बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
अडानी ग्रुप के लिए मुश्किलें कम होने की जगह बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को ही अडानी एंटरप्राइजेस ने जानकारी दी है कि कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय मुंबई में स्थित अडानी ग्रुप के दो एयरपोर्ट्स के खातों की जांच कर रहा है। इससे पहले ही खबरें सामने आई थीं कि सेबी एक विदेशी फंड और अडानी ग्रुप के प्रमोटर्स के बीच संबंधों को लेकर जांच आगे बढ़ा रहा है।
गौरतलब है कि अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदानी एंटरप्राइस ने कहा है कि कंपनी मामलों के मंत्रालय ने मुंबई के 2 एयरपोर्ट्स से जुड़े मामले में खातों की जांच शुरू की है। अदानी एंटरप्राइस ने शुक्रवार को शेयर बाजार में यह जानकारी दी है।कंपनी की तरफ से बताया गया है कि कंपनी मामलों के मंत्रालय के हैदराबाद में स्थित पूर्वोत्तर क्षेत्रीय निदेशक की तरफ से उन्हें 6 अक्टूबर को इस बारे में नोटिस भेजा था जो कंपनी को 12 अक्टूबर को प्राप्त हुआ है।नोटिस में खातों और दस्तावेज की जांच की बात कही गयी है, मामला मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ा हुआ है।कंपनी ने यह भी बताया है कि कंपनी ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का अधिग्रहण वित्तवर्ष 2021-22 के दौरान किया गया है और कंपनी माममलों के मंत्रालय की तरफ से भेजे गए नोटिस में 2017-18 से लेकर 2021-22 के बीच की जानकारी मांगी गई है।कंपनी ने सेबी को बताया कि ग्रुप कानूनी प्रावधानों के अनुसार इसका जवाब देगा।अडाणी ग्रुप अभी देश के 7 शहरों एयरपोर्ट ऑपरेट करता है। इसमें मुंबई के साथ अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, मंगलुरू, गुवाहाटी और तिरुवंतपुरम एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके अलावा ग्रुप नवी मुंबई में एक नया एयरपोर्ट बना रहा है।वहीं सुप्रीम कोर्ट ने अडाणी-हिंडनबर्ग केस की सुनवाई 20 अक्टूबर तक टाल दी है। मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया, यानी SEBI शुक्रवार को मामले में फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट पेश करने वाली थी।बता दें कि 24 जनवरी 2023 को अमेरिका की शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। केस की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 6 सदस्यीय कमेटी बनाई थी।दरअसल अमेरिकी शॉर्ट शेलर हिंडरबर्ग रिसर्च ने इस साल जनवरी में अदानी ग्रुप को लेकर रिपोर्ट जारी की थी और रिपोर्ट में कहा था कि अदानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश को लेकर कई गड़बड़ियां है।हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी और रिपोर्ट से पहले ग्रुप कंपनियों की जितनी मार्केट कैप थी वहां तक अब भी रिकवरी नहीं हो सकी है। ग्रुप कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर अभी खत्म भी नहीं हुआ था और अब देश में सरकार के मंत्रालय ने ग्रुप को लेकर जांच शुरू कर दी है।
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