बॉम्बे लीक्स , बिहार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 489 अधिकारियों का तबादला रद्द किए जाने पर कहा कि तबादले में गड़बड़ी की सूचना मिली थी। बहुत लोगों का अनावश्यक तबादला किया गया है।हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने राजस्व विभाग में तबादलों के निरस्त करने की वजह बताते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद मिलकर 15 मिनट मुलाकात भी की।
गौरतलब है कि बिहार के राजस्व-भूमि सुधार विभाग में सीओ से लेकर दूसरे अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में बड़े पैमाने पर ‘खेल’ की शिकायत मिल रही थी। इस बात को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पत्रकारों के सामने स्वीकार कर लिया। वो भी तेजस्वी की मौजूदगी में। नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने हर विभाग को जून महीने में ट्रांसफर पोस्टिंग करने की छूट दे रखी है, लेकिन उसके लिए भी नियम है।सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सूचना मिली थी कि अनावश्यक रूप से कई लोगों का ट्रांसफर कर दिया गया है। डिपार्टमेंट ने मिली शिकायत पर जांच किया है।सबकुछ देख लिया गया है।इस लिस्ट को फ्रेश किया जाएगा।आज इसमें आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस को बोलने की जरूरत नहीं है।हर पार्टी के लोगों ने बताया, आरजेडी के लोगों ने इससे संबंधित सूचना दी थी।यह सबकुछ जब नीतीश कुमार बोल रहे थे तो उनके बगल में खड़े तेजस्वी यादव मुस्कुरा रहे थे। चलते-चलते नीतीश कुमार ने तेजस्वी से हामी भी भरवा ली।आगे नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता पर कहा कि हम लोग एकजुट हो गए हैं, वो देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं। अब इतिहास नहीं बदलेगा, एक बार भी राष्ट्रपिता बापू का नाम यह लोग लेते हैं? पूर्व पीएम वाजपेयी सब ठीक करते थे।आज जब से ये लोग आ गए, पिछले 9 साल से हैं इनका अलग तौर तरीका है। देश के इतिहास को बदलना चाह रहे हैं।पुरानी चीजों को कोई भूल जाएगा।ये लोग कभी एनडीए चलाएं हैं? एनडीए का नाम क्यों ले रहे हैं? ये सब पूर्व पीएम वाजपेयी के समय होता था।दरअसल, मंगलवार की शाम नोटिफिकेशन जारी कर राजस्व-भूमि सुधार विभाग में बड़े पैमाने पर हुए ट्रांसफर पोस्टिंग को कैंसिल कर दिया गया। इस विभाग के मंत्री आरजेडी कोटे से आलोक कुमार मेहता हैं। 30 जून की रात को ट्रांसफर-पोस्टिंग के पांच आदेश जारी किए गए थे। जिसके तहत 517 पदाधिकारियों के तबादले की अधिसूचना जारी की गई थी। 30 अफसरों को मूल कैडर में वापस भेजा गया था। बाकी 487 को बिहार के अलग-अलग ब्लॉक में पोस्टिंग की गई थी। इनमें सबसे ज्यादा 395 अंचलाधिकारी यानि सीओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग की गई थी। करीब 75 फीसदी सीओ का एक झटके में तबादला कर दिया गया था।
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