मुंबई : एक पुलिस कर्मी ने अपनी शर्ट के बटन खोल कर कालर सीधे कर एक टैक्सी वाले पर 353 के तहेत केस बनाने की तय्यारी में इसलिए जुट गया कि उसने टैक्सी ड्राइवर के लाएसेंस ज़ब्त किया थे और वह उससे गुम गया। डुप्लीकेट लाएसेंस आरटीओ से इशू करने के लिए टैक्सी वाले ने पुलिसकर्मी से ही डुप्लीकेट लाएसेंस की फीस मांगे। फीस मागने के बाद कांस्टेबल का तिमिलाना यह वीडियो में देखने के लाएक है। कांस्टेबल ने पैसे तो दिए लेकिन साथ में धमकी देते हुए अपने शर्ट के बटन खोल कर कालर सीधे कर के टैक्सी वाले पर 353 का केस बनाने के फिराक में था लेकिन मामले की रिकार्डिंग के बाद कांस्टेबल ने चुप्पी साध ली।
नाकाबंदी के दौरान मुजाहिद नाम के एक टैक्सी ड्राइवर ने सीट बेल्ट नहीं लगाया था जिसके बाद स्कॉटलैंड यार्ड ने उसका लाएसेंस ज़ब्त कर लिया। जब लाएसेंस की फीस भर कर अपना लाएसेंस लेने टैक्सी ड्राइवर पुलिस थाना पहुंचा तो पता चला कि उसका लाएसेंस गायब हो गया है और पुलिस ने कहा कि वह आरटीओ से डुप्लीकेट लाएसेंस के पैसे जमां कर के डुप्लीकेट लाएसेंस ले ले।
घटना गुरूवार की है और मुंबई के डोंगरी इलाके पुलिस थाने की ही जहां एक पुलिस कांस्टेबल ने उस वक्त टैक्सी एक टैक्सी को रोका जब उसमें मरीज़ बैठे हुए थे। टैक्सी चालक मुजाहिद की गलती थी कि वह मरीज़ को उसके घर जल्दी छोड़ दें और उस दौरान उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाया था। जिसके बाद डोंगरी पुलिस थाने के एक हवलदार ने उनका लाएसेंस ज़ब्त किया और बाद में जुर्माना भर कर लाएसेंस ले जाने के लिए कहा। लेकिन जब वह जुर्माना भरने के लिए डोंगरी पुलिस थाने के पास लगी नाकाबंदी के पास मौजूद उसी कांस्टेबल के पास पहुंचे और उनसे लाएसेंस मांगा तो पता चला कि लाएसेंस गायब हो गया और महाशय आरटीओ से दूसरा लाएसेंस निकालने का मश्विरा दे रहे हैं। लेकिन बात उलझ गई की आखिर दूसरे लाएसेंस का पैसा कौन देगा। टैक्सी चालक का कहना था कि लाएसेंस पुलिस से पुलिस से गायब हुआ इसलिए वह पैसा पुलिसकर्मी ही दे। मामले को देख दूसरे पुलिसकर्मी ने अपने सहयोग पुलिसकर्मी को जिससे लाएसेंस गायब हुआ उसे इस बात का मश्विरा देते हैं कि वह डुप्लीकेट लाएसेंस के 270 रूपए अदा कर दें। लेकिन पुलिसकर्मी ने पैसे देने में आना कानी की। आखिर में उन्होंने टैक्सी चालक को 270 रूपए तो दे दिए लेकिन उसके बाद उनके तेवर ही अलग हो गए। टैक्सी चालक को गाली देते हुए धमकाते हुए कहा कि ज़िंदगी में कभी मुझे मिलना नहीं अगर मिल गया तो फिर देखना तेरा क्या हाल करता हूं।
टैक्सी चालक ने गाली गलोच को लेकर आपत्ती जताई जिसके बाद पुलिसकर्मी ने अपने हाथ से ही अपनी शर्ट के बटन खोल कर चिल्लाना शूरु कर दिया कि मेरा कॉलर क्यों पकड़ा। यह कहकर फंडा 353 इस्तेमाल करने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद पुलिस वालों ने कांस्टेबल को जाने के लिए कहा।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि टैक्सी ड्राइवर के साथ मौजूद एके शख्स ने इस वारदात को रिकार्ड कर लिया नही तो उसे पुलिसकर्मी से 270 रूपए मांगने के बदले उसे जेल की हवा खानी पड़ती है। 353 एक ऐसी धारा है जिसका इस्तेमाल पुलिसकर्मी बहुत ही दबंगई से करते हैं और किसी भी शख्स की जिंदगी खराब कर सकते हैं। इस धारा में सरकारी कर्मचारियों के काम मे बाधा डालना और आन ड्युटी सरकारी कर्मचारी पर हाथ उठाने का मामला दर्ज किया जाता है। हालांकि अधिकतर मामले झूटा होते हैं जिसकी जीती जागती मिसाल यह वीडियो है।
शाहिद अंसारी
वारदात का वीडियो
https://youtu.be/vyDjHeVv1nA
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