बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
मुंबई में होने वाली I.N.D.I.A (इंडिया) की बैठक में आम आदमी पार्टी (आप) शामिल होगी।इस बात की पुष्टि आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वयं की है।इससे पहले कयास लगाए बज रहे थे कि छत्तीसगढ़ में हुई केजरीवाल की रैली के बाद वे इंडिया गठबंधन से अलग राह चुन सकते है।हालांकि केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि वे गठबंधन की मुंबई बैठक में उपस्थित रहेंगे।
गौरतलब है कि मुंबई में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) की तीसरी बैठक में 26 से ज्यादा राजनीतिक दलों के लगभग 80 नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।वर्तमान में 26 दल गठबंधन समूह का हिस्सा हैं और दो दिवसीय बैठक के दौरान कुछ और दल गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं। इस बैठक में गठबंधन के लोगो का अनावरण होने की उम्मीद भी जताई जा रही है।वहीं केजरीवाल को लेकर असमंजस के कयास लगाये जा रहे थे।हालांकि अब उन्होंने साफ कर दिया है।पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि हां हम मुंबई में जाएंगे और जो भी रणनीति बनेगी उसके बारे में सभी को अवगत करा दिया जाएगा।इसके अलावा उन्होंने संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का ऐलान भी कर दिया।उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले मैंने ये गारंटी दी थी कि सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करूंगा, वो मैं आज कर रहा हूं। मैं जो कहता हूं, वो मैं करता हूं….. नियमित करना बहुत बड़ा काम है। बाकी लोगों को भी नियमित किया जाएगा।थोड़ा समय जरूर लग सकता है लेकिन सभी को नियमित किया जाएगा।बता दें कि इंडिया गठबंधन कि ये बैठक मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को होनी है। अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के बीच कई मामलों में असहमति दिखने के बाद संशय बना हुआ था कि वह बैठक में शामिल होंगे या नहीं।अब स्थिति साफ हो गई है कि सीएम केजरीवाल इस बैठक में हिस्सा लेने जा रहे हैं।दरअसल हाल ही में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की “खराब गुणवत्ता” के दावे को लेकर अपने इंडिया ब्लॉक पार्टनर कांग्रेस पर कटाक्ष किया था। केजरीवाल की टिप्पणियों के तुरंत बाद, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने केजरीवाल से छत्तीसगढ़ की तुलना दिल्ली से करने पर सवाल खड़ा किया।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की तुलना पिछली रमन सिंह की सरकार से करने की जरूरत है? केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत देखें या दिल्ली में रहने वाले अपने रिश्तेदारों से पूछें। आजादी के बाद पहली बार कोई सरकार आई है जो शिक्षा क्षेत्र के लिए इतना कुछ कर रही है।हम राजनेता नहीं हैं, हम सिर्फ आम लोग हैं। जिसके बाद केजरीवाल के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया था।कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि केजरीवाल को रायपुर आने की कोई जरूरत नहीं है।रायपुर क्यों जाएं? हमारी छत्तीसगढ़ सरकार के प्रदर्शन की तुलना पिछली रमन सिंह सरकार से की जाएगी।आइए हम अपनी पसंद का एक क्षेत्र चुनें और दिल्ली में कांग्रेस सरकार बनाम अपनी सरकार के प्रदर्शन की तुलना करें।बहस के लिए तैयार हैं।
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