शाहिद अंसारी
मुंबई : भांडुप ट्राफिक पुलिस जिस नाजिया अब्दुल कादर ( 32 साल ) महिला को कार्रवाई के नाम पर ट्राफिक चौकी में बुला कर टॉर्चर करने वाले ट्राफिक पीएसआई दिगंबर खरे के खिलाफ़ 80 जांच के आदेश जारी किए गए हैं। यह जांच भांडुप डिवीज़न के एसीपी शंशाक सानभोर को सौंपी गई है।
हमने सानभोर से इस मामले में बात की जिसके बाद उन्होंने कहा कि महिला को कार्रवाई के नाम पर फोन कर के ट्राफिक पुलिस थाने बुलाने वाले पीएसआई दिगंबर खरे के खिलाफ़ जांच चल रही है अब तक जांच पूरी नही हुई। हम अभी छानबीन कर रहे हैं और गलती पाए जाने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ़ कार्रवाई करेंगे।
ध्यान रहे भांडुप की रहने वाली नाजिया अब्दुल कादर ( 32 साल ) अपने परिवार की एकमात्र सदस्य हैं जिन्होंने 5 साल पहले अपने पती से अलग होने के बाद अपने परिवार को संभालने के लिए स्कूल के बच्चों को खुद कार ड्राइव कर के छोड़ने का काम शुरु कर किया। परिवार में उनकी मां बड़ी बहेन और उनके 2 बच्चे और उनकी बहेन के 2 बच्चों को वह इसके ज़रिए पाल रही हैं। लेकिन पिछले एक महीने से भांडुप ट्राफिक पुलिस थाने के उन्हें चक्कर काटने पड़ रहे हैं। Bombay Leaks से बात करते हुए उन्होंने बताया कि मैं अपनी गाड़ी अपने घर के पास ही पार्क करती हूं लेकिन मैं जब भी स्कूल के बच्चों को छोड़ने के लिए जाती हूं मुझे रास्ते में सिगनल पर भांडुप ट्राफिक पुलिस थाने के दिगंबर खरे नाम के एक आफीसर हैं वह सिगनल पर रोक कर कहते हैं आपकी कंप्लेन है ट्राफ़िक पुलिस थाने में आना होगा उसके बाद उन्होंने फोन कर के शाम मे 6 बजे के बाद आने के लिए कहते हैं। नाजिया को इस तरह की तकलीफ़ देख हमने दिगंबर खरे से जब फोन पर मामले की जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि नए कानून के अनुसार हम महिला को पुलिस थाने कभी भी बुला सकते हैं। एक महिला को लेकर उनके इस रवय्ये को देख जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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