बांम्बे लीक्स
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में एक कारोबारी से जेल की सलाखों के अंदर से पांच लाख रूपये की रंगदारी मांगने का मामला अभी थमा भी नही था कि अब कोरियर से कारतूस भेजकर एक डॉक्टर से रंगदारी मांगे जाने की खबर सामने आ गई।बताया जा रहा है कि लखनऊ के एक चर्चित डॉक्टर को कोरियर से कारतूस भेजकर रंगदारी मांगी गई है।जिसके बाद डॉक्टर ने इस मामले की शिकायत दर्ज करा दी है।
पुलिस ने डॉक्टर की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।लखनऊ कैसरबाग स्थित डॉक्टर सारांश के बर्लिंग्टन क्लीनिक पर आये कोरियर को खोलने पर उसमें से 12 बोर का एक कारतूस मिला।साथ ही एक कॅरिअर के साथ एक पेपर में लिखा हुआ था कि बहोत कमा रहे हो,अब 5 लाख रुपया जिला जेल में मुलाकात करके पहुचा दो।इसके बाद डॉक्टर सारांश जैन ने कोरियर से मिली धमकी से फिरौती मांगने की एफआईआर दर्ज कराई।
जानकारी के मुताबि बर्लिंग्टन चौराहे पर डॉ. एसके जैन का क्लीनिक है। उनके बेटे डॉ. सारांश के मुताबिक 19 को एक कोरियर आया उसमें एक पत्र और प्लास्टिक की शीशी मिली। शीशी में कारतूस था। पत्र में लिखा था कि बहुत रुपये कमा रहे हो। पांच लाख रुपये जिला जेल में मुलाकात कर पहुंचा दो।वही पत्र के माध्यम से धमकी भी लिखी गई कि अगर पुलिस से इस मामले में शिकायत की तो इसीई कारतूस का इस्तेमाल करना पड़ेगा।
वहीं स्थानीय थाने हुसैनगंज पुलिस के मुताबिक कोरियर से आये इस लिफाफे पर प्रेषक के तौर पर विजय जायसवाल निवासी जिला जेल लिखा बताया गया है।पोलिस के मुताबिक कुरियर मिलने के बाद डॉक्टर काफी घबरा गया और उसने हुसैनगंज थाने में जा कर मामले की एफआईआर दर्ज करवाई है।इसके बाद पुलिस की जांच पड़ताल के बाद सामने आया कि डॉक्टर से यह रंगदारी विजय जायसवाल के नाम से मांगी गई है।
मामले की जांच कर रहे एडीसीपी सेंट्रल राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि रंगदारी मांगने वाला आरोपी विजय जायसवाल लखनऊ जेल में बंद है। लेकिन इस पर डीजी जेल आनंद कुमार का कहना है कि विजय जायसवाल कुछ दिन पहले जेल से जमानत पर छूट चुका है। फिलहाल मामले की पूरी जांच पड़ताल पुलिस द्वारा जारी है और मामले के असली आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
लखनऊ में रंगदारी वसूलने का यह कोई पहला वाकया नही है।बल्कि इससे पहले भी लखनऊ में कृष्णानगर में एक सर्राफा कारोबारी कूरियर में 12 बोर के कारतूस के साथ धमकी भरी चिट्ठी भेजकर कारोबारी से 5 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। इस पर भी विजय जायसवाल नाम लिखा था।जिसके बाद विजय जायसवाल ने पुलिस से सम्पर्क कर बताया था कि वह दो जुलाई से जमानत पर बाहर है।बताया था कि उसने किसी को भी धमकी भरा कोई पत्र नहीं भेजा ,अब वह अपनी बहन के में रह रहा है।
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