बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
अजीत पवार के सरकार में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र की सियासत का बाज़ार गर्म होता जा रहा है।अब खबर चर्चा का विषय बनी है कि सीएम शिंदे की पीएम मोदी से हुई मुलाकात के बाद अजीत पवार की अगस्त में बतौर सीएम ताजपोशी होने जा रही है।ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि क्या अजित पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं।क्योंकि कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण में बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि एनसीपी के कद्दावर नेता अजित पवार को 10 अगस्त के आसपास मौजूदा शिवसेना के एकनाथ शिंदे की जगह महाराष्ट्र का सीएम बनाया जाएगा। कहा कि सीएम शिंदे और शिवसेना के 15 अन्य विधायकों की अयोग्यता पर फैसला 10 अगस्त के आसपास हो जाएगा।ऐसे में अजित पवार राज्य के सीएम बनेंगे।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि 11 अगस्त को एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद से हटाकर अजीत पवार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। पृथ्वीराज चव्हाण के इस दावे के पीछे दलील है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिंदे समेत उनके सभी विधायकों को अपात्र करार दिया जाएगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तीन महीने की मियाद 11 अगस्त को खत्म हो रही है।पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि, ”बीजेपी के पास विकल्प के रूप में अब अजित पवार ही हैं। चव्हाण ने आगे यह आरोप भी लगाया कि यूज एंड थ्रो (इस्तेमाल करो और फेंको) पीएम मोदी की कार्यशैली है।यही एकनाथ शिंदे का भाग्य है। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की समझ से संकेत मिलता है कि वे अजित पवार को सीएम और चुनावी चेहरा बनाना चाहते हैं।बता दें कि अजित पवार और एनसीपी के आठ विधायक 2 जुलाई को शिवसेना-बीजेपी गठबंधन वाली सरकार में शामिल हो गए थे। इसके बाद अजित पवार को वित्त जैसा अहम विभाग सौंप दिया गया था। बता दें कि हालांकि एकनाथ शिंदे यह कह चुके हैं कि उन्हें अजित पवार से कोई खतरा नहीं है।वहीं शिवराज सिंह चव्हान के बयान और दावे को लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता और विधानपरिषद में नेता विपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि पृथ्वीराज चव्हाण वरिष्ठ नेता हैं, उनके पास जनाकारी होगी लेकिन ऐसी अटकलें महाराष्ट्र में तो लगाई जा रही हैं।हालांकि पृथ्वीराज के बयानों के बाद लग रही तमाम अटकलों पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं सबसे बड़े दल बीजेपी के नेता के रूप में आधिकारिक तौर पर स्पष्ट करता हूं कि एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री हैं और वही महायुति के मुख्यमंत्री रहेंगे। जो लोग बाते कर रहे वह सिर्फ अटकलें हैं, पतंगबाजी है और उन बातों में कोई दम नहीं है।बहारहाल देवेंद्र फडणवीस जैसे सीनियर और जिम्मेदार नेता ने जब साफ कह दिया कि एकनाथ शिंदे को नहीं बदला जाएगा तो शिंदे गुट समेत ब्यूरोक्रेसी का भी कन्फ्यूजन काफी हद तक कम हुआ है।
Post View : 64954