बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र के मुंबई और नागपुर में ताबड़तोड़ छापेमारी की है। ईडी के तलाशी अभियान के बीच मुंबई और नागपुर में 17 अलग-अगल स्थानों पर छापेमारी की गई।ईडी की रेड के बीच पंकज मेहदिया, लोकेश और कथिक जैन की ओर से किए गए निवेश धोखाधड़ी के संबंध में सर्वेक्षण किया गया है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक इस छापेमारी के बीच अब तक 5.51 करोड़ रुपये के बेहिसाब आभूषण और 1.21 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए हैं। फिलहाल ईडी अब इस धोखाधड़ी के मामले में आगे की जांच कर रही है।बता दें कि नागपुर के कई स्टील, लोहा और रियल स्टेट कारोबारी ईडी के राडार पर हैं।इन सबके घर और कार्यालयों पर छापेमारियों के बाद इनकी जांच और पूछताछ शुरू है। इन सत्रह ठिकानों पर छापेमारियों में कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। इन सबकी पड़ताल की जा रही है। इनके अलावा कई लोगों को ठगने वाले पंकज मेहाडिया के घर भी रेड मारी गई। ईडी के इस ऐक्शन से खलबली मच गई है।ईडी ने नागपुर के आर संदेश ग्रुप के खिलाफ अभियान चलाया था।रिपोर्ट के मुताबिक नागपुर के आर संदेश ग्रुप का रियल स्टेट और दवाइयों समेत कई क्षेत्रों में पैसा लगा है। रामदेव उर्फ रम्मू अग्रवाल के घर और कार्यालय पर कल सुबह ईडी ने छापेमारी की।कल सुबह ईडी के 50 अधिकारियों की एक टीम अग्रवाल के रामदासपेठ के आवास पर पहुंची।इसके अलावा संदेश सिटी ग्रुप और संदेश इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय में भी सर्च किया गया।पंकज मेहदिया को नागपुर में ठगबाज के नाम से जाना जाता है। उस पर अधिक ब्याज दिखाकर व्यापारियों को ठगने का आरोप है। आपराधिक जांच शाखा के वित्त विभाग द्वारा उसके और उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है। इस मामले में पंकज मेहदिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि पंकज मेहदिया को साल 2021 में जेल भी भेजा गया था।जांच एजेंसी के मुताबिक, ईडी ने पंकज नंदलाल मेहदिया, लोकेश संतोष जैन, कार्तिक संतोष जैन, बालमुकुंद लालचंद कील, प्रेमलता नंदलाल मेहादिया के खिलाफ सीताबुल्दी पुलिस स्टेशन नागपुर में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए जांच शुरू की। इससे निवेशकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। जांच से पता चला कि पंकज नंदलाल मेहदिया अन्य सहयोगियों के साथ एक पोंजी योजना चला रहे थे। 2004 से 2017 के बीच किए गए निवेश पर टीडीएस की कटौती के बाद 12 फीसदी सुनिश्चित लाभ देने का वादा करके विभिन्न निवेशकों को लुभाते थे। मामले में आगे की जांच की जा रही है।इससे पहले ईडी के अधिकारियों ने दिसंबर महीने में नागपुर और मुंबई में सुपारी तस्करी के मामले में 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी।उन छापेमारियों में 11.5करोड़ रुपए की 289.57 टन सुपारी जब्त की गई थी। इसी तरह 16.5 लाख रुपए भी जब्त किए गए थे।इंडोनेशिया से भारत-म्यानमार सीमा से होकर सुपारी की तस्करी की जाने की बात सामने आई थी।इन छापेमारियों में ईडी के हाथ कई दस्तावेज लगे थे।जांच एजेंसी के मुताबिक, कथित घोटाले के मुख्य आरोपी पंकज मेहदिया, लोकेश जैन और कार्तिक जैन के आवासों और कार्यालयों पर तलाशी ली गई। इसके अलावा मुख्य लाभार्थियों के कार्यालय और आवासीय परिसरों में भी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान 5.51 करोड़ रुपये के सोने और हीरे के आभूषण, लगभग 1.21 करोड़ रुपये की नकदी, डिजिटल उपकरण और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
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