बॉम्बे लीक्स ,नई दिल्ली
डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने बुधवार (5 अप्रैल) को अपनी आत्मकथा के विमोचन के मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया।आजाद ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी के अध्यादेश फाड़े जाने से मनमोहन सिंह से नाराज थे और पद छोड़ना चाहते थे।आजाद ने कहा कि अगर आज वो कानून रहता तो खुद राहुल गांधी की सदस्यता बची रहती।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे गुलाम नबी आजाद ने अपनी किताब ‘आज़ाद’ में एक ओर राहुल गांधी और कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर निशाना साधा है।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कई मसलों पर तारीफ भी की।पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपनी किताब में एक पूरा का पूरा अध्याय कांग्रेस की स्थिति पर लिखा है।कांग्रेस पर द ग्रांड ओल्ड स्टोरी में लिखे अध्याय में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस में गिरावट को निराशाजनक बताया है और चिंता जाहिर की है कि इसे रोकने के लिए कोई गंभीर कोशिश नहीं की जा रही है।आजाद ने आगे कहा कि राहुल राष्ट्रपति नहीं थे फिर भी उनके कारण अध्यादेश वापस लिया गया।हालांकि आजाद इस सवाल का कोई जवाब नहीं दे पाए कि उन्होंने तब आवाज क्यों नहीं उठाई? उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह को राहुल के सामने झुकना नहीं चाहिए था। तब की कैबिनेट कमजोर थी।जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम आजाद ने कहा कि हमने अध्यादेश लाया था कि किसी न किसी वक्त हमारे खिलाफ ये इस्तेमाल होगा। क्योंकि कभी दूसरी पार्टी भी सत्ता में हो सकती है। उस समय उन्होंने उसे फाड़ दिया।उस समय कैबिनेट कमजोर थी।तब की कैबिनेट को अपने फैसले पर कायम रहना चाहिए था।वहीं इससे पहले बुधवार को दिन में भी आजाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि हम 24 घंटे नींद से उठकर मोदी और बीजेपी को गालियां नहीं देते। विदेश नीति में दुनिया विफल हो गई, लेकिन भारत सफल हुआ है। कुछ चीजों में बीजेपी को सुधार करना होगा नहीं तो उनका भी कांग्रेस जैसा हाल हो सकता है।विधानसभाओं को तोड़फोड़ करने का सिलसिला बंद करना होगा।आजाद ने कहा था कि कुछ कमियां सभी राजनीतिक पार्टियों में होती हैं, कांग्रेस में भी कुछ कमियां रही हैं। मैं आशा करता हूं कि कांग्रेस पार्टी उन गलतियों को ठीक करे, आगे बढ़े और एक राष्ट्रीय पार्टी की भूमिका निभाए।वहीं कांग्रेस की ओर से भी गुलाम नबी आजाद पर पलटवार किया गया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि जिस पार्टी ने एक कार्यकर्ता (गुलाम नबी आजाद) को इतना बड़ा नेता बनाया और आज वो उसी पार्टी को कोस रहे हैं। उन्होंने पार्टी का भरोसा तोड़ा है।जब इन्होंने पार्टी छोड़ी थी तब उन्होंने कहा था आज मैं आजाद हो गया हूं। तो हमें भरोसा हो गया है कि आप गुलाम हो गए हैं, आजाद नहीं।
Post View : 45877