बॉम्बे लीक्स ,नई दिल्ली
माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक पुत्र अब्बास अंसारी की मुश्किलें बढ़ने के साथ ही उसके मददगार रहे अधिकारियों पर भी शिकंजा कसने लगा है। एक शस्त्र लाइसेंस पर कई घातक असलहे खरीदने के मामले में एसटीएफ की जांच के कदम बढ़ रहे हैं। इसी कड़ी में एसटीएफ ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में तैनात रहे कस्टम के तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर विद्याधर बी.पचौरे से लंबी पूछताछ की है।पूछताछ में सामने आया है कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम के अधिकारी आंख मूंदकर घातक असलहों को क्लीयरेंस दे रहे थे।रिपोर्ट के मुताबिक माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक पुत्र अब्बास अंसारी के असलहों को क्लीयरेंस देने वाले असिस्टेंट कमिश्नर ने एसटीएफ की पूछताछ में इस चूक को स्वीकारा है। हालांकि उन्होंने इसका ठीकरा मातहतों पर फोड़ने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि पूरा मामला माफिया मुख्तार अंसारी और उनके बेटे अब्बास अंसारी से जुड़ा हुआ है।इस मामले में दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैयात रह चुके असिस्टेंट कस्टम कमिश्नर शक के दायरे में थे।ऐसे में अंसारी द्वारा विदेश से लाए गए असलहों व उन्हें दी गई क्लीयरेंस को लेकर पूछताछ कर तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर के बयान दर्ज किए गए। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक वे अधिकारियों के कई सवालों के जवाब देने में बगले झांकते रहे।वहीं अब यूपी एसटीएफ जल्द कुछ अन्य कस्टम अधिकारियों से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है। एसटीएफ ने इस मामले में दिल्ली पुलिस के दो पूर्व एसीपी को भी पूछताछ के लिए नोटिस दिया है। हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस जांच एजेंसी का अपेक्षित सहयोग नहीं कर रही हैं।ऐसे में खबर यह भी है कि एसटीएफ दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी इस मामले में पूछताछ करने का प्लान कर रही है।एसटीएफ की तरफ से इस मामले में दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है।बता दें कि शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग के मामले में आरोपित अब्बास अंसारी के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है। यूपी एसटीएफ इसी मामले में दिल्ली पुलिस, लखनऊ जिला प्रशासन, नेशनल राइफल एसोसिएशन व कस्टम अधिकारियों की भूमिका को खंगाल रही है।अब तक की जांच में जो बात सामने आई है उंसके मुताबिक अब्बास अंसारी विदेश से प्रतिबंधित बोर के चार असलहे लाया था।जांच के मुताबिक व्व अगस्त 2016 में स्लोवानिया से ब्लॉजर रायफल लाया था।लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट पर उसने कस्टम क्लीयरेंस के दौरान बताया कि बैगेज में रायफल नहीं, केवल उसके बैरल हैं।जिसके बाद दिल्ली कस्टम के अधिकारियों ने इसकी रसीद तक देखने की जहमत नहीं की और उसे जाने दिया। जब एसटीएफ ने अब्बास के शस्त्र लाइसेंस पर सात असलहे खरीदने की जांच शुरू की तो पता चला कि स्लोवानिया से वापस आने पर अब्बास ने दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग अधिकारी के पास जाकर अपने लाइसेंस पर ब्लॉजर रायफल दर्ज करायी थी।इसके बाद अब्बास अंसारी ने उत्तर प्रदेश से जारी हुए अपने शस्त्र लाइेंसस को 2015 में दिल्ली के पते पर ट्रांसफर करा लिया था।वहीं इससे पहले वह ग्लॉक पिस्टल समेत कुछ अन्य असलहे भी ला चुका है। इसके बाद एसटीएफ ने एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों और अब्बास के लाइसेंस पर शस्त्रों का ब्योरा दर्ज करने वाले दिल्ली पुलिस के अफसरों को तलब करना शुरू कर दिया। एसटीएफ ने तत्कालीन कस्टम सुप्रीटेंडेंट कुलदीप से गत 23 फरवरी को पूछताछ की थी।
Post View : 35298