बॉम्बे लीक्स।
दिल्ली : अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज का सालाना 811वें उर्स अपने परवान पर है। इस उसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से यह चादर भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अकबर प्रदेश अध्यक्ष सादिक अली सांसद भागीरथ चौधरी के साथ ही अन्य पदाधिकारी लेकर पहुंचे जिन्होंने मजार शरीफ पर मखमली चादर और फूल पेश कर अमन चैन व भाईचारे की दुआ मांगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अजमेर शरीफ के लिए चादर सौंपे जाने की जानकारी ट्वीट कर साझा की है कि ,पीएम मोदी ने लिखा है…. अजमेर शरीफ दरगाह में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की जाने वाली चादर सौंपी।बता दे कि अजमेर शरीफ दरगाह में 811वां उर्स शुरू हो गया है और पीएम मोदी हर साल अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर भिजवाते रहते है।
पीएम मोदी की तरफ से इससे पहले अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाने मुख्तार अब्बास नकवी जाया करते थे।क्योंकि अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री अब स्मृति ईरानी है।ऐसे में यह ज़िम्मा अब पीएम मोदी ने स्मृति ईरानी को सौंपा हुआ था।वहीं इस बार पीएम मोदी की चादर अजमेर पर न पहुँचने पर कई तरह के सियासी कयास लगने लगे थे।क्योंकि पिछले साल आठवीं बार पीएम मोदी की तरफ से दरगाह में चादर चढ़ाये जाने के बाद इस साल उर्स की शुरुआत होने के बाद भी न तो पीएम की चादर पहुंची और न ही चादर पेश होने की तारीख। ऐसे में सवाल खड़े होने लगे थे कि क्या इस बार फिर पूर्व मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी चादर लाएंगे या फिर स्वयं पीएम मोदी खुद इस चादर को चढ़ाने ख्वाजा के दर पर दस्तक देंगे।
पीएम मोदी ने दरगाह पर चादर के साथ साथ संदेश भी भेज था।दरगाह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजे गए संदेश को भी पढ़ा गया।जिसमें लिखा गया कि इस उर्स के मौके पर सभी अनुयायियों को बधाई व शुभकामनाएं, दुनिया को प्रेम सौहार्द और बंधुत्व का संदेश देने वाले महान सूफी संत के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर देखते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।भारत के विभिन्न पदों मान्यताओं और आस्थाओं का सद्भाव पूर्ण सह अस्तित्व हमारे देश की समृद्ध विरासत है।हमारे देश के संतो पीरों वह फकीरों ने शांति एकता और सद्भावना के पैगाम के जरिए राष्ट्र के संस्कृति को सदैव मजबूती प्रदान की है।
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