Bombay Leaks Desk
कोचीन: एक्साइज़ , प्रवर्तन और नारकोटिक कंट्रोल ब्युरो सभी विभाग के ज्वाइंट ऑपरेशन में कोचीन के नेदुंबसेरी इलाके से 5 किलो एमडीएमए (नशीला पदार्थ) जब्त किया गया है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके नाम फैसल (34) और अब्दुल सलाद (34) हैं। प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि दोनों आरोपी केरला के पलक्कड़ के रहने वाले हैं। जांच एजेंसियों ने इनके पास से आल्टो कार भी बरामद की है। एक्साइज़ विभाग के ऑफिसर रॉबी, रूबेन, रंजू और जयन 3 महीने से इस मामले में छानबीन कर रहे थे छानबीन में पता चला कि एक ऐसा गिरोह है जिसके भारत में रहते हुए विदेशों से जुड़े हैं और वह विदेशों से ही मादक पदार्थ की खेप भारत में लाकर उसका व्यापार करते हैं। इस जानकारी के बाद कई विभागों के अधिकारियों ने ज्वाइंट सेक्रेट आपरेशन शुरू किया था। छानबीन के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार करने और माल बरामद करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों ने 19 घंटे के अंदर मुंबई से पलक्कड़ पहुंचे और आरोपियों को न केवल गिरफ्तार किया बल्कि उनके पास से 30 करोड़ के मादक पदार्थ को भी जब्त किया।
केरला के ज्वाइंट एक्साइज़ कमिश्नर सेंट्रल रेंज मनोहरम ने Bmbay Leaks से बात करते हुए बताया कि यह एक ऐसी गैंग है जो कि अफगानिस्तान के शहर काबुल से कश्मीर के रासते होते हुए दिल्ली और दिल्ली से केरला तक ट्रेन से मादक पदार्थ पहुंचाते हैं। काबुल से कश्मीर तक इस काम के लिए महिर लोगों का इस्तेमाल किया जाता है जो मादक पदार्थ की तस्करी के लिए माहिर होते हैं जो कि अतंर्राष्ट्रीय बार्डर को क्रॉस कर के मादक पदार्थ को काबुल से कश्मीर तक पहुंचाते हैं और फिर दिल्ली से पलक्कड़ तक ट्रेन से यह गैंग खुद ही पहुंचाती थी। छापामारी के दौरान जब पल्ककड़ में इनके ठिकानों पर दबिश दी गई तो इनके घर में जो बैग मिले उसमें खुफिया तरीके से मादक पदार्थ को छुपाने के लिए जगह बनाई गई थी जिसे ब्लैक कार्बन से कवर किया गया था ताकि किसी भी तरह से उसे तलाश न किया जा सके। ब्लैक कार्बन की वजह से हवाईअड्डा पर सामान्य जांच से उसका पता लगाना बहुत मुश्किल होता है। जानकारी में यह भी पता चला है कि अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे ड्रग्स रैकेट को कुवैत से ऑपरेट जा रहा है और जांच एजेंसियों को इसकी भनक न लगे और वह उनकी पहुंच से दूर रहें इसलिए वह इंटरनेट का इस्तेमाल करता है। आलम यह है कि इस गैंग के दूसरे लोग भी एक दूसरे को नहीं जानते। कुवैत में मौजूद मादक पदार्थ का गोरख धंधा करने वाले मास्टर माइंड की पहचान हो चुकी है वह कोची का रहने वाला है जो कि इस गोरख धंधे को चलाता है और उसका व्यापार करता है यहा तक कि पैसों के लेन देन भी इंटरनेट के ही माध्यम से ही करता है। दरअसल जिस व्यक्ति को मादक पदार्थ को दूसरे स्थान पर पहुंचाना होता है उसे बैग में मौजूद ड्रग्स के बारे में पता ही नहीं होता। इस मामले में एक आरोपी को पिछले साल दिसंबर में दुबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया था जो कि दुबई की जेल में कैद है। इस माामले में और भी कई गिरफ्तारियां मुमकिन हैं।
एनसीबी ने सूचित किया है कि यह भारत में एमडीएमए की सबसे बड़ी जब्ती है वहीं केरला के एक्साइज़ कमिश्नर और डीजीपी ऋषि राज सिंह ने इस कार्रवाई से खुश हो कर एक्साइज़ टीम के अधिकारियों को 25000 का नकद पुरस्कार घोषित किया है।
ऐसे छुपाए थे बैग में एमडीएमए
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