बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि फंसे 22 छात्रों को वापस लाने के लिए एक विशेष विमान की व्यवस्था की गई है और जल्द ही यह विमान इन छात्रों को लेकर महाराष्ट्र में प्रवेश करेगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय से आधिकारिक बयान के अनुसार, शिंदे ने रविवार को मणिपुर में फंसे छात्रों से फोन पर बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि मणिपुर हिंसा की आग में सुलग रहा है।सशस्त्र भीड़ गांवों पर हमला कर रही है, घरों में आग लगाई जा रही है। संपूर्ण राज्य में दुकानों में तोड़फोड़ की जा रही है।ऐसे में अब उन राज्यों की चिंता भी बढ़ गई है, जिन राज्यों के छात्र यहां पढ़ाई करते हैं।एनआईटी मणिपुर में महाराष्ट्र के कई छात्र पढ़ाई करते हैं अब इन छात्रों की मदद के लिए महाराष्ट्र राज्य सरकार ने तत्काल मदद के कदम उठाए हैं।ऐसे में मणिपुर के स्थानीय तनाव से एनआईटी मणिपुर में पढ़ने वाले छात्र बेहद परेशान थे। इसी के चलते उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने छात्रों से फोन पर चर्चा की और उन्हें आश्वस्त किया और उन्हें हर संभव मदद देने का वादा किया है।फडणवीस ने छात्रों से बातचीत करने के तुरंत बाद मणिपुर सरकार से संपर्क किया और स्थिति की जानकारी ली।सीएम शिन्दे के मुताबिक महाराष्ट्र के कई छात्र मणिपुर के एनआईटी, आईआईटी में पढ़ रहे हैं और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तुषार अवध और विकास शर्मा से फोन पर संपर्क किया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस संबंध में, मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव को मणिपुर के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से संपर्क करने और छात्रों की सुरक्षा का ध्यान रखने का अनुरोध करने का भी निर्देश दिया है।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इन फंसे हुए छात्रों को जल्द ही हवाई मार्ग से महाराष्ट्र लाया जाएगा और महाराष्ट्र सरकार मणिपुर में स्थिति पर नजर रखे हुए है। अनुसूचित जनजातियों (ST) की सूची में मेइती को शामिल करने पर विचार करने के हाई कोर्ट के आदेश पर बहुसंख्यक मेइती समुदाय और अन्य आदिवासी समूहों के बीच हिंसा भड़क गई थी।बता दें कि मणिपुर में जारी हिंसा के बीच दर्जनों लोगों की मौत हो गई है।3 मई को हुई इस हिंसा में जिला प्रशासन ने सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक, चुराचांदपुर जिले में कर्फ्यू लगा दिया था। हालांकि, मणिपुर सरकार ने रविवार को कर्फ्यू में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक आंशिक रूप से ढील दी, ताकि लोग आवश्यक सामान खरीद सकें। एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि मणिपुर में अब तक कुल 23,000 नागरिकों को बचाया गया है और सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया गया है।राज्य के अधिकारियों ने कहा है कि हिंसा में जिन 54 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 16 के शव चुराचांदपुर के जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखे गए हैं।वहीं 15 शव जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में रखे गए हैं।इसके अलावा इंफाल के पश्विम में स्थित लाम्फेल में रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की ओर से 23 की मौत की पुष्टि की गई है।
Post View : 83262