बॉम्बे लीक्स ,उत्तर प्रदेश
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर नगर से 10 बार विधायक रह चुके आज़म खान को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली गई है।आपको बता दें कि आजम खान की सुरक्षा में यूपी पुलिस के 3 गनर और घर पर 24 घंटे गार्ड तैनात थे, जिन्हें वापस लेने के आदेश दे दिए गए हैं।
दरअसल, यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस के सुरक्षा मुख्यालय से अधीक्षक के पत्र द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार की गई है।इसमें पूर्व विधायक आजम खान को सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होने की रिपोर्ट के चलते उनकी वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली गई है।ऐसे में आजम खान की सुरक्षा वापस लेने का आदेश सीधा सुरक्षा मुख्यालय का बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक समिति की बैठक के फैसले से रामपुर के एसपी अशोक कुमार शुक्ला को एसपी प्रशिक्षण एवं सुरक्षा वैभव कृष्ण ने एक पत्र से अवगत कराया, जिसके बाद आजम खान की सुरक्षा वापस ले ली गई। अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति के निर्णय के बाद ही आजम खान की सुरक्षा वापस ली गई है। राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति के निर्णय के आधार पर ये कार्यवाही हुई है। समिति की पिछली बैठक में निर्णय लिया गया था कि आजम खान को Y श्रेणी की सुरक्षा को बनाए रखने का कोई औचित्य नहीं है।बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान सपा नेता आजम खान द्वारा थाना शहजादनगर के धमोरा में एक चुनावी जनसभा में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने को लेकर एक मामला तत्कालीन वीडियो निगरानी टीम प्रभारी अनिल कुमार चौहान ने दर्ज कराया था। इस मामले में आजम खान पर तत्कालीन मुख्यमंत्री, रामपुर के तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचन आयोग को निशाना बनाते हुए भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।वहीं रामपुर की एक विशेष अदालत समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान के खिलाफ भड़काऊ भाषण मामले में कल यानी 15 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगी। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि मामले के संबंध में आजम खान की ओर से जिरह की प्रक्रिया बुधवार को पूरी हो गई और सांसद/विधायक मजिस्ट्रेट शोभित बंसल ने अपना फैसला सुनाने के लिए 15 जुलाई की तारीख तय की है।
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