Bombay Leaks desk
मुंबई:कहते हैं राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता और राजनीति करने के लिए कोई किसी भी सीमा तक जा सकता है।अंजुमन इस्लाम की जिस ज़मीन को लेकर शाहिद अंसारी ने मुईन मियां को बेनकाब किया था।अब उस मामले में स्थानी विधायक अमीन पटेल अपनी राजनीतिक रोटे सेकने में जुट गए।कभी ज़हीर काज़ी की गोद में बैठ कर नाएक बने अंजुमन इस्लाम के कसीदे पढ़ने वाले अमीन पटेल इस समय पूरी तरह से विरोध में उतर कर खलनाएक की भूमिका निभा रहे हैं।
पत्रकार शाहिद अंसारी पर झूटा मामला दर्ज होने के बाद पत्रकारों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुबंई पुलिस कमिश्नर और राज्य के मुख्यमंत्री को इस मामले की सच्चाई बताई जिसके बाद पत्रकारों के यह आशवासन मिला कि भले ही पुलिस ने झूटा मामला दर्ज कर लिया लेकिन किसी भी पत्रकार के साथ ज्यादती नहीं होगी।इस के बाद ही कांग्रेस एमएलए अमीन पटेल ने राज्य के मुख्यमंत्री के पास मुईन मियां को लेकर गए और जिस ज़मीन के भ्रष्टाचार का मामाला शाहिद अंसारी ने बेनकाब किया है उसके बारे में मुख्यमंत्री को बताते हुए बताया कि उस ज़मीन के असल हकदार मुईन मियां हैं और अंजुमन इस्लाम का इससे कुछ लेना देना नहीं है।राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फ़डनविस ने जानकारी देते हुए बताया कि चूंकि वह खुद मुईन मियां को नहीं जानते अमीन पटेल ने उन्हें अर्जेंट काम को लेकर मिलने की बात की जिसके बाद उन्होंने मुलाकात की और उस मुलाकात के दौरान अमीन पटेल ने यह सारी बातें कहीं अमीन पटेल ने बताया कि मुईन मियां बहुत बड़े धर्म धुरंधर है और जिस ज़मीन को लेकर विवाद चल रहा है उसके असल हकदार वही हैं जिसके बाद उन्होंने इस बारे में खुद कहा कि ठीक है देखते हैं क्योंकि इस मामले में पत्रकारों ने पहले ही सच्चाई बताई थी इसलिए खुद मुख्यमंत्री ने कोई खास दिलचस्पी नही दिखाई।और अमिन पटेल द्वारा झूट का पुलिंदा ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया।
मामला यहीं नहीं थमा अमीन पटेल ने एकनाथ खड़से से भी मुईन मियां की मुलाकात कराते हुए बताया कि अंजुमन इस्लाम के सदर डा.ज़हीर काज़ी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के आदमी हैं और जिस जगह को लेकर अंजुमन इस्लाम अपना अधिकार जता रही है वह जगह उनकी नहीं है।खड़से ने बताया कि उनके पास अमीन पटेल मुईन मियां को लेकर आए थे और उन्होंने वक्फ बोर्ड में दबाव बनाने के लिए उनसे विन्ती की लेकिन खड़से ने कहा कि वह किसी पर दबाव नहीं बनाऐंगे और ना ही किसी तरह का कोई गैर कानूनी काम करेंगे वक्फ़ में क्या फैसला सुनाया जाए इसको लेकर वह किसी पर दबाव नहीं बनाऐंगे।चूंकि खड़से खुद वक्फ़ बोर्ड विभाग के मंत्री रह चुके हैं लेकिन विवाद के चलते उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है।इसी लिए उनके ज़रिए वक्फ़ बोर्ड पर दबाव बनाने की कोशिश की जारही है।चूंकि यह इलाका जहां अंजुमन इस्लाम की यह ज़मीन है और इसपर 1912 से अंजुमन इस्लाम का कबज़ा है वह अमीन पटेल के चुनाम क्षेत्र में आता है इसलिए ऐसे मौकों पर वोट हाथ से न निकल जाए इस से पहले ही अमीन पटेल ने के ज़हीर काज़ी के खिलाफ़ विरोध के स्वर बुलंद करने लगे।इस बारे मे अमीन पटेल ने कहा कि ज़हीर काज़ी को हिमांशू राय इसलिए जेल मे बंद करने वाले थे कि वह दाऊद के आदमी हैं लेकिन मैंने हिमांशू राय से उनको बचाया था।मैं ज़हीर काज़ी के खिलाफ़ हूं अजुमन इस्लाम के खिलाफ़ नहीं हूं।इस बारे में अंजुमन इस्लाम की बोर्ड के सदस्यों की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया कि अंजुमन इस जगह के बचाने के लिए जिसे मुंबई हाई कोर्ट ने 1912 से अंजुमन इस्लाम के सुपुर्द किया है जिसका टैक्स और दूसरे प्रक्रिया अंजुमन पूरी करता है उसको बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जाएगी यहीं नहीं अंजुमन जल्द ही इस मामले को मुंबई हाई कोर्ट मे दस्तक देने वाली है ताकि मामले में दूध का दूध और पानी का पानी अलग होजाए।अंजुमन इस्लाम के चेयरमैन जहीर काजी ने कहा कि चूंकि अंमीन पटेल अंजुमन में 6 साल तक सदस्य रहे और अब उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है जिसको लेकर वह अंजुमन के विरोध में उतर आए हैं लेकिन उनके विरोध से अंजुमन न तो डरने वाली है और न ही दबाव में आने वाली है यह एक ऐसी संस्था है जो समाज के लिए अपनी सेवाऐं एक लंबे समय से देती आरही है और आगे भी यह सिसिला चलते रहेगा।यदि वह विरोध मे है तो अंजुमन की इस जगह को लेकर मुंबई ही नहीं पूरे महाराष्ट्र के लोग अंजुन इस्लम के समर्थन में उतर आए हैं हमें उम्मीद है कि वह जगह अंजुमन इस्लाम की है और रहेगी।
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