शाहिद अंसारी
मुंबई:कहावत है कि मुंबई पुलिस अगर अपने पर आ जाए तो कुछ भी कर सकती है फिर चाहे रेप केस हो,चाहे चोरी,चाहे हत्या,चाहे हथियारों के साथ किसी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए किसी के सर कोई भी आरोप मढ़ना कोई मुश्किल काम नहीं है और फिर उसके आधार पर किसी की भी जिंदगी दांव पर लगाना।ऐसी ही एक घटना डीएन नगर पुलिस थाने की है जहां अँधेरी रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर धंधा करने वाले और पास के दुकानदारों के बीच लंबे समय से ठनी हुई है।दुकानदार अपनी दुकान के साथ साथ फुटपाथ पर भी कब्जा जमाए बैठे हैं जिसको लेकर फुटपाथ पर कारोबार करने वाले लोग और दुकान दार एक दूसरे की शिकायत करते रहते हैं।लेकिन यह मामला तब ज्यादा चर्चे में आ गया जब फुटपाथ पर कारोबार करने वाले एक शख्स की शिकायत उनके ही एसोशिएन का फर्जी लेटर हेड बना कर उनके खिलाफ़ डीएन नगर पुलिस थाने में शिकायत कर दी और उसी के आधार पर डिवीज़न के एसीपी अरुण चौहान ने तुरंत तड़ीपार की प्रक्रिया शूरू कर दी।

रईस खान
रईस खान नाम के शख्स जो कि फुटपाथ पर अपना कारोबार करते हैं उनके खिलाफ़ उनके ही एसोसिएशन का फर्ज़ी लेटर हेड तय्यार कर शिकायत की गई।सोने पर सोहागा यह कि जिस होशियारी से यह शिकायत की गई उसी गंभीरता से एसीपी ने तड़ीपार प्रक्रिया भी शुरू कर दी।उस शिकायत की जांच की तो पता चला कि फर्ज़ी तरीके से उनके एसोसिएशन का लेटर हेड बना कर स्थानी एक दुकानदार ने शिकायत की और बाकायदा एसोसिएशन का फर्ज़ी जी-मेल आईडी बना कर मेल द्वारा शिकायत की गई।
इस बात की जानकारी एसोसिएशन के असली लेटर हेड पर एसोसिएशन के जिम्मेदारों ने स्थानी पुलिस थाने डीएन नगर को पत्र लिख कर आगाह किया और फर्ज़ी शिकायत करने वाले के खिलाफ़ कार्रवाई की मांग की।दिलचस्प बात यह है कि स्थानी पुलिस थाने ने और न ही एसीपी अरुण चौहान ने इस फर्ज़ी शिकायत पर अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन इस फर्ज़ी शिकायत के आधार पर तड़ीपार की प्रक्रिया ज़रूर शूरू कर दी।इस बारे में जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह कोर्ट की प्रक्रिया है इस बारे में हम ने उनका पक्ष जानने के लिए नोटिस जारी किया है जिन के खिलाफ़ फर्ज़ी शिकायत की गई है उन्हें मात्र आकर यह बताना होगा कि उनके एसोसिएशन का नकली लेटर हेड बना कर किसी ने झूटी शिकायत की है और उन्हें इस से जुड़े कागजात दिखाने होंगे।ताज्जुब इस बात का कि इस की शिकायत पहले ही डीएन नगर पुलिस थाने में की गई है जिसे अब तक गंभीरता से नहीं लिया गया।ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है कि कोर्ट की प्रक्रिया के नाम पर एक वरिष्ठ अधिकारी के ज़रिए झूटी शिकायत पर उठाया गया यह कदम कितना सही है।
दर सल इसके पीछे की खास वजह यह मानी जाती है कि दुकानदारों और फुटपाथ पर धंधा करने वालों की लंबे समय से आपस में कारोबार को लेकर ठनी हुई है और इस तरह से झूटी शिकायत कर तड़ीपार की प्रक्रिया शुरू कर उन्हें यहां से खदेड़ने की कोशिश की जा रही है हालांकि कोर्ट ने फुटपाथ पर कारोबार करने वालों को वहां से हटाने के लिए मना किया है।इस लिए इस प्रक्रिया का उपयोग कर एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की जा रही है ताकि उन्हें खदेड़ा भी जा सके और उनका कारोबार भी बंद करवा दिया जाए।
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