बॉम्बे लीक्स ,महाराष्ट्र
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर पवार परिवार सुर्खियों में है। अजित पवार को लेकर उनके चाचा शरद पवार और उनकी बहन सुप्रिया सुले ने कुछ ऐसी बातें कही है, जिससे यह सवाल खड़ा हो गया कि क्या एक बार फिर तीनों नेता एक साथ मिलकर एनसीपी पार्टी को आगे बढ़ाएंगे।
गौरतलब है महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज है। अजित पवार की एनसीपी से बगावत के बाद अब नित नए दिन बड़ी बातें सामने आ रही है। हाल ही में एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने बड़ा दावा किया था कि उनकी पार्टी में कोई टूट नहीं है। इसी बीच आज शरद पवार ने भी उन्हीं के बयान को दोहराया है। जी हाँ एनसीपी में पड़ी फुट के बाद अब नई सियासत ने जोर पकड़ लिया है। सुप्रिया सुले के बाद अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने दावा किया कि उनकी पार्टी में कोई फूट नहीं पड़ी है।शरद पवार ने बारामती में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इसमें कोई मतभेद नहीं है कि अजित पवार पार्टी के नेता हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं ने ‘अलग राजनीतिक रुख’ अपनाकर एनसीपी छोड़ी है, लेकिन इसे फूट नहीं कहा जा सकता। हालांकि, बाद में शरद पवार ने यूटर्न लेते हुए कहा, मेरे बयान का अलग मतलब न निकालें। इससे पहले गुरुवार को बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा था, एनसीपी में टूट नहीं हुई है।बस हमारी पार्टी के कुछ नेताओं ने अलग स्टैंड लिया है। हमने इस बारे में विधानसभा स्पीकर से भी शिकायत की है।अजित पवार हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने अलग स्टैंड लिया है। शरद पवार हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जयंत पाटिल प्रदेश अध्यक्ष हैं।बता दें कि शरद पवार के उस बयान कि एनसीपी में कोई फूट नहीं है।सियासत में काफी उफान आ गया था। क्योंकि शरद ने कहा था कि अजित पवार उनकी पार्टी के नेता हैं और रहेंगे। हालांकि शरद पवार ने इसी के साथ कहा कि उनके कुछ नेताओं के मतभेद हुए हैं, लेकिन मनभेद नहीं है।इससे पहले भी ऐसे कई ऐसी चीजें घटी हैं, जिससे पवार फैमिली की गेम को समझना मुश्किल हो गया है। कभी अजित पवार अपने चाचा शरद पवार से मिलने उनके घर पहुंच जाते हैं तो कभी प्रफुल्ल पटेल अजित के सीएम बनने की बात कहते हैं।
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