शाहिद अंसारी
मुंबई: भाईखला जेल में कैद महिला कैदी की शुक्रवार को रात में हुई हत्या के मामले में 6 जेल कर्मियों पर आईपीसी की धारा 302,34 के तहेत हत्या का मामला दर्ज किया गया वहीं जेल में प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ़ संगीन धाराऐं आईपीसी की धाराऐं 143,145,149,353,323,436,120 B के तहेत जेल का माहौल खराब करने,जेलकर्मियों के साथ मारपीट करने और सरकारी काम में दखल देने का मामला दर्ज किया है।इनमें इंद्राणी मुखर्जी,और रमेश दम की बहेन के खिलाफ़ भी नामज़द एफआईआर दर्ज हुई है जबकि एडिश्नल डीजी जेल बी.के उपाध्याय ने उन जेल मे मौजूद उन सारे कैदियों को उस समय यह यकीन दिलाया था कि उन 6 जेलकर्मियों को पर सख्त कार्रवाई की जाएगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा लेकिन बाद में कैदियों पर भी मामला दर्ज किया गया जिसके उनमें फिर एक बार आक्रोष पाया जा रहा है।
क्या हुआ था जेल में
शुक्रवार को जेल में मृत्तक के साथ मामूली बात पर 6 जेलकर्मियों ने जम कर पीटा और दूसरे कैदियों को इस बात की भनक लग चुकी थी तब तक कैदी शांत थे लेकिन पीटने के बाद जब उसकी मौत होगई और इसकी जानकारी शनिवार को सुबह पता चली तो कैदियों मे हड़कंप मच गया कई कैदियों ने जेल के अंदर प्रदर्शन करना शुरू किया लेकिन नकी सुनने वाला कोई था ही नहीं सके बाद उन्होंने छत पर चले गए और बाहर लोगों को आवाज़ लगा कर मामले की सच्चाई बतानी चाही इस दौरान नागपाड़ा पुलिस थाने को पता चला और ताड़देव डिवीज़न के एसीपी नागेश जाधव नागपाड़ा सीनियर पीआई संजय बस्वत समेत भारी संख्या मे पुलिस कर्मी वहां पहुंच गए महिलाऐं पहले जेल के अंदर प्रदर्शन कर रही थीं लेकिन किसी नी नहीं सुनी जिसके बाद वह लोग छत पर पहुंच गए और वहां से मेन रोड पर मौजूद लोगों को आवाज़ लगा कर इस हत्या के बारे में बताने की कोशिश की तब तक अंदर के हिस्से मे नागपाड़ा पुलिस पहुंच चुकी थी उन्होंने उन सब को वहां से उतरने के लिए कहा लेकिन महिला कैदी उतरने को तय्यार नहीं थे उनके कहना था की मीडिया को बुलाओ उनके सामने हम सारी हत्या की सच्चाई बताऐंगे नागपाड़ा सीनियर पीआई संजय बस्वत ने न सब को स्पीकर से एलान करते हुए कहा कि आप नीचे आऐं आपकी मदद की जाएगी और आपकी बात सुनी जाएगी।कई भाषी कैदी होने की वजह से नागपाड़ा सीनीयिर पीआई ने हिंदी , उर्दू , गुजराती ,मराठी , अंग्रेजी भाषा में एलान किया जिसके बाद मुशकिल से वह सब नीचे आए।
कितने लोगो के खिलाफ़ दर्ज हुआ मामला दर्ज
जेल प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के साथ साथ जेल में मौजूद 300 महिलाओ के खिलाफ़ नामज़द एफआईआर हुई है उनमें शीना बोरा हत्या कांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और भ्रष्टाटार मामले मे गिरफ्तार स्सपेंडेड रमेश कदम की बहेन भी है जेल में प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के सीसीटीवी और वीडियो रिकार्डिंग बतौर सुबूत नागपाड़ा पुलिस ने जमा किए हैं।
हत्यारो के बचाने की कोशिश नाकाम
जिन 6 जेल पुलिस वालो के खिलाफ़ हत्या का मामला दर्ज किया गया उन पर हत्या की धारा 302 और 34 यानी आपसी सहमती (कॉमन इंटेंशन ) के तहेत मामला दर्ज किया है हालांकि जेल अधिकारी और स्थानी पुलिस थाने के डीसीपी अखिलेश सिंह इस हत्या को हार्टअटैक से हुई मैत मे तब्दील करने की कोशिश की।इस दौरान आईजी जेल राजवर्धव सिन्हा ने Bombay Leaks से बात करते हुए कहा था कि बस लेडी जेलर ने एक थप्पड़ मारा था और रात में सकी हार्टअटैक से मौत होगई लेकिन मामला दर्ज होने के बाद सिन्हा के इस बयान से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से वह अपने जेलकर्मयों को बचाने की कोशिश कर रहे थे जबकि ज़ोनल डीसपी अखिलेश सिंह का कहना था कि यह उनके कार्यक्षेत्र में आता ही नहीं वह सब जेल प्राशान कार्रवाई करेगा वहीं जेलर चंद्रमनी इंदुरकर ने हत्या को लेकर इंकार किया ताज्जुब इस बात का कि उस दिन आईजी जेल,और जेलर दोनों छुट्टी पर थे उनके न रहते हुए जेल के अंदर हत्या की यह वारदात अंजाम दी गई।
कैदियों पर अपराधिक साजिश रचने का मामला
इस पूरी घटना मे 6 हत्यारे जेलकर्मियों के खिलाफ़ पुलिस मात्र हत्याका मामला दर्ज किया लेकिन हत्या या अपराध की साजिश रचने का मामला नहीं दर्ज किया जबकि जेल में मौजूद हर कैदी के खिलाफ़ संगीन धाराओं के साथ अपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया।ऐसे में फिर पूरी जेल मे मौजूद जेलकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए लेकिन पुसिस ने मात्र 6 जेलकर्मियों के खिलाफ़ मामला दर्ज किया जबकि जेल मे मौजूद 300 महिला कैदियों के खिलाफ़ संगीन धाराऐं दिनमें दंगा भड़काने,दंगे की साजिश रचने,जेलकर्मियों पर आन ड्युटी हाथ छोड़ने और सरकारी काम मे बाधा डालने,अपराध की साजिश रचने का मामला दर्ज किया है।जाहिर सी बात है कि इस हत्या को लेकर पुलिस के सामने बौतर गवाह वही कैदी होंगे जिनके खिलाफ़ पुलिस ने मामला दर्ज किया है इसलिए नके खिलाफ़ भी संगीन धाराओं के तहेत मामला दर्ज किया है ताकि उन परदबाव बना रहे और आगे चल कर उसका फाएदा इन हत्यारों को पहुंचाया जा सके।
मुबंई के भाईखला की इस जेल में कैदियों के साथ जानवरों के जैसा सुलूक किया जाता है जेल से छुटी एक महिला ने Bombay Leaks से बात करते हुए बताया कि आशा नाम की एक जेलर थीं एक दिन की बात है कि एक कैदी 5 बजे सुबह जो नाश्ते का टाइम है वह लेट आगई जिसके बाद वहाां नाश्ता नही मिल रहा है था उसने दूसरी जगह नाशते के लिए लाइन लगाईई और अपने एक और कैदी दोस्त को इशारे मे उस तरफ बुलाया कि यहां नाश्ता मिल रहा है उसका इशारा करना उसके लिए किसी कयामत से कम नहीं था आन ड्युटी जेलर आशा ने उसे जानवरों के जैसे पीटना शुरू कर दिया इस दौरान दूसरे कैदी लाचार और सहमे हुए यह मंजर देख रहे थे।इस तरह से मामूली मामूली बात पर कैदियों के साथ जानवरों के जैसा सुलूक करना दर सल कल के दिन हुए प्रदर्शन में हत्या के साथ साथ वह गुस्सा भी था ताकि लोगों तक जेल में केदियों के साथ हो रहे अत्याचार के बारे में बात पहुंचाई जा सके।
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