बॉम्बे लीक्स , दिल्ली
मोबाइल पर पबजी गेम खेलते हुए इश्क और फिर प्रेमी को पाने के लिए सरहद पार कर पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर अब सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर है।सोमवार को एटीएस की नोएडा यूनिट ने सीमा से सेक्टर 94 के कंट्रोल एंड कमांड सेटर में, सचिन मीणा और उसके पिता नेत्रपाल से लगभग 8 घंटे की लंबी पूछताछ की थी।लेकिन फिर भी सीमा से एटीएस को उचित सवालों के कोई जवाब नही मिले।UP एटीएस को आशंका है कि सीमा हैदर को कहीं कोई गाइड तो नहीं कर रहा है।अभी तक जांच एजेंसियों को ये पता नहीं चल पाया है कि सीमा के परिवार में कितने लोग हैं? ससुराल और मायके दोनों जगहों पर कितने लोग हैं? वो सभी क्या क्या करते हैं और कहां रहते हैं? एटीएस इसके बारे में भी पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि नेपाल के रास्ते अवैध तरीके से भारत आई पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के पाकिस्तानी पहचान पत्र व पासपोर्ट के जांच में एटीएस उलझ गई है। दोनों पहचान पत्र में जन्मतिथि लिखी हुई है। पहचान पत्र के हिसाब से सीमा की उम्र महज 21 वर्ष है, जबकि सीमा ने पूछताछ में बताया है कि वह 27 वर्ष की है और चारों बच्चे उसी के हैं।वहीं सीमा ने नेपाल से सीतामढ़ी (बिहार) के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की बात स्वीकार की है। केंद्रीय जांच एजेंसियां भी इसे लेकर छानबीन कर रही हैं। भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी से भी पाकिस्तानी महिला की घुसपैठ को लेकर रिपोर्ट मांगी गई है। एटीएस ने सीमा हैदर की इंटरनेट मीडिया पर रही गतिविधियों को लेकर पड़ताल तेज कर दी है। विशेषकर यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि भारत से आने से पहले वह किन-किन लोगों के अधिक संपर्क में थी और उसे किससे आर्थिक सहयोग मिल रहा था।सोमवार को पूछताछ के दौरान एटीएस अधिकारियों ने सीमा हैदर को इंग्लिश की कुछ लाइनें पढ़ने को दी थी जिसे उसने ना सिर्फ अच्छे से पढ़ा बल्कि उसका तरीका भी बेहद सटीक था। एटीएस अधिकारियों को उसके कॉन्फिडेंस और रटे-रटाए एक एक जैसे बयानों से भी शंका हो रही है। वो बिना अटके एक जैसा जवाब दे रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब सीमा हैदर से राज उगलवाने के लिए एटीएस प्लान बी के तहत उससे सवाल-जवाब करेगी। वहीं एटीएस की पूछताछ के दौरान सीमा हैदर का पाकिस्तानी पहचान पत्र भी सवालों के घेरे में है। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) की टीम पहचान पत्र को लेकर भी सीमा हैदर से पूछताछ कर रही है। इस पर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं।देखा जाए तो पहचान पत्र 20 सिंतबर 2022 में जारी किया गया था।इसलिए सीमा से पूछा जा रहा है कि आखिर इतनी देरी से क्यों पाकिस्तानी नागरिकता पहचान पत्र बनवाया? जबकि ऐसे पहचान पत्र जन्म के साथ ही बनवाए जाते हैं।ए़टीएस को सीमा हैदर के जवाबों पर शक पैदा हो रहा है। उसके बारे में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं।सीमा हैदर जो बस टिकट लेकर दिल्ली पहुंची थी वो टिकट किसके नाम पर था और उसे किसने बनवा कर दिया था इसकी भी जांच हो रही है।IB के इनपुट के बाद एटीएस गहनता से इस मामले की जांच कर रही है और अधिकारियों को सीमा के मोबाइल के फॉरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार है।जांच के बाद एटीएस रिपोर्ट तैयार करेगी जिसे लखनऊ हेड ऑफिस भेजकर गृह मंत्रालय से रिपोर्ट साझा की जाएगी।
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