विशेष संवाददाता
कौशाम्बी:केंद्र में भले ही मोदी सरकार ने दबंगई और भ्रष्टाचार को लेकर अपने मंत्रियों की खटिया खड़ी कर दी हो लेकिन राज्य में उनकी ही पार्टी के विधायक अब पूरी तरह से मोदी और योगी दोनों की लुटिया डुबाने के लिए मैदान में उतर चुके हैं।घटना चायल विधान सभा क्षेत्र की है जब 10 लाख रूपए के लोन सेंक्शन न होने पर चायल विधान सभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक संजय कुमार गुप्ता अपने लाव लश्कर के साथ बैंक में पहुंचे और और उस व्यक्ति को जिसने बैंक से 10 लाख के लोन के लिए आवेदन किया था उसका लोन सेंक्शन न होने की वजह से विधायक सत्ता के नशे मे चूर बैंक मैनेजर को जमकर खरी खोटी सुनाई और लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति और उसके पिता की इसी बैंक मे दो बीमा पॉलिसी के 66000 रूपए वापस करने के लिए कहा।चूंकि IRDA के नियम के अंतर्गत समय से पहले पॉलिसी के पैसे वापस नहीं किए जा सकते लेकिन विधायक ने नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बैंक मैनेजर के खुद के अंकाउंट से 66000 रूपए देने के लिए कहा और मैनेजर ने अपन खाते से 66000 की रकम पॉलिसी खरीदने वाले को दे दिए।इस दौरान संबंधित थाना कोखराज थाना के इंचार्ज दिनेश सिंह भी मौजूद थे लेकिन विधायक उस दौरान अपने आपको राज्य के सीएम से कम नहीं समझ रहे थे।
क्षेत्रीय ग्राणीण बैंक मूरत गंज शाखा के प्रबंधक उमेश चंद्र कक्कड़ न बताया कि नोटबंदी के समय संदीप कुमार मौर्या ने खादी ग्राम उद्दोग मंझनपुर से 10 लाख रूपए के लोन सेंक्शन के लिए अपनी फाइल भेजी लेकिन खादी ग्राम उद्दोग की तरफ से जो गाइड लाइंस थी उसमें लोन की सीमा 5 लाख की ही थी।इस वजह से फाइल को क्षेत्रीय ग्राणीण बैंक मूरत गंज शाखा ने आवेदक को वापस कर दिया एक हफ्ते बाद वही फाइल फिर से करेक्शन कर के बैंक मे लोन सेंक्शन के लिए दी गई।
नोटबंदी के बाद से बैंक में ओवर लोड कार्य होने की वजह से और कैश की समस्स्या की वजह से ब्रांच मैनेजर इस लोन के लिए सर्वे करने में असमर्थ रहे और पॉलिसी को लेकर चुंकि बैंक से ही ग्राहकों को बताया जाता है उसी दौरान संदीप कुमार मौर्या ने अपने और अपने पिता के नाम पर एक एक इंशूरेंस पॉलिसी खरीदी जिसमें एक पॉलिसी 25000 की थी और एक उनके पिता के नाम पर जो खरीदी गई थी वह 41000 की थी।बैंक की वीडियो मे ंविधायक बैंक मैनेजर पर इस बात का आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने लोन सेंक्शन नहीं किया बल्कि उन्हें पॉलिसी बेच दी।
बुधवार को संदीप ने लोन न मिलने के लिए डीएम के पास शिकायत की और कहा कि उनका लोन सेंक्शन नहीं हो रहा है जिसके बाद एल.डी.एम ने बैंक मैनेजर से बात की और कहा कि नियम और कायदे को देखते हुए इनके द्वारा आवेदन की गई लोन की फाइल देख कर उसपर विचार करें जिसके बाद शाखा प्रबंधक ने दूसरे दिन संदीप मौर्या के उस पते पर पहुंचे जिस पर उन्होंने लोन अप्लाई किया था।सर्वे करने के दौरान शाखा प्रबंधक बैंक वापस आगए तब संदीप मौर्या ने यह कहकर धमकी दी की अभी 15 मिनट बाद विधायक के साथ आऊंगा और तुम्हें देख लूंगा।और आज ठीक 2 बजे चायल विधान सभा के विधायक संजय कुमार गुप्ता अपने लाव लश्कर के साथ बैंक में आधमके और मैनेजर पर विधायकी रुआब झाड़ते हुए जमकर खरी खोठी सुनाई और लोन न देने की सूरत में जिले से ताबदला करने की धमकी दे डाली।इतना ही नहीं दबंगई की सीमा पार करते हुए विधायक ने यह कहते हुए कि संदीप मोर्या जिन्होंने लोन के लिए आवेदन किया है और पॉलिसी खरीदी है वह राज्य के बीजेपी नेता का भतीजे हैं उनका बीमा का पैसा वापस करने के लिए दबाव बनाने लगे।जिसके बाद शाखा प्रबंधक ने अपने खाते से वह पैसे वापस किए।चूंकि IRDA के नियम के अनुसार खरीदी गई पॉलिसी के पैसे 5 साल से पहले नहीं वापस किए जासकते लेकिन विधायक को नियम कानून की कहां पड़ी वह तो बस सत्ता के नशे मे चूर थे।जिस दौरान बैंक में विधायक रुआब दिखा रहे थे उस दौरान की वीडियो रिकार्ड की गई है जिसे फेसबुक पर उन्होंने लोड किया ताकि जनता की वाहवाही लूटी जासके और उनकी दबंगई के किस्से आम होजाऐं लेकिन सोशल साइट्स पर उनकी इस हरकत को लेकर जमकर थू थू हो रही है।बात चीत में शाखा प्रबंधक ने बताया कि तकरीबन 10 साल पहले जब विधायक संजय कुमार गुप्ता ने उनसे लोन के लिए आवेदन किया था और उन्हें लोन नहीं मिल सका जिसकी वजह वह अब सत्ता मे रहकर उसकी भड़ास निकाल रहे हैं।
इस बारे में एसओ कोखराज थाना के इंचार्ज दिनेश सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम इस बारे में कुछ नहीं बोल सकते क्योंकि मामले में सत्ताधारी सरकार के विधायक हैं और मैं उनके विरुद्ध एक शब्द भी नहीं बोल सकता।
वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें
https://youtu.be/8llnH11kIuM
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