बॉम्बे लीक्स उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एसटीएफ ने एक महिला ठग को गिरफ्तार किया है।आरोप है कि महिला ने दो कंपनियां खोलकर लोगों से 100 करोड़ से ज्यादा रुपयों की ठगी की है।गिरफ्तार हुई महिला ठग नीलम साल 2013 में एक कंपनी में बतौर सेल्सगर्ल का काम करती थी।आरोपी नीलम पर 25 हजार का इनाम भी घोषित था।लखनऊ के कई थानों में उसके खिलाफ तकरीबन 25 मुकदमे भी दर्ज हैं।
गौरतलब है कि यूपी एसटीएफ ने 100 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह की मास्टरमाइंड को लखनऊ से धरदबोचा है। गिरफ्तार की गई महिला की पहचान लखनऊ निवासी नीलम वर्मा पत्नी स्व. सुंदर लाल वर्मा के रूप में हुई है। नीलम वर्मा पर हैलोराइड लिमिटेड, इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड और ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कंपनी बनाकर जनता से 100 करोड़ की की ठगी करने का आरोप है। 25 हजार की इनामी नीलम वर्मा के खिलाफ लखनऊ में 23 मुकदमे दर्ज हैं। वह पिछले 4 सालों से फरार चल रही थी।एसटीएफ को मल्टीलेवल मार्केटिंग के माध्यम से जनता से अरबों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह की सूचनाएं मिल रही थी। इसी इनपुट पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ की टीम ने हैलोराइड लिमिटेड, इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड व ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कम्पनियां बनाकर जनता से अरबों रूपये की ठगी करने वाले कम्पनियों की डायरेक्टर व मास्टरमाइंड नीलम वर्मा को शनिवार को सुबह करीब 10:45 बजे आके मैरिज लॉन के पीछे बहादुरखेड़ा थाना मानकनगर लखनऊ से गिरफ्तार किया है।STF पूछताछ में सामने आया है कि अभय कुशवाहा ने साल 2013 में इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लि. कम्पनी बनाई थी, जो रियल स्टेट में काम करती थी। इस कम्पनी में सस्ते प्लाट देने के नाम पर किस्त के रूप में रूपया जमा किया जाता था। इसमें अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी और शकील अहमद खान डायरेक्टर थे नीलम भी डायरेक्टर थी। इसी तरह 2017 में ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कम्पनी बनाई गई थी इसमे भी यही सब डायरेक्टर थे यह कम्पनी कम समय में रूपयों को दोगुना करने का लालच देकर लोगों से रुपए जमा कराती थी।ठग नीलम वर्मा ने कबूला कि इन कंपनियों में 100 करोड़ के लगभग रुपया जमा होने के बाद कंपनी ने ग्राहकों को पेमेंट देना बंद कर दिया था। इस कंपनी के दफ्तर लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा, मुजफ्फरपुर (बिहार), मोहाली, पठानकोट, जीरकपुर (पंजाब) में थे। इस मामले में अभय कुशवाहा, निखिल कुशवाहा और मो. आजम अली की 2019 में गिरफ्तारी हुई थी जबकि राजेश पांडेय 2021 में गिरफ्तार हुए थे। वहीं एसटीएफ की टीम नीलम वर्मा की अन्य आपराधिक गतिविधियों और बैंक का एकांउन्ट डिटेल प्राप्त करके अबतक की गई कुल धोखाधड़ी की जानकारी जुटाने में जुट गई है।
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