शाहिद अंसारी
मुंबई:अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खासम खास तारिक परवीन की अवैध बिल्डिंग को ध्वस्त करने के बाद मुंबई पुलिस की आँखें खुली वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद तारिक परवीन की छानबीन शूरू होगई है।ताज्जुब इस बात का कि जिस गैर कानूनी बिल्डिंग को लेकर बीएमसी ने ध्वस्त कार्रवाई का नाटक किया था उसी बिल्डिंग को फिर से उसी गैर कानूनी तरीके से बनाया जारहा है। इस काम को करने के लिए बिल्डिंग को चारों तरफ से ऐसे ढक दिया गया है ताकि किसी को रिडेव्लपमेंट के बारे में कानो कान खबर ना हो।इधर रिडेव्लपमेंट का काम फिर से शूरू हुआ और दूसरी तरफ मुंबई पुलिस तारिक परवीन समेत 25 बिल्डरों की फहरिस्त तय्यार कर के बैठी हुई है जिनके खिलाफ़ कार्रवाई करने का दावा खुद मुंबई पुलिस कर रही है।साउथ रीज़न के एडिशनल सीपी प्रताप दिगांवकर के आदेश के बाद स्थानी पुलिस थाने पायधूनी इस मामले में जांच कर रही है।
तारिक परवीन पर कुल चार मामले थे जो न्यायालय मे चल रहे उनमें से तीन मामलों मे वह बरी होगया हालांकि मुबंई पुलिस तारिक परवीन पर मकोका लगाने की फिराक़ मे है।लेकिन तारिक परवीन पर दर्ज हुए मामलों के बाद कई मामलों में कोर्ट से राहत मिलने के बाद तारिक परवीन पर मुबंई पुलिस मकोका लगाने मे नाकाम रही।लेकिन मुंबई पुलिस का कार्रवाई का शिकंजा तारिक परवीन समेत 25 बिल्डरों पर कसेगा जिनके अंडरवर्ल्ड के रिश्ते पुलिस बेनकाब करेगी।
दक्षिण मुबंई के 25 बिल्डरों पर कसेगा कानून का शिकंजा
तारिक परवीन पर मुबंई पुलिस मकोका लगाने मे नाकाम ज़रूर है लेकिन उसके खिलाफ़ जांच का और कानून का शिंकजा पूरी तरह से कसा जारहा हैं सिर्फ यही नहीं तारिक परवीन समेत दक्षिण मुंबई के तकरीबन 25 बिल्डरों की पहरिस्त मुंबई पुलिस ने तय्यार की है।इनमें अधिकतर दक्षिण मुबंई में कई गैर कानूनी बिल्डिंगें बनाकर लोगों को बेच भी चुके हैं।यह वही लोग है जिनको तारिक परवीन को पूरी शह मिल रही है और उसके ही इशारे पर यह बिल्डर दक्षिण मुंबई में गैर कानूनी इमारतें खड़ी करने में कामयाब हुए।मुबंई पुलिस की छानबीन में बीएमसी के उन अधिकारियों पर भी कानूनी कार्वाई होगी जिनके आंखों क सामने यह बिल्डर 1 से लेकर 10 माले तक की गैर कानूनी इमारतें बनाने मे कामयाह हुए।यह ज़ाहिर सी बात है कि इन गैर कानूनी इमारतों को खड़ा करने में बीएमसी की मुख्य भूमिका रही है।जिन 25 बिल्डरों की लिस्ट मुबंई पुलिस के पास है यह लोग तारिक परवीन और अंडरवर्ल्ड की शह पर गैर कानूनी इमारतें बनाते हैं और बीएमसी इसके लिए पूरी मदद करती हैं।
बीएमसी वार्ड ऑफीसर खिलजे समेत कई अधिकारियों के डी कनेक्शन
बीएमसी के उन अधिकारियों के खिलाफ भी मुबंई पुलिस कार्रवाई करेगी जो इस अवैध निर्माण के लिए बिल्डर से मलाई खासकर उन्हें गैर कानूनी निर्माण के लिए आँख बंद कर के काम करने की इजाज़त देते हैं और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए तोड़क कार्रवाई का नाटक कर फोटो ग्राफी और वीडियों ग्राफी करते हैं।दरअसल बीएमसी उन सारी जगहों पर कार्रवाई करने के झूटे दावे भी करती है जहां जहा तारिक परवीन या उससे जुड़े दूसरे बिल्डरों ने अवैध निर्माण किया है या कररहे हैं बीएमसी के अधिकारी अपने लाव लश्कर के साथ अवैध निर्माण को तोड़ने के नाम पर वहां हथौड़ा चलाकर उसकी वीडियो ग्राफी और फोटो खींचती हैं और उसी को अपने रिकार्ड में रखती है और यह कहकर की कार्रवाई की गई है लेकिन सच्चाई बिल्कुल उसके अलग है।इस इलाके में गैर कानूनी बिल्डिंगों के निर्माण में स्थानी वार्ड ऑफीसर खिलजे की अहम भूमिका रही इसलिए मुबंई पुलिस अपनी कार्रवाई में बीएमसी इंजीनियर के साथ साथ खिलजे के खिलाफ़ भी कानूनी कार्रवाई का प्लान बना रही।
बीएमसी की कार्रवाई का ढोंग
दरअसल बीएमसी जब कार्रवाई करती है तो सी दौरान अवैध निर्माण की हुबहू उसी शकल का एक डमी पिल्लर खड़ा करती है और उसपर जमकर हथौड़ा चलता है और फिल्म की शूटिंग के जैसे उसकी वीडियो ग्राफी की जाती है और उसे बीएमसी अपने रिकार्ड मे रखती है और इस तरह से फर्जी कार्रवाई के नाम पर बीएमसी उंगली कटाकर शहीदों मे अपना नाम लिखाती हैं ताकि कोई भी बीएमस के उन भ्रष्ट अधिकारियों पर उंगली ना उठा सके और अगर कोई उंगली उठाता है तो वह जवाब के लिए तय्यार रहते हैं और अपनी फर्जी कार्रवाई का वीडियो दिखाते हैं।
सामने कोई और पीछे अंडरवर्ल्ड
वक्त और हालत की नज़ाकत को देखते हुए तारिक परवीन ने दक्षिण मुबंई के जिन इलाकों मे गैर कानूनी बिल्डिंगें बनाई है उनमें ऑन पेपर तारिक परवीन का कहीं नाम नहीं है लेकिन बैक डोर से तारिक परवीन इसमे शामिल है।मुबंई के पायधूनी इलाके में इब्राहिम रहमतुल्ला रोड पर स्तिथ 10 माले की बिल्डिंग जिसके लैंडलार्ड ने तकरीबन 80 लाख खर्च कर के 6 करोड़ कमाने का सपना देखा था लेकिन बिल्डिंग तय्यार होने के बाद इसे ध्वस्त करने का आदेश आगया।खास बात तो यह है कि यह लोग छोटा शकील और तारिक परवीन के करीबी हैं इसी लिए 45 दिनों में बिल्डिंग भी खड़ी करली।इस बिल्डिंग पर तोड़क कार्रवाई कर बीएमसी ने खानापुरी की और इसी बिल्डिंग को अब फिर से डेव्लप किया जारहा है।
यह भी गैर कानूनी
दक्षिण मुबंई में पायधूनी इलाके में रबरवाला बिल्डिंग और सिटी हाइट्स जैसी गगन चुंबी बिल्डिंगें भी इस अवैध बिल्डिंग की फहरिस्त में शामिल हैं जिसे मुबंई पुलिस ने अपनी पहरिस्त में दर्ज किया है यह सारी बिल्डिंगें देखने मे तो कानूनी लगती हैं लेकिन यह इसी तर्ज़ पर बनाई गई हैं जो की पूरी तरह से गैर कानूनी हैं।लोगों की जान माल की परवाह ना करने वाले उन 25 बिल्डरों के जल्द ही बयान दर्ज कर मुबंई पुलिस कार्रवाई को लेकर अपनी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपेगी और फिर उन सब के साथ साथ बीएमसी अधिकारियों के खिलाफ़ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिनकी बदौलत गैर कानूनी इमारतों के निर्माण धड़ल्ले से हुए हैं।
इस बारे में जब साउथ रीज़न के एडिशनल कमिश्नर प्रताप दिगांवकर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि चूंकि यह कार्रवाई डीपार्टमेंटल है और गोपनीय है इसलिए इस बारे में जबतक जांच पूरी नहीं होती मैं कुछ नहीं कह सकता क्योंकि इससे जांच प्रभावित होगी पुलिस विभाग फिलहाल इस पूरे मामले को खंगालने मे लगी हुई है ताकि बीएमसी और अंडरवर्ल्ड के रिश्तों को पूरी तरह से बेनक़ाब किया जासके।मामले की पूरी सच्चाई सामने आने के बाद उन सब के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जायेगी।
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