
आर.डी.शिंदे (साहिबा) और स्वंय घोषित तथा कथित धर्म धुरंधर मुंईन मियां खुशगवार मूड में
Bomaby Leaks desk
मुबंई:शीना बोरा मामले में फंसे आर.डी. शिंदे पत्रकार शाहिद अंसारी के ऊपर दर्ज हुई झूटी FIR को लेकर फिर से चर्चे में आगए हैं।वही शिंदे अब एक और मामला दर्ज करने वाले हैं।लेकिन इस बार किसी पत्रकार पर नहीं बल्कि सच लिखने वाले ईमानदार अधिकारी सुहास माने के खिलाफ़।माने ही वह अधिकारी हैं जिन्होंने स्टेशन डायरी में आर.डी शिंदे के आदेश का उल्लेख किया है और लिखा है कि उनके ही आदेश पर उन्होंने मामला दर्ज किया है।आर.डी शिंदे ने बताया कि जैसे ही स्टेशन डायरी की जानकारी उनको हुई उन्होंने जांच अधिकारी सुहास माने को स्टेशन डायरी के साथ अपने दरबार में तलब किया और देखा वाकई उनके द्वारा दे गए आदेश का उल्लेख है।बंद कमरे में माने के साथ आर.डी.शिंदे ने क्या व्यवहार किया इसकी जानकारी तो हमें नहीं है लेकिन शिंदे जिस हिसाब से इस मामले को लेकर मुकर गए उससे साफ पता चलता है कि अंदर बहुत कुछ हुआ होगा।
Bombay Leask से बात करते हुए आर.डी. शिंदे ने कहा कि डायरी वाली बात फोन पर ज्यादा नहीं कर सकता उन्होंने कहा है कि मैंने किसी को नहीं कहा मामला दर्ज करो।यह झूट है।स्टेशन डायरी में भी जांच अधिकारी ने जो लिखा वह भी झूट है।इस सवाल पर कि आप इस मामले में क्या कार्रवाई करेंगे कि आपके जैसे ईमानदार अधिकारी के ऊपर इस तरह के संगीन आरोप लगे हैं जो स्टेशन डायरी में लिख दिए गए हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं जांच अधिकारी सुहास माने के खिलाफ़ मामला दर्ज कराऊंगा।

बॉम्बे पुलिस मैनुअल
हालांकि द बॉम्बे पुलिस मैनुअल-3 1959 के अध्याय तीसरे पावर्स ऐंड ड्युटीज़ में लिखा है कि साहिबा (अपने से वरिष्ठ अधिकारियों) के आदेश के बावजूद भी कोई भी पुलिसकर्मी किसी पर भी झूटा मामला न दर्ज करे या गैर कानूनी काम न करे।लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के पावर और दबाव की वजह से छोटे पुलिस कर्मी डर और खौफ़ के मारे उस अध्याय को भूल जाते हैं जो द बॉम्बे पुलिस मैनुअल-3 1959 में लिखा हुआ है।आर.डी. शिंदे का डायरी कन्केशन कोई नया नहीं है इससे पहले शीना बोरा हत्या कांड में उनका नाम इसी तरह से डायरी में लिख दिया गया था जब शीना बोरा की लाश मिलने के बाद रायगढ़ के पुलिस थाने में मौजूद ड्युटी ऑफ़ीसर को मामला दर्ज करने से मना किया था और ड्युटी ऑफीसर ने इसे स्टेशन डायरी मे लिख दिया था।जिसकी जाच चल रही है।यह मामला थम नहीं पाया आर.डी. शिंदे ने स्वंय घोषित तथाकथित धर्म धुरंधर मुईन मियां को खुश करने के लिए पत्रकार शाहिद अंसारी के खिलाफ़ संगीन धाराओं के तहेत मामला दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया।क्योंकि जब शिकायतकर्ता नागपाड़ा पुलिस थाने पहुंचा तो सुहास माने ने उसका बयान दर्ज मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही लेकिन आर.डी.शिंदे ने ताड़देव डिवीज़न के एसीपी नागेश जाधव को कहा कि मामला दर्ज करो और नागेश जाधव ने सुहास माने पर दबाव बनाते हुए आर.डी.शिंदे के आदेशों का पालन करने के लिए कहा जिसके बाद माने ने मामला दर्ज किया।अब जाहिर सी बात है यह सच्चाई बाहर आने के बाद आर.डी.शिंदे के खिलाफ़ विरोध के स्वर ज़रूर गूंजेंगे और कानूनी कार्रवाई का सामना उन्हें भी करना होगा वह अलग बात है कि अपनी पावर और पहुंच की वजह से शिंदे यहां भी बाज़ी मार कर जांच अधिकारी सुहास माने को बली का बकरा बना दें।क्योंकि जो सच है उसे आर.डी. शिंदे झुठलाना चाहते हैं और जो झूट है उसपर वह यकीन करने के लिए कह रहे हैं क्योंकि स्टेशन डायरी में किसी छोटे अधिकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी के बारे में झूट लिख ही नहीं सकते।इस बारे में जांच अधिकारी सुहास माने का पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
हालांकि इस मामले के बाद पत्रकार शाहिद अंसारी ने नागपाड़ा सीनियर पीआई से ख़बर लिखने के लिए इजाज़त मांगी ताकि फिर किसी ख़बर पर नागपाड़ा पुलिस मामला दर्ज न करे।इसलिए शाहिद अंसारी ने नागापाड़ा सीनियर पीआई संजय बसवत से ख़बर लिखने की इजाज़त मांगी लेकिन उन्होंने ख़बर लिखने की इजाज़त नहीं दी और कहा कि ख़बर लिखने की इजाज़त देने का प्रावधान मात्र आर.डी.शिंदे के पास है।
इस मामले में प्रेस कांउसिल ऑफ़ इंडिया की टीम कल मुंबई आई थी उन्होंने कहा है कि हम इस मामले में जल्द ही मुंबई पुलिस को नोटिस देकर यह जवाब तलब करेंगे कि आखिर किस नियम और सुबूत के आधार पर शाहिद अंसारी के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है।
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