• ‘खेला होबे” की राह पर अब बंगाल बीजेपी , चुनिंदा सीटों के नतीज़ों पर इंसाफ के लिए कोर्ट की शरण।
कोलकाता ब्यूरो | बॉम्बे लीक्स |
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में टीएमसी बीजेपी के बीच तनातनी थमने का नाम नही ले रही है। जारी हिंसा के बीच जहां पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एवं टीएमसी के बीच वाकयुद्ध जारी है , तो वही दूसरी तरफ आगामी लोकसभा के लिए ममता बनाम मोदी की सियासती रणनीति की सुगबुगाहटें भी जोर पकड़ने लगी है।
विधान सभा चुनाव में मोदी समेत मंत्रिमंडल के सभी दिग्गजों को धूल चटाने के बाद ममता का नया तेवर बीजेपी के लिए संकट की घड़ी बनकर उभरा है।इस बीच ममता ने सिर्फ देश की राजनीति में अलग चेहरा साबित हुई बल्कि बीजेपी को उसी की रणनीति में पटखनी देने में महारत हासिल करती जा रही है।
टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए कई बड़े नामो की वापसी के साथ ही हिंसा के बीच बीजेपी के सैकड़ो कार्यकर्ता वापिस ममता का दामाम थामते जा रहे है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है। पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर जहां ममता बनर्जी और टीएमसी ने कोर्ट से न्याय की मांग की थी , तो वही दूसरी तरफ अब बीजेपी भी टीएमसी के जीते उम्मीदवारों के खिलाफ अदालत जाने की तैयारी कर चुकी है। बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान को देखते हुए कि अब बीजेपी कोर्ट में उन सीटों को चुनौती देगी ,जहाँ पार्टी के हार का अंतर बहुत कम है। जिसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। दिलीप घोष के अनुसार याचिका दायर करने को लेकर हमारा कानूनी प्रकोष्ठ सभी विकल्प की तलाश कर रहा है। सीटों की पहचान कर ली गई है।हम चुनाव याचिका दायर करने की योजना बना रहे हैं।
दरअसल टीएमसी से बीजेपी में गए शुभेंदु अधिकारी के हाथों ममता को नंदीग्राम में हार का सामना करना पड़ा था। ममता बनर्जी ने अपनी हार के खिलाफ पुनर्गणना को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसके बाद ममता के अनुरोध को खारिज करने के कुछ मिनट बाद ही याचिका दायर करने के अपने फैसले की घोषणा की थी। टीएमसी प्रमुख ममता ने अब याचिका भी दायर कर दी है।
यही नही तृणमूल कांग्रेस के चार और उम्मीदवारों ने बलरामपुर, गोघाट, मोयना और बोंगांव दक्षिण निर्वाचन क्षेत्रों में घोषित परिणामों के खिलाफ अपनी याचिका दायर की जोकि 77 में से चार सीटें ऐसी थी जिसपर भाजपा को जीत मिली थीं।
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हिंसा का दौर जारी हुआ।जिसे बीजेपी ने भुनाते हुए ममता बनर्जी पर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर दबाव बना रखने का प्रयास जारी रखा। खासकर चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर बीजेपी ममता बनर्जी पर हमलावर देखी गई। जिसके बाद मोदी मंत्रिमंडल के साथ सम्पूर्ण भाजपा खेमा समेत राज्यपाल धनकड़ ने ममता को घेरने का भरकस प्रयास किया। पश्चिम बंगाल राज्यपाल धनखड़ लगातार ममता को निशाना बनाते रहे। जिसके बाद राज्यपाल की विश्वनीयता पर भी सवाल खड़े होने लगे।फिलहाल धनकड़ दिल्ली में डेरा जमाए हुय है उनकी आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी हुई। जोकि सार्वजनिक नही हुई माना जा रहा है कि धनकड़ लौटने के बाद ममता पर कोई नया पैतरा आज़मा सकते है।
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