शाहिद अंसारी
मुंबई:मुबंई के साइन हॉस्पिटल के रेडियोलीजी डिपार्टमेंट मे उपयोग किए जाने वाले उपकरणों की हालत बहुत ही खस्ता है जिसे देख भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर की यूनिट ने इसे बंद करने के लिए कहा।ताज्जुब इस बात का कि साइन हॉस्पिटल की OPD 26 और न्यु OPD मे मौजूद लाखों रूपए की रेडियोलोजी मशीनें बंद पड़ी हुई हैं।इन मशीनों की कीमत तकरीबन 30 लाख रूपए बताई जारही है।
भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर की यूनिट AERB ने साइन हॉस्पिटल की जांच की जिसमें हॉस्पिटल के रेडियोलोजी डिपार्टमेंट मे इस्तेमाल होने वाली मशीनें गैर कानूनी पाई गई जिसके बाद भाभा के वैज्ञानिक ने इस विभाग को बंद करने का आदेश जारी जिसकी कॉपी BOMBAY LEAKS के पास मौजूद है।
भाभा के ज़रिए सर्वे मे पाया गया कि साइन हॉस्पिटल के रेडियोलोजी विभाग में पुरानी घिसी पिटी मशीनों का इस्तेमाल मरीज़ों पर किया जाता है जांच मे इस बात का भी पता चला कि इस हॉस्पिटल में अटॉमिक ऊर्जा नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जारही हैं।यह नियम रेडियों प्रोटेक्शन कानून ते तहेत मरीज़ों के हित को देखते हुए सरकार ने बनाए लेकिन खुद सराकीर हास्पिटल ही इन नियमों का पालन नहीं करते।जिसका खमियाज़ा मरीज़ों को भुगतना पड़ता है।
साइन हॉस्पिटल के रेडियोलोजी विभाग मे कुल 12 रेडियोलोजी उपकरणों का उपयोग किया जाता है जिनकी कीमत करोड़ों मे है लेकिन हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से इस करोड़ों के उपकरणों के लिए रेडियोलोजी के नियमों का जमकर उल्लघन किया जाता है।
इस बारे में साइन हास्पिटल के डीन डॉक्टर सुलेमान मर्चेंट से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि लाखों मरीज़ों की जांच इन मशीनों से होती है इसलिए मशीनें जल्दी खराब होजाती हैं हम उन्हें जल्द से जल्द ठीक कराने की कोशिश करते हैं।लेकिन रेडियोलोजी के नियमों को अनदेखी करने के बाद भाभा के ज़रिए कार्रवाई पर डॉक्टर ने चुप्पी साधी।
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