 स्त्रियों का समावेश है, और कुल 219 लोग जख्मी हुए है जिसमें 132 पुरुष तथा87 स्त्रियों का समावेश है, एवं कुल 8 फाएरकर्मी जख्मी हुए हैं। वहीँ सन 2018 से अप्रैल तक कुल 711 आग लगने की दुर्घटनाएं हुई हैं, एवं कुल 5 लोगों की मृत्यु हुई है जिसमें 4 पुरुष तथा एक स्त्री का समावेश है, और कुल 20 लोग जख्मी हुए है जिसमें 12 पुरुष तथा 8 स्त्रियों का समावेश है, एवं कुल 3 अग्निशमक अधिकारी/कर्मचारी जख्मी हुए हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख के अनुसार मुंबई फाएर ब्रिगेड के मुख्य अग्निशमक अधिकारी महाराष्ट्र अग्निप्रतिबंधक व जीवरक्षक उपाययोजना अधिनियम 2006 पर क्यों अमल नहीं कर रहे हैं? अभी भी आग दुर्घटना होने का इंतेजार कर रहे हैं क्या? इस सन्दर्भ में आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने मनपा आयुक्त अजॉय मेहता और प्रभात रहांगदले को पत्र लिखकर महाराष्ट्र अग्निप्रतिबंधक व जीवरक्षक उपाययोजना अधिनियम 2006 को पूरी तरह से करने कार्यान्वित की मांग की है और साथ ही साथ और ठोस कदम उठाने की भी मांग की है।
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