बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ईडी द्वारा ठाणे कोर्ट में एक याचिका दायर करते हुए दाऊद के भाई इकबाल कासकर की कस्टडी की मांग की थी।जिसके बाद मुंबई के स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने इक़बाल कासकर को 7 दिनों की ईडी कस्टडी में भेजे जाने का आदेश पारित कर दिया है।
दरअसल इक़बाल कासकर की गिरफ्तारी से पूर्व ईडी ने दाऊद इब्राहिम से संबंधित मुंबई और थाने स्थित 10 ठिकानों पर छापामारे को अंजाम दिया था।ईडी की इस छापेमारी में दाऊद की बहन हसीना पारकर समेत एक बड़े नेता के घर और ठिकानों पर भी घण्टो छापेमारी के ऑपरेशन चला था।ऑपरेशन दाउद संपत्ति के तहत की गई कार्यवाही में ईडी के हाथ कई महत्वपूर्ण सफलता मिलने की खबर भी सामने आ रही है।मनी लांड्रिंग मामले में दाऊद के भाई इक़बाल कासकर की गिरफ्तारी के बाद इस बात के संकेत मिलने लगे है कि इस मामले में कई और बड़े चेहरो से निकाब हट सकता है जोकि दाऊद से जुड़ी संपत्तियों में कही न कही से जुड़कर इस अवैध कामो को आगे बढ़ा रहे थे।अदालत द्वारा 7 दिनों के लिए ईडी की कस्टडी में सौंपे गए कासकर को लेकर प्रवर्तन निदेशालय का ये बड़ा ऐक्शन डी कंपनी की जड़ो को हिलाने के लिए महत्वपूर्ण रूप में देखा जा रहा है।ठाणे कोर्ट में ईडी की याचिका दायर के मुताबिक दाऊद के भाई इकबाल कासकर की कस्टडी करते हुए बताया गया था कि यह कस्टडी इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसमें दाऊद और उसके सहयोगियों के खिलाफ चल रहे मामलों से काफी खुलासे हो सकते है।
वही दाऊद के भाई इक़बाल कासकर की बात करे तो कासकर 2017 में दर्ज तीन बड़े केसों में जेल में बंद है।इकबाल पर चल रहे अधिकतर मामले जबरन उगाही से जुड़े हुए है।इन्हीं गतिविधियों में लिप्त डॉन दाऊद का भाई कासकर पर मकोका भी लगाया गया है। इक़बाल कासकर पर के तहत हो रही कार्यवाही का मतलब है कि इकबाल कासकर ने अपने भाई दाऊद के साथ मिलकर डी कंपनी की गतिविधियों को ऑपरेट करता रहा है।कासकर पर आरोपों के तहत कार्यवाही इस बात पर भी की गई थी कि इक़बाल कासकर मुंबई और उंसके आसपास डी कंपनी के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा था।
खबर के मुताबिक ईडी द्वारा की गई 10 बड़ी छापेमारी के मध्य एजेंसी ने डी कंपनी के मेंबर छोटा शकील के सहयोगी सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट को भी पूछताछ के लिए उठाया था।सलीम फ्रूट से ईडी को मिले इनपुट के आधार पर जेल में बंद इक़बाल कासकर ईडी की रडार पर आ गया।बताया यह भी जा रहा है कि छोटा शकील का सहयोगी सलीम फ्रूट से ईडी को कई अहम जानकारियां मिलने के बाद इक़बाल पर गाज गिरी है।थाने जेल में बंद इक़बाल को गिरफ्तार करने के लिए ईडी ने याचिका दायर कर दी जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए 7 दिनों के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया। दाऊद के अवैध कामों को आपरेट करने के आरोप में जेल में बंद इक़बाल कासकर फिलहाल अब ईडी के कस्टडी में सच बयान करेगा।
जांच के दौरान मिले इनपुट के आधार पर जो तस्वीरे साफ हुई है उंसके आधार पर डॉन दाऊद इब्राहिम अपने रिश्तेदारों और गुर्गों के जरिए रियल स्टेट बिजनेस में काफी सक्रिय देखा जा रहा है। हालांकि दाऊद खुलकर कभी ऐसे मामलों में सामने तो नही आया लेकिन दाऊद के बिजनेस आपरेट करने का तरीका वही है जिसके बल पर वो वसूली ,रियाल इस्टेट में हाथ आज़माता है।ऐसे में काफी समय से मुंबई में शांत पड़ी डी कंपनी के लिए एक झटका माना जा रहा है।क्योंकि इस मनी लांड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के कुछ बड़े नेताओं और व्यापारियों का भी हाथ होने के संकेत सामने आने लगे है।ऐसे में ईकबाल कासकर से पूछताछ के बाद ईडी का अगला पड़ाव वो सफेदपोश लोग होंगे जो डी कंपनी की पनाहगाह में छिपे तौर पर भी इस कारोबार को आगे बढ़ा रहे थे।
इक़बाल की कस्टडी के लिए ईडी द्वारा थाने कोर्ट में पेश की गई याचिका को मंजूर करने के बाद कासकर को थाने जेल से कोर्ट में पेश किया गया। ठाणे की PMLA कोर्ट में पेश किये जाने के बाद जब इकबाल को ईडी कस्टडी में भेजे जाने का आदेश हुआ तो उसके बाद इक़बाल कासकर को मेडिकल के लिए सबसे पहले जेजे हॉस्पिटल ले जाया गया।वही दूसरी तरफ देखा जाए तो एजेंसी को मिले इनपुट के आधार पर पहले से ही ख़बर लग चुकी थी कि डॉन दाऊद इब्राहिम गैंग की डी कंपनी न सिर्फ भारत में एक्टिव है बल्कि यहां कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश भी रच रही है।ख़बर तो यह भी उठी थी कि कराची में छिपा दाऊद अपने साथी छोटा शकील और दूसरे भाई अनीस इब्राहिम की मदद से मुंबई और आसपास के इलाकों में हवाला, अवैध बेटिंग, रियल एस्टेट से जुड़े कारोबार को धड़ल्ले से अंजाम दे रहा है।
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