
बॉम्बे लीक्स ,उत्तराखंड
सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इस महीने लोग पवित्र गंगाजल लाकर भगवान शंकर पर जलाभिषेक करते हैं। भारी संख्या में कांवड़ियां हरिद्वार से गंगाजल लाते हैं। इस बीच कांवड़ियों का एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।जिसमे कांवरिये ने कार में सवार मुस्लिम महिला को नीचे उतारा फिर दाढ़ी और टोपी पहने कार मालिक को नीचे उतारकर जमकर पीटा।इसके बाद कांवड़ियों का दावा था कि हमने मुस्लिम दंपती के साथ मारपीट की है। कार चला रहे दंपती कांवड़ियों की भीड़ में आ गए थे। इससे कांवड़ियों की भावना आहत हुई, जिसके चलते दंपती के साथ मारपीट की गई। साथ ही उनकी कार को भी तोड़ दी गई।लेकिन बाद में हकीकत कुछ अलग निकली।कांवरियों ने जिसे मुस्लिम समझकर पीटा वो कट्टर संघी और भाजपा नेता निकला।
गौरतलब है कि हरिद्वार में कांवड़ियों के एक समूह ने 63 वर्षीय भाजपा और आरएसएस नेता प्रताप सिंह को मुस्लिम समझकर जमकर पीटा।भाजपा नेता हाथ पैर जोड़ता रहा ,वो चिल्लाता रहा कि मैं हिन्दू हूँ ,मेरे सर पर मुस्लिम टोपी नही संघी टोपी है।वो चिल्लाता रहा कि मैं हिन्दू हूँ मुसलमान नही ,लेकिन कांवरियों ने एक नही सुनी ,कांवरियों के आतंक की टोली नारे लगाती रही, इसके बाद कांवरियों ने कार में मौजूद मुस्लिम भाजपा महिला कार्यकर्ताओ को भी कार से बाहर निकाल कर उनके साथ अभद्रता की,नारे लगाये कि मुसलमान है ,मारो…. को….संघी वृद्ध भाजपा नेता कहता रहा कि भाई हम तुम्हारे ही आदमी है….हम संघी भाजापाई है…लेकिन कांवरियों ने जानवरो की तरह पीट पीटकर अधमरा कर दिया।यही नही कांवरियों ने भाजपा नेता के साथ मारपीट के अलावा उनकी कार को भी छतिग्रस्त कर डाला।भाजपा नेता के मुताबिक “मेरी कार गलती से एक ‘कांवड़’ से टकरा गई और जिन लोगों ने मुझ पर हमला किया, उन्होंने सोचा कि मैं मुस्लिम हूं, क्योंकि मैंने काली टोपी पहन रखी थी, दाढ़ी रखी हुई थी और मेरे साथ बुर्का पहने कार में महिला थी।
घटना 10 जुलाई को हुई और इस घटना का एक वीडियो व्यापक रूप से सोशल मीडिया पर साझा किया गया, जिसमें कथित तौर पर कांवड़ियों को वाहन को पलटने और लाठियों से मारने से पहले कार मालिक प्रताप सिंह को जबरन वाहन से बाहर खींचते हुए दिखाया गया है।प्रताप सिंह के मुताबिक कार में सवार महिला भाजपा की स्थानीय अल्पसंख्यक शाखा की सदस्य थी।भाजपा नेता ने कहा, “उन्होंने महिला को किसी तरह तो जाने दिया, लेकिन मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया।
भाजपा नेता सिंह ने कहा कि वह महिला को उसके बेटे को मदरसा छोड़ने में मदद कर रहे थे और जब यह घटना हुई तो वह वापस लौट रहे थे।वहीं मीडिया और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक वर्ग ने दावा किया था कि कांवड़ियों ने एक “मुस्लिम जोड़े” पर हमला किया था,हालांकि जब पिटने वाला व्यक्ति भाजपा नेता निकला तो हरिद्वार पुलिस ने दावा किया कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था।फिलहाल घटना के संबंध में मंगलौर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 148 (घातक हथियार से लैस दंगा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 427 (नुकसान पहुंचाने वाली शरारत) के तहत मामला दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।वही खबर यह भी है कि पुलिस ने कथित तौर पर फर्जी सूचना फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए के तहत एक और एफआईआर दर्ज की थी।कहा गया था कि भ्रामक संदेश फैलाकर सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा था।
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