बॉम्बे लीक्स , पंजाब
चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने निलंबन की खबर के बाद अपना दर्द बयां किया। सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जो किया है उससे उनके आत्मसम्मान को गहरी चोट पहुंची है।जिसके बाद सुनील जाखड़ ने यह भी साफ कर दिया कि अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने का समय जा चुका है।
कांग्रेस की अनुशासन समिति द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक सुनील जाखड़ को 2 सालों के लिए पार्टी से निलंबन करने की सिफारिश की गई थी।इस कार्यवाही से पहले सुनील जाखड़ ने पार्टी पर कटाक्ष कर कांग्रेस को अलविदा कहने के संकेत दे दिए। कांग्रेस के अनुशासन समिति की बैठक से पहले जाखड़ ने पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि जिनके पास अभी भी जमीर है, उन्हें दंडित किया जाएगा। सोशल मीडिया पर जाखड़ ने कांग्रेस को गुडलक भी कह दिया था।सुनील जाखड़ ने पूर्व सीएम चन्नी को लेकर आपत्तिजनक बयान जारी किए थे।जिसके बाद जाखड़ के बयानों को लेकर पार्टी हाईकमान ने उन्हें 2 सालों के लिए निलंबित करने का मन बना लिया।हालांकि अब तक जाखड़ पर अंतिम मोहर सोनिया गांधी की लगना बाकी है।
जाखड़ को पूर्व CM चरणजीत चन्नी के संबंध में दिए बयान पर कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था।बावजूद इसके जाखड़ ने पार्टी की नोटिस का कोई जवाब न देते हुए सोशल मीडिया के जरिए संदेश दिया कि वह हाईकमान के आगे नहीं झुकेंगे। जाखड़ की पार्टी के प्रति इस हरकत के बाद कांग्रेस की अनुशासन समिति ने सोनिया गांधी से इसकी सिफारिश कर उन्हें 2 साल के लिए सस्पेंड करने का एलान कर दिया।
जानकारों के मुताबिक सुनील जाखड़ ने गुड लक कहकर पार्टी को बता दिया है कि अब उन्हें पार्टी की कोई जरूरत नही है।देखा जाए तो जाखड़ की तरह नवजोत सिद्धू समेत कई नेता खुलकर पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।यही नही कार्रवाई से पहले भी सुनील जाखड़ ने ट्वीट के जरिए कांग्रेस हाईकमान पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि आज सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी जमीर बाकी है।बताया जा रहा है कि बीते 11 अप्रैल को कांग्रेस अनुशासन समिति ने सुनील जाखड़ को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इस नोटिस में उनसे एक सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा गया था।स्वयं के पार्टी से निलंबन पर सुनील जाखड़ ने कहा है कि , ‘मैं कांग्रेस को शुभकामनाएं देता हूं।’
इस मामले को लेकर जब सुनील जाखड़ से उनसे अगले कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि अनुशासन समिति ने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी सिफारिशें सौंपी हैं।लेकिन जाखड़ पर अब अंतिम मोहर सोनिया की लगे या नही लेकिन जाखड़ ने जरूर पार्टी को अलविदा कहने के संकेत दे दिए है।जाखड़ पर आरोप है कि उन्होंने ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना करते हुए पंजाब में आम आदमी पार्टी से कांग्रेस की हार के बाद एक बोझ करार दिया।
जाखड़ के मुताबिक उन्हें नोटिस मिलना ही उनके स्वाभिमान को ठेस पहुचाना था।जाखड़ ने कहा कि उनके पिता से पूर्व तीन पुश्तों से कांग्रेस के साथ हमारे परिवार का नाता रहा।कहा कि जब मैं राजनीति जानता तक नही था।उस समय मैंने पहली बार अपने पिता के लिए कांग्रेस का झंडा उठाया था।कहा कि आज 50 साल से मैं कांग्रेस पार्टी के लिए काम करता आ रहा था।आज तक मेने अपने राजनीतिक कैरियर में कभी भी ऐसा कोई कदम नही उठाया कि पार्टी को किसी तरह का नुकसान पहुंचे।दर्द बयां करते हुए कहा कि कांग्रेस ने जो नोटिस भेजी है वो मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला काम किया है।
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