मुंबई: LT मार्ग वसूली और झोलझाल प्रकरण में मुंबई पुलिस ने भारत के तथाकथित सब से ईमानदार अधिकारी सौरभ त्रिपाठी का तबादला कर दिया गया है उन्हे डीसीपी (जोन-2) के पद से हटाकर डीसीपी (संचालन) के रूप में नियुक्त किया।
आपको बता दें डीसीपी (जोन-2) के रूप में उनकी तैनाती के दौरान उनके क्षेत्र के तीन पुलिसकर्मियों पर रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया गया था इस मामले की जांच मुंबई पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद शुरु की गई जिसके बाद अडिशनल कमिश्नर दिलीप सावंत ने जांच की और जांच में दोषी पाते हुए उन्होंने खुद मामला दर्ज कराया था।
लोकमान्य तिलक मार्ग थाने में तैनात एक पुलिस निरीक्षक, एक सहायक पुलिस निरीक्षक और एक पुलिस उपनिरीक्षक के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज किया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच करने वाली अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई (सीआईयू) ने दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया था, जबकि एक पुलिस निरीक्षक अभी भी फरार है।
इस से पहले भी त्रिपाठी को ईमानदारी को लेकर सवाल उठे थे जब वह अहमद नगर में तैनात थे उस दौरान अमेरिकन मराठी मिशन चर्च की जगह को लेकर चर्चा में आए थे उनपर आरोप थे की ज़मीन हड़पने वालों का वह साथ दे रहे हैं।
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