बॉम्बे लीक्स ,मुंबई
मुंबई : नौसेना के नेवल डाकयार्ड में आईएनएस रणवीर के अंदर हुए धमाके के दौरान तीन नौसैनिकों की दर्दनाक मौत के साथ 11 सैनिक बुरी तरह घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक आईएनएस रणवीर के अंदरूनी हिस्से में हुए एक धमाके के बाद घटना सामने आई है।इस धमाके में आईएसएस रणवीर में मौजूद तीन नौसैनिकों को जान गंवानी पड़ी।अधिकारियों के मुताबिक घटना के तुरंत बाद ही बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था।हादसे के बाद ही जहाज के चालक दल के सदस्यों द्वारा तत्काल ही स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया गया।बताया जा रहा है कि इस धमाके में जहाज को ज्यादा नुकसान होने से बचा लिया गया है।इस बीच न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस हादसे में नौसेना के 11 कर्मी घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के लिए नौसेना के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गौरतलब है कि पूर्वी नौसेना कमान में आईएनएस रणवीर नवंबर 2021 से ही तटीय इलाके में ऑपरेशनल तैनाती पर होने के चलते उसे कुछ ही समय बाद ही तट की ओर लौटना था।इससे पहले कि जहाज़ वापसी के लिए रवाना होता तभी अचानक से उसमें ये विस्फोट हो गया।धमाके के बाद जांच अधिकारियों के निर्देश पर बोर्ड ऑफ इनक्वायरी का आदेश जारी किया जा चुका है।वहीं इस पूरी घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।जांच के दौरान फिलहाल अब तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि घटना में कुछ अन्य नौसेना कर्मी भी घायल हुए हैं या नही।
इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने बताया, “नेवल डॉकयार्ड मुंबई पर आज एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। INS रणवीर के एक आंतरिक कंपार्टमेंट में विस्फोट में नौसेना के 3 कर्मियों की जान चली गई। बताया कि जहाज के चालक दल ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित करने में कामयाबी पाई।कहा कि INS रणवीर, पूर्वी नौसेना कमान से क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल तैनाती पर था और युद्धाभ्यास के बाद बेस पोर्ट पर लौटते समय यह घटना हुई।
वही देखा जाए तो कुछ ऐसा ही हादसा साल 2016 जून में नौसेना के एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्य में हुआ था।जोकि एक बड़ा हादसा के तौर पर सामने आया था।जिसमें दो नौसैनिकों के दर्दनाक मौत सामने आई थी।विक्रमादित्य जहाज़ का हादसा गोवा के पास कारवार नौसेना के बेस पर हुआ था।जहां विक्रमादित्य पर रिफिटिंग का काम चल रहा था, दुर्घटना की वजह एसटीपी सीवेज प्लांट में जहरीली गैस का रिसाव था।जिसमें 2 की सैनिकों की दर्दनाक मौत हो गई थी हालांकि समय रहते उसमें से चार सैनिकों को बचा लिया गया था।वही अप्रैल 2016 में भी नौसेना के डाइविंग शिप आईएनएस निरीक्षक के हेलमेट के अंदर एक बोतल फटने से गंभीर हादसा हो गया था।दुर्घटना में तीन नौसैनिक घायल हो गए थे।जबकि गंभीर रूप से घायल एक नौसैनिक के पैर का एक हिस्सा काटना पड़ा था।नौसेना से जुड़े हादसे यही पर थमे नही बल्कि जनवरी 2016 में नेवी की फास्ट इंटरसैप्टर बोट आग लगने से समुद्र में समा गई थी।जब हादसा हुआ उस वक्त बोट में छह नौसेनिक सवार थे हालांकि किस्मत अच्छी थी कि सबको बचा लिया गया था।
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