शाहिद अंसारी
मुंबई : मुंबई क्राइम ब्रांच ने मुंबई , दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, झारखंड, और मध्यप्रदेश में इन्शूरेंस पॉलिसी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए नोएडा, दिल्ली से फर्जी काल सेंटर रैकेट को बर्स्ट किया है।नोयडा-दिल्ली से एक चल रहे इस फ़र्जी काल सेंटर पर छापामार कर 8 लोगों को किया गिरफ्तार।पकड़े गए 8 आरोपियों में से 2 आरोपी बीमा कंपनी में करते थे काम जबकि अन्य कई एजेंट के जरिए बीमा कंपनी के कस्टमर्स के डाटा प्राप्त कर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे।मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी निसार तंबोली ने मीडिया से बात चीत करते हुए बताया कि नोयडा दिल्ली से चल रहे इस काल सेंटर से देश के अलग अलग राज्यो में लोगों को काल करके आरोपी पहले सामने वाले को उसके इन्शूरेंस पालिसी, उसका प्रीमियम, और बोनस की जानकारी देकर पहले उसे अपने भरोसे में लेते थे और फिर झांसा दिया जाता कि इन्शूरेंस कंपनी ने बेनिफिट स्कीम शुरू की है जिसमें प्रीमियम की एक मोटी रकम भर दी जाए और उसका 10 परसेंट काल करनेवाले आरोपी शख्श के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाए तो पीडित का नाम लकी ड्रा में डलवा देगा और पूरी पॉलिसी के हिस्से की बहुत बड़ी रकम स्कीम के तहत पीड़ित के एकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक झांसे में आए लोगों को एक फर्जी दस्तावेजों के जरिए तैयार बैंक अकाउंट में पैसे डलवा दिए जाते और बाद में उस बैंक एकाउंट से पैसे निकालकर उन बैंक एकाउंट को छोड़ दिया जाता।पकड़े गए आरोपियों के पास से 50 फर्जी बैंक एकाउंट हैं 30 फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए सिमकार्ड भी ज़ब्त किए गए हैं अलग अलग इन्शूरेंस कंपनी के कस्टमर्स के डाटा बरामद किए गए हैं।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक रोजाना लाखों की ठगी का अंदेशा है और यह 2015 से जारी था फर्जी काल सेंटर के जरिये ठगी का व्यवसाय।पकड़े गए आरोपीयो को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली से मुंबई लाया गया और कोर्ट में पेश कर 24 अगस्त तक के लिए पुलिस कस्टडी ली गई है।मामले में क्राइम ब्रांच को लाखों की ठगी की कमाई के अकाउंट और फर्जी दस्तावेजों के जरिये इस पूरे काल सेंटर को ऑपेरेट करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश है।
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