Bombayleaks Desk
मुंबई: अवामी विकास पार्टी के अध्यक्ष शमशेर खान पठान जो एक सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त भी हैं ने अर्शी कुरैशी की गिरफ्तारी पर अपने विचार देते हुए कहा कि अर्शी कुरैशी की गिरफ्तारी बिना ठोस सबूत और जल्दबाजी में की गई कार्रवाई है उन्हों ने कहा कि एक हिंदू लड़की जिसने अपनी खुशी से इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया था और अपने पति यहया के साथ रहने लगी लेकिन उसका धर्म परिवर्तित करना उसके परिवार को नापसंद लगा और घर वाले उसके खिलाफ हो गए। अभी कुछ दिन पहले से वह लड़की अपने पति के साथ लापता है।वह कहाँ है और क्या कर रही है किसी को भी पता नहीं लेकिन इसके लापता होने का लाभ लड़की के भाई बहन और स्थानीय कांग्रेस विधायक ने उठाया और उसकी बहन ने केरल पुलिस को शिकायत की कि उसकी बहन को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया था वहीं उसके भाई ने कहा कि वह जब डॉक्टर ज़ाकिर नाइक के आई आर एफ दफ़्तर मुंबई गया था तब उसने सुना कि कुछ लोग आई एस आई एस ज्वाइन करने की बात कर रहे थे।इसमें सबसे बड़ा पहला प्रश्न यह उठता है कि इस लड़की को जबरन इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया गया था जैसा कि वह लड़की नहीं बल्कि उसके घर वाले कह रहे हैं।उस समय यह लड़की या फिर उसकी बहन ने पुलिस में कोई शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई थी और अगर उस समय शिकायत की जाती तो पुलिस कार्रवाई जरूर करती लेकिन इतने दिनों बाद यह आरोप लगाया गया कि लड़की को जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया जो साफ झूठ दिखाई देता है और साथ ही लड़की के भाई जो आरोप आज लगा रहे है कि आई आर एफ़ के मुंबई कार्यालय में उन्होंने कुछ लोगों को आई एस आई एस में भर्ती होने की बात सुनी थी तो उन्होंने उस समय सभी बातें अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर के पुलिस को दिखाना चाहिए था।लेकिन उन्होंने ऐसा न करते हुए चुप रहे और आज कई दिनों बाद यह बात को जाहिर कर रहे हैं। शमशेर खान पठान का कहना है कि अगर कोई संगठन आई एस आई एस में शामिल होने की बात कर रहा है तो यह एक अच्छा नागरिक का कर्तव्य है कि तुरंत पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करा कर ऐसी देश विरोधी कार्रवाई को रोके और अगर जानबूझ कर कोई इस बात को छुपाता है तो वह भी अपराध करता है और इस आधार पर इस लड़की के भाई को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
ऐसे मामलों में जब तक प्रभावित व्यक्ति खुद से नहीं कहता हैं कि उन्हें जबरन इस्लाम स्वीकार कराया गया और उन्हें आई एस आई एस में शामिल होने के लिए कहा गया तब तक कोई एफ आई आर नहीं बन सकता। जबकि आज तक यह बात आधिकारिक तौर पर नहीं कही गई है कि वह लापता लड़की आई एस आई एस में शामिल होकर सीरिया या इराक जा चुकी है और इसकी पुष्टि किसी ने भी नहीं किया है तो इस तरह से हुई बातों पर विश्वास रखकर एक फर्जी एफ आई आर बनाया गया और आनन-फानन में अर्शी कुरैशी को सीधे गिरफ्तार किया गया जबकि उन्हें इस मामले की पूरी जांच करना चाहिए था और गुमशुदा लड़की को खोज कर उसके बयान के आधार पर ही अर्शी कुरैशी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए था।शमशेर खान पठान ने कहा की इस मामले में खून के जुर्म में लाश मिली ही नहीं और शव का पता नहीं और आरोपी को हत्या की सजा दी जा रही है।शमशेर खान पठान ने अंत में कहा कि न्यायपालिका को ऐसे मामलों में दखल देना चाहिए और ऐसे मामले को खारिज कर देना चाहिए। उन्लहोंने आशंका जताई कि लड़की अपने परिवार से डर के मारे भारत में ही किसी और स्थान पर रह रही होगी और वह कभी भी अचानक प्रकट हो सकती है तब अर्शी कुरैशी जैसे निर्दोष को जिस तरह से जल्दी बाजी में गिरफ्तार करके उसकी बदनामी की गई इसका खामियाजा कौन भुगतेगा और अगर वह लड़की आ जाती है तो इस झूठे केस के आधार पर इस लड़की के भाई बहन, विधायक और जांच करने वाले सभी अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
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