बॉम्बे लीक्स ,बिहार
पटना : बिहार की सियासत में सीएम नीतीश कुमार के दिये गये 72 घण्टो में क्या बदलाव होने वाला है।राज्य की इस 72 घन्टे की सियासत को लेकर राज्य से दिल्ली तक कि नज़र बनी हुई है।ऐसे में कयास लगने लगे है कि क्या BJP के साथ अब नीतीश कुमार ने रिश्ता खत्म करने का मन बना लिया है।सीएम नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी JDU के विधायकों को अगले 72 घंटे तक पटना में ही बने रहने का निर्देश जारी कर दिया है।
सीएम नीतीश कुमार के अपने विधायको को जारी किए गये इस फरमान के बाद अब बिहार से दिल्ली तक कि सियासी में हलचले तेज हो गई है।वही राज्यसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में बड़े बदलाव के संकेत मिलने के साथ ही तख्ता पलट के समीकरण भी देखे जाने लगे है।क्योंकि एक तरफ जहां जातीय जनगणना के बहाने नीतीश और तेजस्वी की नजदीकी बढ़ रही है तो दूसरी तरफ जेडीयू के भीतरखाने से ही बगावत की खबर आ रही है।ऐसे में अब बिहार की सियासत कब करवट ले इसका किसी कोई कोई अंदेशा नही है।वही बिहार की राजनीति के मंझे खिलाड़ी सीएम नीतीश अपने विरोधियों को अचानक से शालीनता के साथ जवाब देने के तौर पर जाने जाते है।नीतीश कुमार कब किसकी बाज़ी पलट दे इसका कयास ही नही बक्की अक्सर अंदेशा भी सही साबित हो चुका है।वही इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के नेताओं और विधायकों के साथ लगातार मुलाकात का दौर तेज़ कर दिया है।सीएम नीतीश की सक्रियता को देखते हुए सूबे में सियासी उलटफफेर की भी चर्चा तेज हो गई उठी है।अहम सवाल कि क्या नीतीश कुमार राजद के साथ पुराना रिश्ता निभाने की तरफ बढ़ रहे है।या फिर BJP को नीतीश कुमार अपनी पुरानी हैसियत से रूबरू कराने की तरफ बढ़ रहे है।क्योंकि इन दिनों में नीतीश कुमार की लालू यादव के परिवार के बढ़ी हुई नजदीकियां काफी कुछ इशारा कर रही है।वही बिहार में इन दिनों लालू यादव की आरजेडी ने बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ पोस्टर वॉर छेड़ा हुआ है।तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के विधायकों को अगले 72 घंटे तक पटना में ही बने रहने का फरमान जारी कर सियासत में बड़े बदलाव के संकेत देने शुरू कर दिए है।जिसके बाद अब बिहार की सियासत के लिए अगले 72 घंटे काफी मायने रख चुके है।
हालांकि बिहार की सियासत में खासा अनुभव रखने वाले जानकारों के मुताबिक सीएम नीतीश कुमार भाजपा से रिश्ता तोड़कर राजद के साथ गठबंधन का हिस्सा बनने वाले थे।लेकिन इसकी जानकारी कही न कही से भाजपा को होने के बाद लालू परिवार के घर सीबीआई की छापेमारी ने नीतीश लालू के सियासी रिश्ते पर ब्रेक लगा दिया।भाजपा ने एजेंसी के जरिये लालू के 17 जगहों पर छापेमारी कराकर राजनीतिक में हलचल मचा दी।हालांकि यह सब महज कयास और जानकारों की राय है।लेकिन आगामी 72 घँटे भाजपा के लिए काफी असमंजस्य के होने है।क्योंकि बाज़ी नीतीश कुमार के हाथ में है।
Post View : 15