बॉम्बे लीक्स , दिल्ली
दिल्ली के रहने वाले 18 महीने के बच्चे को 17.5 करोड़ का इंजेक्शन लग गया है। वह दुनिया की रेयर बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉपी (SMA) से पीड़ित था। बच्चे को बचाने के लिए अमेरिका के 17.5 करोड़ का इंजेक्शन की जरूरत थी।पैसों के अभाव के चलते बच्चे के माता पिता असहाय हो चुके थे।यह इंजेक्शन भारत में कही भी उपलब्ध न होने के कारण अमेरिका से मंगाया जाना था।ऐसे में बच्चे को लगने वाले इंजेक्शन के लिए क्राउड फंडिंग के जरिए पैसे जुटाए गए।क्राउड फंडिंग के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी बच्चे के लिए पैसे इकट्ठे किये थे।
गौरतलब है कि दिल्ली के रहने वाले कनव का जन्म आनुवांशिक विकार के साथ हुआ था। कनव जिस बीमारी का शिकार था ,देखा जाए तो ऐसे मामले देश में अब तक सिर्फ नौ हैं। परीक्षण के बाद पता चला कि अमेरिका से 17.5 करोड़ रुपये का Zolgensma नाम के इंजेक्शन से इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है।जजिसके बाद कनव के माता-पिता ने बच्चे को बचाने के लिए दिल्ली की AAP सरकार से संपर्क किया।जिसके बाद आप पार्टी के सांसद संजीव अरोड़ा ने बच्चे को बचाने के लिए क्राउडफंडिंग की शुरू कर दी।क्राउड फंडिंग के दौरान कुल 10.5 करोड़ रुपये जुटाने पर अमेरिका से दवाई लाई गई।फिलहाल इलाज के बाद अब कनव की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।बता दें कि पूरा मामला दिल्ली के नजफगढ़ के रहने वाले बच्चे कनव जांगड़ा की बीमारी का है। उसके पिता का कहना है कि बच्चे के पैरों में मूवमेंट नहीं था। ये समस्या धीरे-धीरे बढ़ रही थी। लोकल इलाज के चलते बच्चे को यह बीमारी पेट तक पहुंच गई। जिसके बाद परिवार ने कनव का दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में जांच कराई।जांच के बाद पता चला कि बच्चे को रेयर बीमारी है। इसका नाम SMA-1 यानी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी टाइप 1 की बीमारी है। इसे एक ऐसी बीमारी की श्रेणी में रखा जाता है जोकि दुनिया के दस हजार बच्चों में से किसी एक में पाई जाती है।डॉक्टरों के मुताबिक ये एक प्रकार का जेनेटिक डिसऑर्डर होता है, जिसमें नर्व सेल्स (नसों) पर असर पड़ता है। ये नर्व सेल्स ही मोटर न्यूरॉन्स को प्रभावित करती हैं। इसके चलते मसल्स कमजोर होती हैं और मूवमेंट कम होता जाता है। साथ ही पाचन क्रिया पर भी असर पड़ता है।फिलहाल बच्चे को बचाने के लिए कनव के परिवार ने जब सीएम केजरीवाल से संपर्क किया तो केजरीवाल ने आप सांसद संजीव अरोड़ा से बात की।इसके बाद सांसद संजीव अरोड़ा ने क्राउडफंडिंग के जरिए धन जुटाया।इसमें पार्टी के नेता, आम जनता और सेलिब्रिटीज ने भी धन दिया।इससे 10.5 करोड़ रुपए जुटाए गए और अमेरिकी कंपनी ने भी इसमें सहयोग दिया और वह 10.5 करोड़ रुपए पर ही दवा बेचने पर सहमत हो गई।अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पैसे दान किए, जिनमें कुछ मशहूर हस्तियां और सांसद भी शामिल हैं।अमेरिका स्थित दवा निर्माता को भी धन्यवाद देता हूं।इंजेक्शन को बच्चे के लिए अमेरिका से मंगवाया गया। अमेरिकी कंपनी ने 17.5 करोड़ का इंजेक्शन 10.5 करोड़ में ही दे दिया। भारत ने भी इस पर लगाने वाली ड्यूटी हटा दी।
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