शाहिद अंसारी
मुंबई: स्कॉटलैंड यार्ड की फहरिस्त में दबंग सीनियर पीआई के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले नागपाड़ा पुलिस थाने के सीनियर पीआई संजय बस्वत को फिर एक बार विभागी कार्रवाई के चलते पनिशमेंट दिया गया है मुंबई पुलिस के द्वारा दिए गए इस पनिशमेंट से बस्वत की वेतन वृद्धि पर एक साल के लिए रोक लगा दी गई है।हालांकि बस्वत को इससे कुछ फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि इस तरह के न जाने कितने पनिशमेंट अपनी जेब मे लिए फिरते हैं।डिपार्टमेंट में उन्हें दबंग के साथ साथ माहिर-ए-पनिशमेंट के नाम से भी जाना जाता है।
दर असल साल 2014 में बस्वत स्कॉटलैंड यार्ड के भांडुप पुलिस थाने में बतौर इंस्पेक्टर तैनात थे उस दौरान गवंडर नाम के शिकायतकर्ता ने किसी मामले को लेकर शिकायत की थी गवंडर की अर्ज़ी को लेकर तत्कालीन एडिशनल सीपी और डीसीपी,एसीपी ने बस्वत से तीन बार लिखित रूप में पूछा लेकिन बस्वत ने तीन बार पूछे जाने के बाद भी अपनी दबंगई के चक्कर में वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।उसी पुलिस थाने में साल 2014 में ही राज्य के गृह राज्य मंत्री (महाराष्ट्र) ने बस्वत से संबंधित 12 शिकायतों को लेकर सवाल किया था और उस पर जवाब मांगा था लेकिन बस्वत ने एक का भी जवाब नहीं दिया।साल 2014 में भी उसी पुलिस थाने के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा 25 शिकायतें भेजी गई थीं और उस अर्ज़ी को लेकर बस्वत से सवाल किया गया था कि आखिर उन्होंने उस पर कार्रवाई क्यों नहीं इस सवाल पर भी बस्वत ने कोई जवाब नहीं दिया।उसी पुलिस थाने में आम जनता के ज़रिए 59 शिकायतें की गई थीं जिसको लेकर बस्वत ने कार्रवाई तो दूर की बात उन सारी शिकायतों को दबा कर बैठ गए थे।उसी पुलिस थाने में 9 दिसंबर 2014 को वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें पुलिस थाने में ही रह कर सारी शिकायतों का निपटारा करने के लिए एक दिन के लिए नियुक्त किया था कि वह उस दिन पुलिस थाने में ही ड्युटी करेंगे लेकिन बस्वत उस दिन ड्युटी पर आना तो दूर उस दिन बिना बताए गाएब हो गए और अपना मुबाइल फोन बंद कर दिया ताकि कोई उन्हे संपर्क न कर सके।इन्ही मामलों के चलते उन्हें विभागी सज़ा दी गई है।
बस्वत को फिलहाल नागपाड़ा पुलिस थाने ( धार्मिक भावना स्पेशलिस्ट पुलिस थाना ) में बतौर सीनियर पीआई के ओहदे पर तैनात किया है और एक साल के अंदर यहां भी उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों ने 6 पनिशमेंट से नवाज़ा है।बस्वत को दबंग सीनियर पीआई के नाम से इस लिए जाना जाता है कि बस्वत पत्रकारों पर झूटे केस दर्ज करने की सुपारी लिए जाने के लिए मशहूर हैं और इसी दबंगई की वजह से वह वरिष्ठ अधिकारियों से भी नहीं डरते।यही वजह है कि बस्वत को नागपाड़ा पुलिस थाने में तैनात किया गया और यहां भी पनिशमेंट की फहरिस्त में सब से आगे हैं लेकिन मजाल है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर बस्वत के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई करें।
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