पांच साल पहले हिरासत में पत्रकार की हत्या की प्लानिंग फेल होने के बाद आज़ाद मैदान दंगे और हत्या का मुख्य आरोपी मुईन अशरफ उर्फ बाबा बंगाली की सब गत और सारी साजिशें फेल होने के बाद भी गुंडई का भूत अभी तक नहीं उतरा ताज़ा मामला सामने आने के बाद आप भी यही कहेंगे कि बंगाली है की मानता नहीं ताजा मामला है मुम्बई के चार छटे लुच्चे नुमा गुंडे जिनमें राजू नट बोल्ट , असलम नटखट बालक , अफ़ज़ल फनने खां उर्फ़ अफजल पानी और इनके साथ एक पत्रकार बंगाली ले आश्रम में पहुंचे थे। अफ़ज़ल वही है जिसने मजगांव की मसीरा हाइट्स का रिफ्यूज रूम कब्जा कर के बैठा है और शिवडी में बीपीटी की जगह कब्जा कर के बैठा है और वसूली से जुड़े मामलों के लिए लोगों को वहीं बुलाता है। अफज़ल मुंबई के सारे आईपी एस को अपनी जेब में रखने के नल्ले दावे करता है।
सुपारी मीटिंग में शामिल होने वाला राजू नट बोल्ट
जानकारी में यह बात सामने आई है की अफ़ज़ल ने ही बंगाली के साथ यह मीटिंग फिक्स की है जिसमें एक पत्रकार जिसने बंगाली समेत इन सब को बेनकाब किया था उसकी सुपारी यहां दी गई इससे पहले इस सुपारी में डी कंपनी के गुर्गे इमरान कालिया को दी गई थी लेकिन सारी सुपारी विफल होने के बाद अफजल फन्ने खां उर्फ़ अफ़ज़ल पानी उर्फ बाइक चोर ने बंगाली को खुश करने के लिए उस पत्रकार की जिस ने बंगाली जैसे फर्ज़ी बाबाओं को बेनकाब किया था उसका खेल खल्लास कैसे किया जाए।
सुपारी मीटिंग में शामिल होने वाला अफ़ज़ल फन्ने खां उर्फ़ पानी
जानकारी में यह बात सामने आई है की पहले बंगाली ने अपने कई गुर्गों को लगाया था की उस पत्रकार की हत्या कर दो लेकिन बंगाली के उन गुर्गों ने समय रहते ही बंगाली की असलियत जान ली और उस का साथ छोड़ कर अलग हो गए अब बंगाली इन चार नए गुर्गों के साथ उछल रहा है जिसमें एक झोलर पत्रकार भी शामिल है।
इस मीटिंग के बाद बंगाली के सामने दूसरे गुर्गों ने कुछ पैसे भी दिए ताकि बंगाली के इस प्लान और मिशन को और नापाक साजिश को अंजाम दे सके।